लीबिया की अंतरिम संसद ने अव्यवस्थित मतदान के आरोप के
कारण नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री अहमद मैतीक को 4 मई 2014
को अमान्य घोषित कर दिया. यह घोषणा अहमद मैतीक के प्रधानमंत्री चुने
जाने (4 मई 2014) के कुछ ही घंटों बाद
की गई.
पृष्ठभूमि
लीबिया की संसद में अहमद मैतीक को प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने हेतु मई 2014 के प्रथम सप्ताह में मतदान हुआ. इसमें जब पहली बार मतदान हुआ तो मैतीक़ को 113 वोट मिले जबकि प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति के लिए उन्हें 120 वोटों की आवश्यकता थी, किंतु संसद की कार्यवाही स्थगन के बाद जब दोबारा मतदान हुआ तो उन्हें आवश्यक वोट मिल गए. जिसके तहत 4 मई 2014 को अहमद मैतीक को लीबिया का प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने की घोषणा की गई थी, जिसके बाद मतदान प्रक्रिया के आधार पर मैतीक को लीबिया का प्रधानमंत्री बनाये जाने का विरोध शुरू हो गया.
लीबिया की संसद में अहमद मैतीक को प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने हेतु मई 2014 के प्रथम सप्ताह में मतदान हुआ. इसमें जब पहली बार मतदान हुआ तो मैतीक़ को 113 वोट मिले जबकि प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति के लिए उन्हें 120 वोटों की आवश्यकता थी, किंतु संसद की कार्यवाही स्थगन के बाद जब दोबारा मतदान हुआ तो उन्हें आवश्यक वोट मिल गए. जिसके तहत 4 मई 2014 को अहमद मैतीक को लीबिया का प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने की घोषणा की गई थी, जिसके बाद मतदान प्रक्रिया के आधार पर मैतीक को लीबिया का प्रधानमंत्री बनाये जाने का विरोध शुरू हो गया.
लीबिया से संबंधित मुख्य
तथ्य
लीबिया उत्तरी
अफ़्रीका में स्थित एक देश है जिसकी राजधानी ‘त्रिपोली’
है. इसकी सीमाएं उत्तर में भूमध्य सागर, पूर्व
में मिस्र, उत्तरपूर्व में सूडान, दक्षिण
में चाड व नाइजर और पश्चिम में अल्जीरिया और ट्यूनीशिया से मिलती है.
करीबन 180000 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाला यह देश, जिसका 90 प्रतिशत हिस्सा मरुस्थल है, अफ़्रीका का चौथा और दुनिया का 17वां सबसे बड़ा देश है. देश की 57 लाख की आबादी में से 17 लाख राजधानी त्रिपोली में निवास करती है. सकल घरेलू उत्पाद के लिहाज से यह इक्वीटोरियल गिनी के बाद अफ्रीका का दूसरा समृद्ध देश है.इसके पीछे मुख्य कारण विपुल तेल भंडार और कम जनसंख्या है.
लीबिया 1951 में ब्रिटेन से आजाद हुआ था एवं इसका नाम 'युनाइटेड लीबियन किंगडम' रखा गया. वर्ष 1977 में इसका नाम बदलकर 'महान समाजवादी जनवादी लिबियाई अरब जम्हूरिया'रखा गया
करीबन 180000 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाला यह देश, जिसका 90 प्रतिशत हिस्सा मरुस्थल है, अफ़्रीका का चौथा और दुनिया का 17वां सबसे बड़ा देश है. देश की 57 लाख की आबादी में से 17 लाख राजधानी त्रिपोली में निवास करती है. सकल घरेलू उत्पाद के लिहाज से यह इक्वीटोरियल गिनी के बाद अफ्रीका का दूसरा समृद्ध देश है.इसके पीछे मुख्य कारण विपुल तेल भंडार और कम जनसंख्या है.
लीबिया 1951 में ब्रिटेन से आजाद हुआ था एवं इसका नाम 'युनाइटेड लीबियन किंगडम' रखा गया. वर्ष 1977 में इसका नाम बदलकर 'महान समाजवादी जनवादी लिबियाई अरब जम्हूरिया'रखा गया
0 comments:
Post a Comment