आंध्र प्रदेश की 13 वर्ष 11 माह की लड़की मलावाथ पूरना (Malavath Poorna) विश्व
की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की 25
मई 2014 को बन गई. इस मिशन पर पूरना के साथ 16
वर्षीय साधनापल्ली आनंद कुमार भी गया था. साधनापल्ली आनंद कुमार विश्व
की इस सबसे ऊंची चोटी को फतह करने वाला पहला दलित है.
पूरना आंध्र प्रदेश के निजामाबाद जिले की जबकि साधनापल्ली आनंद कुमार खम्मम जिले का है. पूरना और आनंद प्रतीक के तौर पर बीआर अम्बेडकर और पूर्व आईएएस अधिकारी एस आर शंकरन की तस्वीरें एवरेस्ट की चोटी तक साथ ले गये थे. दोनों आंध्र प्रदेश सोशल वेलफेयर एजुकेशनल सोसायटी के छात्र हैं.
नवंबर 2013 में पूरना और आनंद उन एक दर्जन किशोरों में से थे जिन्होंने 17000 फुट ऊंचे माउंट रेनॉक पर चढ़ाई करने वाला सबसे कम उम्र का दल होने का गौरव प्राप्त किया था. पूरना और मोहन प्रसाद इस दल के सबसे कम उम्र के छात्र थे.
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