पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों से संबंधित गठित किरीट पारिख समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की-(31-OCT-2013) C.A

| Thursday, October 31, 2013
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें तय करने के लिए कारगर प्रणाली सुझाने के लिए गठित किरीट पारिख समिति ने 30 अक्टूबर 2013 को अपनी रिपोर्ट पेट्रोलियम मंत्रालय को सौंप दी. समिति ने अपने सुझाव में डीजल की कीमतें तत्काल पांच रुपये प्रति लीटर बढ़ाने की सिफारिश की.
किरीट पारिख समिति ने इसके अतिरिक्त डीजल पर दी जा रही सब्सिडी को छह रुपये प्रति लीटर तक सीमित रखने व कीमतों एवं सब्सिडी के अंतर को कम करने हेतु कंपनियों को कीमतें तय करने व बढ़ाने की छूट देने की भी सिफारिश की. हालांकि समिति ने सुझाव दिया कि डीजल पर सिफारिश की गयी अधिकतम छह रूपये प्रति लीटर की सब्सिडी को भी धीर-धीरे समाप्त करने की सिफारिश की.
इसके अतिरिक्त, रसोंई गैस (एलपीजी) की कीमतों में 250 रुपये प्रति सिलिंडर की बढ़ोत्तरी व वर्ष मे दिये जाने वाले सब्सिडी वाले सिलिंडरों की संख्या 9 से घटाकर 6 करने की भी सिफारिश की. हालांकि किरोसीन तेल के संबंध में समिति ने कोई सुझाव नहीं दिया.
किरीट पारिख समिति (Kirit Parikh Committee)
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को तय करने के लिए कारगर प्रणाली सुझाने हेतु पेट्रोलियम मंत्रालय ने योजना आयोग के सदस्य किरीट एस पारिख की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था. समिति का गठन आरंभ में आयात समतुल्य मूल्य प्रणाली पर आधारित मॉडल सुझाने के लिए हुआ था लेकिन बाद में इसमे परिवर्तन करके निर्यात समतुल्य मूल्य निर्धारण पर आधारित मॉडल के अनुसार सुझाव देने का कार्य सौंपा गया.


Who: किरीट पारिख समिति
What: अपनी रिपोर्ट पेट्रोलियम मंत्रालय को सौंप दी
When: 30 अक्टूबर 2013


वोडाफोन पीएलसी भारतीय संस्करण में शत-प्रतिशत निवेश करेगी-(31-OCT-2013) C.A

|
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल सेवा प्रदाता व ब्रिटेन की कंपनी वोडाफोन पीएलसी अपने भारतीय संस्करण वोडाफोन इंडिया लिमिटेड में 100 प्रतिशत निवेश करने की घोषणा 29 अक्टूबर 2013 को की. वर्तमान में वोडाफोन पीएलसी की हिस्सेदारी भारतीय संस्करण में 64.38 प्रतिशत है. वोडाफोन पीएलसी के कुल राजस्व में वोडाफोन इंडिया का काफी योगदान है.
वोडाफोन पीएलसी ने भारतीय संस्करण में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने हेतु केंद्रीय वित्त मंत्रालय के विदेश निवेश संवर्धन विभाग (एफआईपीबी) में आवेदन कर चुका है. इस आवेदन को अनुमति मिलने के बाद वोडाफोन पीएलसी द्वारा अपने भारतीय संस्करण में निवेश किये जाने से 10141 करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश होना है.
इसके अतिरिक्त एफआईपीबी से अनुमति मिलने के बाद, कंपनी के अनुसार, वोडाफोन पीएलसी अपने भारतीय संस्करण वोडाफोन इंडिया के तमाम निवेशकों (शेयरधारकों) की भी हिस्सेदारी खरीदेगी. वोडाफोन इंडिया लिमिटेड उद्योगपति अजय पीरामल की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत है जबकि 25 प्रतिशत हिस्सेदारी अघोषित अल्पमत शेयरधारकों के पास है.
विदित हो कि भारत सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर विदेशी निवेश की सीमा को 74 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने को मंजूरी प्रदान की थी जिसके बाद से विदेशी कंपनियों के भारत में पूर्णतः प्रवेश करने एवं सेवाएं देने का अधिकार प्राप्त हो गया था. वोडाफोन इंडिया पहली मोबाइल सेवा देने वाली कंपनी है जिसने अपने भारतयी यूनिट की पूरी हिस्सेदारी खरीदने हेतु नये मानकों के तहत आवेदन किया.
वोडाफोन इंडिया ने वर्ष 2007 में हचीसन एस्सार में हांगकांग स्थित हचीसन की हिस्सेदारी 11 अरब डॉलर में खरीदकर भारत में प्रवेश किया था.


Who: वोडाफोन पीएलसी
What: रतीय संस्करण वोडाफोन इंडिया लिमिटेड में 100 प्रतिशत निवेश करने की घोषणा की
When: 29 अक्टूबर 2013


तुर्की ने एशिया और यूरोप को जोड़ने वाले विश्व के प्रथम भूमिगत रेल संपर्क की शुरूआत की-(31-OCT-2013) C.A

|
तुर्की ने एशिया और यूरोप को जोड़ने वाले दुनिया के पहले रेल सुरंग (भूमिगत रेल संपर्क) की शुरूआत 29 अक्टूबर 2013 को (तुर्की गणराज्य की 90वीं वर्षगांठ के अवसर पर) की. रेल सुरंग का उद्घाटन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे और रोमानिया के प्रधानमंत्री विक्टर पोंटा के साथ तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयब एर्दोगान ने किया. इस रेल सुरंग का नाम बोसपोरस है. यह रेल सुरंग यूरोपीय संघ और जापान के सहयोग से बनाई गई है.
 
इस रेल सुरंग की लम्बाई 13.6  किलोमीटर है. सुरंग का 1.4 किलोमीटर हिस्सा बोसपोरस के समुद्र में बना है. यह बॉस्फोरस जलडमरूमध्य में करीब 60 मीटर गहराई पर बनाया गया है. यह जलडरूमध्य काला सागर को मारमरा सागर से जोड़ता है. 

यह दुनिया की सबसे गहरी रेल सुरंग है. इसका निर्माण वर्ष 2005 में शुरू हुआ था और इसे चार वर्ष में पूरा कर लिया जाना था, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण पुरातात्विक खोजों की वजह से इसमें विलंब हो गया. इंजीनियरों को वहां चौथी शताब्दी का बंदरगाह मिला.

सुरंग चीन को सीधे पश्चिमी यूरोप के बाजारों से जोड़ेगी. इसे आधुनिक दौर का रेल सिल्क रूट कहा जा रहा है.

तुर्की के परिवहन मंत्री बिनाली यिल्दीरिम ने बताया कि यह सुरंग 9 तीव्रता के भूकंप को झेलने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि यह इस्तांबुल में सबसे सुरक्षित जगह है. यह भूकंप की आशंका वाला क्षेत्र है. सुरंग के ट्यूब को लचीले जोडों से जोड़ा गया है ताकि वे जबरदस्त झटकों को झेल सकें.

यह रेल लिंक उन परियोजनाओं में से एक है जिन्होंने अर्थव्यवस्था को तो मजबूती दी है, लेकिन इनके कारण देश की अवाम में काफी गुस्सा पैदा हो गया है. 

विदित हो कि आटोमन सुल्तान अब्दुल मजीद ने लगभग 150 वर्ष पहले ऐसी सुरंग बनाने का प्रस्ताव रखा था. उनके उत्तराधिकारी अब्दुल हमीद ने वर्ष 1891 में इसका डिजाइन तैयार करवाया था, लेकिन इसे उस समय अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका.


Who: तुर्की
What: एशिया और यूरोप को जोड़ने वाले दुनिया के पहले रेल सुरंग
When: 29 अक्टूबर 2013


सत्यमेव जयते के लिए अभिनेता आमिर खान अमेरिका अब्रॉड मीडिया अवॉर्ड से सम्मानित-(31-OCT-2013) C.A

|
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान को अमेरिका अब्रॉड मीडिया अवॉर्ड से वाशिंगटन  में 29 अक्टूबर 2013 को सम्मानित किया गया. उन्हें यह सम्मान टीवी शो सत्यमेव जयते के माध्यम से देश की ज्वलंत सामाजिक समस्याओं पर बहस छेड़ने का सफल प्रयास करने के लिए दिया गया. यह पुरस्कार अमेरिका अब्रॉड मीडिया समूह (America Abroad Media group) द्वारा दिया जाता है. 

आमिर खान को अमेरिका अब्रॉड मीडिया अवॉर्ड ऑस्कर विजेता निर्देशक कैथरीन बिगेलो और इंटरनेशनल सेंटर ऑन नॉन वॉयलेंट कानफ्लिक्ट (आईसीएनसी) के साथ एक समारोह में प्रदान किया.

आमिर हुसैन से सम्बंधित मुख्य तथ्य  
आमिर हुसैन खान का जन्म मुंबई में 14 मार्च 1965 को हुआ. एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लिखनेवाले, कभी कभी गायक, और आमिर खान प्रोडक्सनस के संस्थापक-मालिक है .
आमिर खान अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में आमिर खान एक बाल कलाकार की भूमिका की. 
आमिर खान का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ.
आमिर खान ने फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) में अभिनय के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ नवोदित पुरूष कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार) जीता.
आमिर खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला.
फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और फिल्म लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार (Academy Award) के लिए नामांकित किया गया.
वर्ष 2007 में वे निर्देशक के रूप में फ़िल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया.


Who: बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान
Where: वाशिंगटन
What: अमेरिका अब्रॉड मीडिया अवॉर्ड
When: 29 अक्टूबर 2013


ग्राहकों को 50000 रुपए से अधिक के चेक का नकदी में भुगतान नहीं करने का आरबीआई का निर्देश-(31-OCT-2013) C.A

|
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India, आरबीआई) ने बैंकों को ग्राहकों को 50000 रुपए से अधिक के चेक का नकदी में भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया. इसका उद्देश्य मनी लांड्रिंग और आतंकी वित्त पोषण का जोखिम कम करना है. भारतीय रिजर्व बैंक ने इससे संबंधित अधिसूचना मुंबई में 29 अक्टूबर 2013 को जारी की. 

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India, आरबीआई) ने कहा कि क्षेत्रीण ग्रामीण बैंकों व सहकारी बैंकों को भी ऐट पार चेक सुविधा का खुद के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी और कहा कि नकदी में भुगतान 50000 रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India, आरबीआई) ने कहा कि 50000 रुपए या इससे अधिक के सभी लेनदेन ग्राहक के खाते में रकम डालकर किए जाने चाहिए.

भारतीय रिजर्व बैंक 
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) भारत का केन्द्रीय बैंक है. यह भारत के सभी बैंको का संचालक है. भारतीय रिजर्व बैंक भारत की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करता है.

इसकी स्थापना 1 अप्रैल 1935 को रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया ऐक्ट, 1934 के अनुसार हुई. आरम्भ में इसका केन्द्रीय कार्यालय कोलकाता में था जो वर्ष 1937 में मुम्बई स्थानांतरित किया गया. भारतीय रिजर्व बैंक के 22 क्षेत्रीय कार्यालय हैं जिनमें से अधिकांश राज्यों को राजधानियों में स्थित हैं.

भारतीय रिजर्व बैंक पहले एक निजी बैंक था परन्तु वर्ष 1949 से यह भारत सरकार का उपक्रम बन गया है. डा॰ रघुराम राजन भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर हैं, इन्होंने 4 सितम्बर 2013 को पदभार ग्रहण किया.

भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख कार्य 
मौद्रिक नीति तैयार करना, उसका कार्यान्वयन और निगरानी करना.
वित्तीय प्रणाली का विनियमन और पर्यवेक्षण करना.
विदेशी मुद्रा का प्रबंधन करना.
मुद्रा जारी करना, उसका विनिमय करना और परिचालन योग्य नहीं रहने पर उन्हे नष्ट करना.
सरकार का बैंकर और बैंकों का बैंकर के रुप में काम करना.
साख नियन्त्रित करना.


Who: भारतीय रिजर्व बैंक
Where: मुंबई
What: 50000 रुपए से अधिक के चेक का नकदी में भुगतान नहीं करने का निर्देश
When: 29 अक्टूबर 2013


रेल मंत्री ने हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एचएसआरसी) को लॉन्च किया-(31-OCT-2013) C.A

|
रेल मंत्री मलिकार्जुन खड़गे ने औपचारिक रूप से हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एचएसआरसी) को 29 अक्टूबर 2013 को लॉन्च किया. यह रेल विकास निगम लिमिटेड की सहायक कंपनी होनी है.
रेल मंत्री मलिकार्जुन खड़गे ने हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एचएसआरसी) का लोगो भी जारी किया. इसकी डिजाइनिंग नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद ने की है.
हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एचएसआरसी) का उद्देश्य
हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एचएसआरसी) का गठन भारत में हाई स्पीड रेल कॉरिडोर विकसित करने के लिए किया गया.
भारतीय रेल द्वारा तेज गति रेल के लिए 7 गलियारे बनाने हेतु संभावना अध्ययन शुरु किया गया. मुंबई-अहमदाबाद मार्ग के लिए प्रारम्भिक अध्ययन कराया जाना है जिस पर अनुमानतः 65000 करोड़ रुपये का खर्च आना है. भारतीय रेल और आरआईटीईएस के समर्थन से इस्टीट्यूट ऑफ रौलिंग स्टॉक इंजीनियर्स (आईआरएसई) यह अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सम्मेलन का आयोजन किया.
विदित हो कि रेल मंत्री मलिकार्जुन खड़गे ने 29 अक्टूबर 2013 को नई दिल्ली में तेज गति रेलयात्राः कम लागत का समाधानविषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सम्मेलन का उद्घाटन भी किया. भारत का मुख्य जोर सुरक्षित, विश्वसनीय और वहन करने योग्य यातायात उपलब्ध कराना है. इसलिए इस सम्मेलन का मुख्य जोर 160 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से तेजगति की रेलगाड़ियां चलाने पर विचार करना है. इस सम्मेलन में देश-विदेश के नीति निर्माता, वरिष्ट प्रशासनिक अधिकारी रौलिंग स्टॉक निर्माता, अनुसंधान संस्थान, सलाहकार तथा उद्योग से जुड़े पेशेवर लोगों ने भाग लिया.




उप वायुसेना अध्यक्ष एयर मार्शल अरूप राहा भारतीय वायु सेना के अध्यक्ष नामित-(30-OCT-2013) C.A

| Wednesday, October 30, 2013

भारत सरकार ने एयर मार्शल अरूप राहा को भारतीय वायु सेना का अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय लिया. एयर मार्शल अरूप राहा को 31 दिसंबर 2013 को सेवानिवृत्त होने जा रहे एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन का स्थान लेना है. 

एयर मार्शल अरूप राहा भारतीय वायु सेना के अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले उप-वायुसेनाध्‍यक्ष थे. एयर मार्शल अरूप राहा की नियुक्ति से संबधित विज्ञप्ति रक्षा मंत्रालय द्वारा 29 अक्टूबर 2013 को जारी की गई.
 
एयर मार्शल अरूप राहा से सम्बंधित मुख्य तथ्य 
एयर मार्शल अरूप राहा का जन्म 26 दिसंबर 1954 को हुआ. 
वर्ष 1974 बैच के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) ने भारतीय वायु सेना में 14 दिसंबर 1974 को लड़ाकू पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया. 
वह भारत के सर्वोच्‍च कमांडर के अवैतनिक एडीसी भी हैं.
वह 39 साल के अपने करयिर में विभिन्न कमानों, स्टाफ और निर्देशन नियुक्तियां पा चुके हैं.
एयर मार्शल अरूप राहा को वायुसेना में उनके शानदार पदर्शन के लिए वर्ष 1995 में वायुसेना पदक और 2009 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया.  
एयर मार्शल अरूप राहा 1999 से 2001 के दौरान यूकेन स्थित भारतीय दूतावास में रक्षा अटैची के रूप में तैनात रहे हैं. 
विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त राहा स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर ऑरियंटेशन कोर्स तथा जूनियर कमांडर्स कोर्स भी कर चुके हैं. 
वह मध्य एयर कमान तथा पश्चिमी एयर कमान का भी नेतृत्व कर चुके हैं.
राहा फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल, तंबारम (तमिलनाडु) तथा भारतीय वायु सेना के ग्वालियर स्थित रणकौशल और लड़ाकू विकास प्रतिष्ठान (सीडीई) में डायरेक्टिंग स्टाफ रह चुके हैं.


Who: भारत सरकार
What: भारतीय वायु सेना का अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय
When: 29 अक्टूबर 2013


सु-वेई सिए और पेंग शुआई को टीईबी बीएनपी परीबस डब्ल्यूटीए चैंपियनशिप-2013 का खिताब-(30-OCT-2013) C.A

|
ताइवान की सु-वेई सिए और चीन की पेंग शुआई की जोड़ी ने इस्तांबुल में आयोजित टीईबी बीएनपी परीबस डब्ल्यूटीए चैंपियनशिप-2013 का खिताब 27 अक्टूबर 2013 को जीता. प्रतियोगिता के फाइनल में सु-वेई सिए और पेंग शुआई की जोड़ी ने रूस की एकाटेरिना मकारोवा और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को पराजित किया.
सु-वेई सिए और पेंग शुआई की जोड़ी ने प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में रूस की नादिया पेत्रोवा और स्लोवेनिया की कैटरीना स्रेबोत्निक को पराजित किया था.
ताइवान की सु-वेई सिए और चीन की पेंग शुआई की जोड़ी से संबंधित मुख्य तथ्य
इसी के साथ सु वेई सिए और पेंग शुआई, इस प्रतियोगिता को जीतने वाली पहली ताइवान और चीनी खिलाड़ी हैं. 
ताइवान की सु वेई सिए और चीन की पेंग शुआई की जोड़ी ने विंबलडन ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट के महिला युगल का खिताब 6 जुलाई 2013 को जीता था. 
विंबलडन ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में सु वेई सिए और पेंग शुआई की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया की एशले बार्टी और कैसे डेलाक्वा की जोड़ी पराजित किया था.


Who: ताइवान की सु-वेई सिए और चीन की पेंग शुआई की जोड़ी
Where: इस्तांबुल, तुर्की
What: टीईबी बीएनपी परीबस डब्ल्यूटीए चैंपियनशिप-2013 का खिताब जीता
When: 27 अक्टूबर 2013
Why: सु-वेई सिए और पेंग शुआई ने एकाटेरिना मकारोवा और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को पराजित किया


क्यूबा में तीन दिवसीय भारत महोत्सव का आयोजन-(30-OCT-2013) C.A

|
कैरेबियाई देश क्यूबा की राजधानी हवाना में तीन दिवसीय भारत महोत्सव का 29 अक्टूबर 2013 को आरंभ हुआ. इस महोत्सव का आयोजन हवाना के थियेटर मेला के दौरान किया गया. क्यूअबा में भारत महोत्सहव का आयोजन साहित्य् अकादमी, संगीत नाटक अकादमी के साथ भारत के संस्कृकति मंत्रालय के सहयोग तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ संयोजन में किया जा रहा है. इस महोत्सव का आयोजन ऐसे समय किया गया जबकि भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी क्यूबा के दौरे पर रहे.
किसी भी लैटिन अमेरिका व कैरिबियाई देश में आयोजित होने वाले सबसे विशाल भारतीय सांस्कृतिक उत्सपव तीन दिवसीय भारत महोत्सव में भारत की दीर्घ, समृद्ध व विविधतापूर्ण सांस्कृंतिक विरासत का प्रदर्शन किया जाना है. यह महोत्स व 31 अक्टूकबर 2013 तक आयोजित होना है.
भारत महोत्सव के दौरान भारतीय फिल्म महोत्सव का आरंभ हवाना के चार्ली चैपलिन सिनेमा में ''एक था टाईगर'' नामक हिन्दीव फिल्मम के प्रदर्शन से किया जाना है.  विदित हो कि इस फिल्म का फिल्मांरकन क्यूअबा में किया गया था. अन्यि प्रदर्शित होने वाली फिल्मोंह में राजा हरिशचन्द्र  (मूक), तारे जमीन पर, परि‍णीता प्रमुख है.

तीन दिवसीय भारत महोत्सपव की विशेषताए
हवाना के कासा देल अल्बा् में भारतीय साहित्यि उत्संव 
हवाना में चार्ली चैपलिन सिनेमा में भारत फिल्मि महोत्स्व 
हवाना में आयोजित होने वाले थिएटर मेला में भारतीय शास्त्री य नृत्या उत्ससव 
होटल नेशियनल हवाना में भारतीय भोजनोत्समव 

क्यूबा (Cuba)
क्यूका आधिकारिक नाम रिपब्लिक ऑफ क्यूबा है. यह कैरेबियन सागर का एक द्वीप देश है. क्यूबा अमेरिका से 150 किमी दक्षिण में स्थित है तथा इसके पश्चिम में बहामस व मेक्सिको है. यहा की आधिकारिक भाषा स्पेनिश है. क्यूबा में मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारधारा की एकल राजनीतिक दल वाली सरकार है.


Who: तीन दिवसीय भारत महोत्सव
Where: कैरेबियाई देश क्यूबा की राजधानी हवाना में
When: 29 अक्टूबर 2013


भारत और चीन के मध्य नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना पर समझौता ज्ञापन-(30-OCT-2013) C.A

|
भारत के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की तीन दिवसीय चीन की सरकारी यात्रा 22-24 अक्टूबर 2013 को संपन्न हो गई. उन्होंने यह यात्रा चीन के प्रधानमंत्री ली किक्‍यांग के निमंत्रण पर की. चीन पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री ने मास्को में आयोजित 14वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के उद्देश्य से रूस की यात्रा की.
   
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और प्रधानमंत्री ली किक्‍यांग के बीच पेइचिंग में हुई बातचीत के बाद नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. 
इस समझौता ज्ञापन के प्रावधान अधोलिखित हैं.

नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना
इस समझौता ज्ञापन में उल्लिखित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी. 
नालंदा विश्वविद्यालय एक गैर सरकारी, गैर लाभकारी, स्व-शासित अंतरराष्ट्रीय संस्था होगी. इसे अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए पूर्ण शैक्षणिक स्वतंत्रता होगी.
नालंदा विश्वविद्यालय भारत में बिहार राज्य के नालंदा जिले में राजगीर में स्थित होगा.
नालंदा विश्वविद्यालय को भारत में पूर्ण कानूनी रूप हासिल होगा.
नालंदा विश्वविद्यालय को डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र प्रदान करने की शक्ति होगी.
 
नालंदा विश्वविद्यालय के उद्देश्य और कार्य
विश्वविद्यालय के उद्देश्य और कार्य निम्नलिखित हैं. 
सीखने के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था स्थापित करना जो लिंग, जाति, नस्ल, विकलांगता, धर्म या सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि पर कोई विचार किए बिना सभी देशों से प्रतिभाशाली और सबसे समर्पित छात्रों को एक साथ लाएगी और उन्हें बौद्धिक, दार्शनिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अध्ययन करने के लिए आवश्यक साधन उपलब्ध कराएगी. 
सीखने के एक एशियाई समुदाय का निर्माण करना जहां हर छात्र की बौद्धिक क्षमता पूरी संभव हद तक विकसित की जा सके और क्षेत्रीय जागरूकता को मजबूत बनाने के जरिए एक एशियाई समुदाय बनाया जा सके.
जीवन के गुणों में सुधार के लिए महत्वपूर्ण दर्शन , भाषा , इतिहास और उच्च शिक्षा के अन्य क्षेत्रों में एशियाई देशों की क्षमता निर्माण की दिशा में शिक्षा प्रदान करना. 
अपने अतीत के इतिहास से जोड़कर और एक दूसरे के दृष्टिकोण की अपनी समझ को बढ़ाने के जरिए भविष्य के नेताओं को एक साथ लाकर क्षेत्रीय शांति और दृष्टि को बढ़ावा देने में योगदान करना.

नालंदा विश्वविद्यालय की वित्तीय व्यवस्था
विश्वविद्यालय की स्थापना और संचालन के लिए धन का प्रबंध स्वैच्छिक आधार पर किया जाएगा.

नालंदा विश्वविद्यालय की शासन संरचना
विश्वविद्यालय संचालक मंडल द्वारा संचालित किया जाएगा. भारत के राष्ट्रपति विश्वविद्यालय के विजिटर होंगे. संचालक मंडल के सदस्यों में भारत से और विदेशों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल. संचालक मंडल में सदस्य के तौर पर अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्ट संस्था के रूप में नालंदा विश्वविद्यालय के विकास में अपनी भूमिका बढ़ाने के लिए पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के प्रतिभागी देशों के पांच प्रतिनिधि शामिल होंगे.

संचालक मंडल विश्वविद्यालय के समग्र नीतियों और निर्देशों के लिए जिम्मेदार होगा. संचालक मंडल की शक्तियां और कार्य विश्वविद्यालय के अध्यादेश के अनुसार होंगे. विश्वविद्यालय का नेतृत्व संचालक मंडल द्वारा नियुक्त एक कुलपति करेंगे. कुलपति की नियुक्ति, कार्यकाल, शक्तियां और कार्य विश्वविद्यालय के विधि और नियम के अनुसार होंगे.

नालंदा विश्वविद्यालय की राजकोषीय स्थिति
मेजबान देश में विश्वविद्यालय की संपत्ति, आय और अन्य परिसंपत्ति को सभी प्रत्यक्ष करों से छूट होगी. हालांकि, विश्वविद्यालय जनोपयोगी सेवाओं के लिए शुल्क से अधिक करों में छूट का दावा नहीं करेगा. विश्वविद्यालय को प्रासंगिक कानूनों, नियमों और विनियमों के प्रावधानों के अधीन अपने आधिकारिक उपयोग के लिए आयात और निर्यात पर सीमा शुल्क और अन्य प्रतिबंध से छूट दी गई है, और इस तरह की छूट के तहत आयातित लेख निपटारा किया जाएगा बशर्ते कि मेजबान देश के स्थानीय कानूनों के अनुसार हो. इसके प्रकाशन के संबंध में आयात और निर्यात पर सीमा शुल्क और रोक और प्रतिबंध से छूट दी गई है.

विशेषाधिकार और उन्मुक्ति
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और उसके अकादमिक स्टाफ और जहां लागू हो उनके आश्रित एवं परिवार के सदस्यों को नालंदा विश्वविद्यालय और भारत सरकार के बीच हस्ताक्षरित मुख्यालय करार के तहत विशेषाधिकार और उन्मुक्ति दी जाएगी.

वीजा और वर्क परमिट
मेजबान देश छात्रों, अध्ययन या विश्वविद्यालय में काम करने के लिए भारत की यात्रा के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों को उपयुक्त वीजा प्रदान करेगा.

विवादों के निपटान
इस समझौता ज्ञापन की व्याख्या या कार्यान्वयन के विषय में किसी भी मुद्दे को आपसी विचार विमर्श के माध्यम से तय किया जाएगा.

अंतिम प्रावधान
समझौता ज्ञापन पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन के चार प्रतिभागी देशों के हस्ताक्षर पर प्रभाव में आ जाएगा. समझौता ज्ञापन के प्रभाव में आने के बाद, पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन या नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना और इसके उद्देश्य के लिए हस्ताक्षर करने वाले देश से भिन्न अन्य देश भी उपयुक्त समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.


Who: भारत और चीन
Where: चीन
What: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना से संबधित समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर