7वां ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन (2015) रूसी के उफा में 8-9 जुलाई 2015 को संपन्न हुआ. ब्रिक्स (BRICS) सम्मेलन 2015 का विषय-‘ब्रिक्स भागीदारी: वैश्विक विकास के लिए शक्ति शाली कारक’ है.
ऊफ़ा शहर रूस के बश्कोर्तोशान गणराज्य की राजधानी है और यह गणराज्य का औद्योगिक, आर्थिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक केंद्र है.
7वें ब्रिक्स सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति क्सी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा और ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ ने भाग लिया.
सम्मेलन के एजेंडे में राजनीतिक और आर्थिक मुद्दे शामिल रहे लेकिन मुख्य बल आर्थिक सहयोग पर रहा.
सम्मेलन के अंत में ब्रिक्स देशों के नेताओं ने ऊफा घोषणा-पत्र जारी किया. इसमें उभरती चुनौतियों का जवाब देने में समन्वित प्रयासों को बढ़ावा देने, शांति और सुरक्षा को सुनिश्चित करने, सदस्य देशों के बीच एक स्थायी विकास को बढ़ावा देने की बात कही गई है.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन स्तर की बैठक के अलावा नेताओं ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और यूरेशियन आर्थिक संघ (EEU) के सदस्यों के साथ एक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया.
छठां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्राजील के फोर्टलेजा में आयोजित किया गया. इसका थीम समावेशी विकासः स्थायी समाधान था. 8वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन भारत की राजधानी नई दिल्ली में वर्ष 2016 में आयोजित किया जाना है.
ब्रिक्स
ब्रिक्स शब्द पहली बार वर्ष 2001 में अंतरराष्ट्रीय निवेशक फर्म गोल्डमैन सैक्स द्वारा अपने वैश्विक अर्थशास्त्र पेपर नंबर 66, द वर्ल्ड नीड्स बेटर इकोनोमिक ब्रिक में इस्तेमाल किया गया था.
ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका है.
ब्रिक्स देशों के नेताओं की पहली शिखर बैठक जून 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में आयोजित किया गया था जबकि दूसरा शिखर सम्मेलन वर्ष 2010 में ब्रासीलिया में, तीसरा वर्ष 2011 में चीन के सान्या शहर में, चौथा वर्ष 2012 में नई दिल्ली में और पांचवां वर्ष 2013 में डरबन में किया गया था.
वैश्विक भू राजनीति में, ब्रिक्स के पांच देशों के पास दुनिया की आबादी का 40 प्रतिशत और विश्व का 1/4 भूभाग है. वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में ब्रिक्स के पांच देशों का 40 प्रतिशत हिस्सा शामिल है.
7वें ब्रिक्स सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति क्सी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा और ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ ने भाग लिया.
सम्मेलन के एजेंडे में राजनीतिक और आर्थिक मुद्दे शामिल रहे लेकिन मुख्य बल आर्थिक सहयोग पर रहा.
सम्मेलन के अंत में ब्रिक्स देशों के नेताओं ने ऊफा घोषणा-पत्र जारी किया. इसमें उभरती चुनौतियों का जवाब देने में समन्वित प्रयासों को बढ़ावा देने, शांति और सुरक्षा को सुनिश्चित करने, सदस्य देशों के बीच एक स्थायी विकास को बढ़ावा देने की बात कही गई है.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन स्तर की बैठक के अलावा नेताओं ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और यूरेशियन आर्थिक संघ (EEU) के सदस्यों के साथ एक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया.
छठां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्राजील के फोर्टलेजा में आयोजित किया गया. इसका थीम समावेशी विकासः स्थायी समाधान था. 8वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन भारत की राजधानी नई दिल्ली में वर्ष 2016 में आयोजित किया जाना है.
ब्रिक्स
ब्रिक्स शब्द पहली बार वर्ष 2001 में अंतरराष्ट्रीय निवेशक फर्म गोल्डमैन सैक्स द्वारा अपने वैश्विक अर्थशास्त्र पेपर नंबर 66, द वर्ल्ड नीड्स बेटर इकोनोमिक ब्रिक में इस्तेमाल किया गया था.
ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका है.
ब्रिक्स देशों के नेताओं की पहली शिखर बैठक जून 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में आयोजित किया गया था जबकि दूसरा शिखर सम्मेलन वर्ष 2010 में ब्रासीलिया में, तीसरा वर्ष 2011 में चीन के सान्या शहर में, चौथा वर्ष 2012 में नई दिल्ली में और पांचवां वर्ष 2013 में डरबन में किया गया था.
वैश्विक भू राजनीति में, ब्रिक्स के पांच देशों के पास दुनिया की आबादी का 40 प्रतिशत और विश्व का 1/4 भूभाग है. वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में ब्रिक्स के पांच देशों का 40 प्रतिशत हिस्सा शामिल है.
1 comments:
htat tet mate khubj mahatv ni book mate visit vbparmar123blogspot.com
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