मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित
करने हेतु ‘ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ (जीआईएस) 2014 के आयोजन की घोषणा की. यह सम्मेलन
अक्टूबर माह में इंदौर में आयोजित किया जाना है. इस सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख
रूप से मध्य प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करना है. सम्मेलन 8 अक्टूबर 2014 से 10 अक्टूबर 2014
तक आयोजित किया जाना है. ‘ग्लोबल इन्वेसटर्स
समिट’ 2014 का थीम इन्वेस्ट मध्य प्रदेश है.
‘ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ (जीआईएस) 2014 की मुख्य बातें
• तीन दिनों तक चलने
वाले इस समिट का उद्देश्य मध्य प्रदेश की ताकत और औद्योगिक क्षमता का प्रदर्शन और
भारतीय उद्योगपतियों, नीति निर्माताओं और अन्य हितधारकों के
साथ बातचीत के लिए वैश्विक मंच मुहैया कराना है.
• फोकस क्षेत्र कृषि–
व्यापार और खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल एवं
इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर, औद्योगिक
संरचना, फार्मास्युटिकल्स, आईटी,
अक्षय ऊर्जा, कपड़ा और हथकरघा, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास, पर्यटन और शहरी विकास
होंगे.
• मध्य प्रदेश राज्य
पर्यटन विकास निगम को घरेलू और विदेशी प्रतिभागियों के लिए मनोरंजक सैर के लिए
विशेष व्यवस्था करने का जिम्मा सौंपा गया है.
• ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, कनाडा, चेक रिपब्लिक,
दक्षिण अफ्रीका और क्यूबेक इस समिट में भागीदार देश के तौर पर
हिस्सा लेंगे.
• पोलैंड, बेल्जियम, बांग्लादेश, बोलिविया,
स्वीडन, मैक्सिको, कनाडा,
चेक गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया के राजदूतों और उच्चायुक्तों ने भागीदारी
की पुष्टि की है.
पृष्ठभूमि
मध्य प्रदेश ने सबसे पहले ‘ग्लोबल
इन्वेसटर्स समिट’ (जीआईएस) का आयोजन 2007 में किया था जिसमें 1.20 ट्रिलियन रुपये के 102
समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए थे. हर एक सम्मेलन विषेश थीम
पर होता है और उसका उद्देश्य उद्योग जगत के दिग्गजों, निवेशकों,
निगमों, विचारकों, नीति
और विचार निर्माताओं को एक मंच पर लाना होता है.
पिछला ‘ग्लोबल इन्वेसटर्स
समिट’ 2012 में आयोजित किया गया था और इसमें 15 देशों, 1300 एमएसएमई प्रतिनिधि, 850 एमएसएमई, 10 सेक्टर संगोष्ठियों के साथ 2200 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.
मध्य प्रदेश की विशेषता
• मध्य प्रदेश ईंधन,
खनिज कृषि और जैव विविधता के संसाधन समृद्ध है.
• यह भारत का एकमात्र
हीरा उत्पादक राज्य है.
• राज्य में एशिया के 135
मीटर के सबसे मोटे कोयला सीवन वाला कोयला क्षेत्र और तांबा का सबसे
बड़ा खुला खदान है.
• करीब 14 फीसदी सीमेंट का उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है.
• मध्य प्रदेश को लगातार
तीन वर्षों– 2012, 2013 और 2014 के लिए
तीन कृषि कर्मण पुरस्कार मिले हैं.
• मध्य प्रदेश में
वन्यजीव पर्यटन, एडवेंचर और इको– टूरिज्म
के लिए अपार क्षमता है.
• मध्य प्रदेश में करीब 20,000
हेक्टेयर भूमि औद्योगिक विकास के लिए उपलब्ध है.