17वें एशियाई खेल 2014: सानिया मिर्जा और साकेत माइनेनी ने टेनिस में मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता-(30-SEP-2014) C.A

| Tuesday, September 30, 2014
दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित 17वें एशियाई खेलों में 29 सितंबर 2014 को भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और पुरुष टेनिस खिलाड़ी साकेत माइनेनी ने टेनिस प्रतियोगिता के मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता.

सानिया और साकेत की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फाइनल मैच में शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी चीनी ताइपै के हाओ चिंग चान और सियेन यिन पेंग को 6-4, 6-3 से हराया. हाओ चिंग चान विंबलडन टेनिस प्रतियोगिता 2014 में महिला युगल के फाइनल में पहुंची थीं.

इसके पहले साकेत माइनेनी ने सनम सिंह के साथ पुरुष युगल का रजत पदक जीता था.
   
भारत ने 29 सितंबर 2014  तक 17वें एशियाई खेलों की टेनिस स्पर्धा में एक स्वर्ण सहित पांच पदक जीते. युकी भांबरी ने पुरुष एकल में और दिविज शरण के साथ युगल में कांस्य जीते जबकि सानिया और प्रार्थना थोंबरे ने महिला युगल में कांस्य पदक जीता. सानिया के अब एशियाई खेलों में आठ पदक हो गए.

भारत ने 29 सितंबर 2014 को सात पदक जीते जिससे वह छह स्वर्ण, सात रजत और 29 कांस्य पदक सहित कुल 42 पदकों के साथ नौवें स्थान पर पहुंच गया. चीन ने कुल 238 पदक के साथ पहले स्थान पर है, जिसमें 112 स्वर्ण, 72 रजत और 54 कांस्य पदक शामिल है. मेजबान दक्षिण कोरिया कुल 146 पदक के साथ दूसरे जबकि जापान 132 पदक के साथ तीसरे स्थान पर है.



शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2014 की घोषणा-(30-SEP-2014) C.A

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सीएसआईआर ने दस वैज्ञानिकों को उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2014 की घोषणा 26 सितंबर 2014 को की. इस पुरस्कार की घोषणा नई दिल्ली में सीएसआईआर की 72वीं स्थापना दिवस समारोह के दौरान वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक डॉ परमवीर सिंह आहूजा द्वारा की गई.
शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के अतंर्गत वैज्ञानिकों को 5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ ही प्रशस्ति-पत्र और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया जाता है.
विभिन्न क्षेत्रों में चयनित पुरस्कार विजेता: 
बायोलॉजिकल साइंस: डॉ. रूप मलिक, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई
केमिकल साइंसेज: डॉ. के. आर. प्रसाद, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु और सौविक मैती, इंस्टिट्यूट ऑफ जीनोमिक्स ऐंड इंटिग्रेटिव बायॉलाजी, नई दिल्ली 
अर्थ, एटमॉस्फियर, ओसन ऐंड प्लैनेटरी साइंसेज: डॉ. एस.एन त्रिपाठी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी, कानपुर 
इंजीनियरिंग साइंसेज: डॉ. एस. वेंकटमोहन, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नॉलाजी, हैदराबाद और डॉ. सौमेन चक्रवर्ती, आईआईटी, मुंबई
मैथमेटिकल साइंसेज: डॉ. कौशल कुमार वर्मा, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु
मेडिकल साइंसेज: डॉ. अनुराग अग्रवाल, इंस्टिट्यूट ऑफ जीनोमिक्स ऐंड इंटिग्रेटिव बायॉलाजी, नई दिल्ली
फिजिकल साइंसेज: डॉ. प्रताप रायचौधरी, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई और डॉ. एस.ए. रंगावाला, रमन रिसर्च इंस्टिट्यूट, बेंगलुरु
इसके अलावा, सीएसआईआर ग्रामीण विकास के एस एंड टी पुरस्कार 2013 और सीएसआईआर डायमंड जुबली प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2014 की भी घोषणा की गई.
सीएसआईआर ग्रामीण विकास एस एंड टी पुरस्कार 2013: सांबा चावल किस्म के विकास के लिए सीएसआईआर सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मालिक्यूलर बॉयोलाजी (सीएसआईआर-सीसीएमबी) हैदराबाद और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, डायरेक्टोरेट ऑफ राइस रिसर्च, हैदराबाद को सम्मानित किया गया.
सीएसआईआर डायमंड जुबली प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2014: कोलोरेक्टल कैंसर की एक अनोखी दवा इरीनोटीकेन (Irinotecan) के विकास और व्यावसायीकरण के लिए एव्रा लेबोरेटरीज प्रा. लिमिटेड, हैदराबाद को सम्मानित किया गया.


ओ.पन्नीरसेल्वम ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली-(30-SEP-2014) C.A

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एआईएडीएमके नेता एवं तमिलनाडु के नवनियुक्त मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने 29 सितंबर 2014 को चेन्नई में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. उनके साथ उनके कैबिनेट के 32 मंत्रियों ने भी शपथ ली.
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता को 27 सितंबर 2014 को न्यायालय से आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार देकर चार वर्ष के कारावास की सज़ा सुनाई गई, जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया. इसके बाद ओ. पन्नीरसेल्वम को एआईएडीएमके दल की ओर से नेता चुना गया. वह निवर्तमान में राज्य के वित्तमंत्री थे. इससे पहले भी ओ. पन्नीरसेल्वम, सितंबर 2001 से मार्च 2002 तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.

ओ.पन्नीरसेल्वम से संबंधित मुख्य तथ्य 
वर्ष 1951 में जन्मे पन्नीरसेल्वम किसान परिवार से हैं.
राजनीति में उनका आगमन वर्ष 1996 में हुआ जब वह पहली बार पेरियाकुलम नगर निगम अध्यक्ष बने.
वर्ष 2001 में वह पहली बार पेरियाकुलम विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और जयललिता सरकार में लोक निर्माण मंत्री बनाए गए.
वर्ष 2001 में जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद संभाली तो एक रिकार्ड उनके नाम जुड़ा और वह था थेवार समुदाय से आने वाले प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनने का.
वर्ष 2006 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके की हार के बाद उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की भी भूमिका निभाई.

विदित हो कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता को आय के ज्ञात स्रोत से 66 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति जमा करने के एक मामले में 27 सितंबर 2014 को न्यायालय ने दोषी करार देते हुए चार वर्ष कैद की सजा सुनाई और 100 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया.


17वें एशियाई खेल 2014: भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया-प्रार्थना की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता-(30-SEP-2014) C.A

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दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित 17वें एशियाई खेलों में 28 सितंबर 2014 को भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और प्रार्थना थोमबरे की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता. भारतीय जोड़ी महिला-युगल टेनिस मुकाबले के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की चिन वी चान और सु वी सिहिन की जोड़ी से हार गई.
विश्व की पांचवीं वरीयता प्राप्त सानिया-प्रार्थना की जोड़ी को विश्व की दूसरी वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे की जोड़ी (चिन वी चान और सु वी सिहिन) ने 6-7 (1-7), 6-2, 10-4 से पराजित किया.


भारत के मुख्य न्यायाधीश राजेंद्र मल लोढ़ा सेवानिवृत्त हुए-(30-SEP-2014) C.A

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भारत के 41वें मुख्य न्यायाधीश राजेंद्र मल लोढ़ा 27 सितंबर 2014 को सेवानिवृत्त हो गए. वह पांच महीने के लिए मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए.
राजेंद्र मल लोढ़ा ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश पी सदाशिवम की सेवानिवृत्ति के बाद 27 अप्रैल 2014 को भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला था. अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका नाम न्यायमूर्ति सदाशिवम द्वारा सिफारिश के बाद उनको भारत का मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया.
मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान जस्टिस लोढ़ा ने कोयला आवंटन घोटाले में निर्णय किया था.
लोढ़ा की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की बेंच ने 24 सितम्बर 2014 को वर्ष 1993 और वर्ष 2010 के बीच आवंटित 218 कोल ब्लॉक में से सिर्फ चार सरकारी कोल ब्लॉक को छोड़कर शेष सभी कोल आवंटन रद्द कर दिए.
न्यायमूर्ति आर एम लोढ़ा से संबंधित मुख्य तथ्य
•    न्यायमूर्ति आर एम लोढ़ा वर्ष 1973 में राजस्थान बार काउंसिल में पंजीकृत हुए.
•    उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय में कानून के अभ्यास के दौरान संवैधानिक, सिविल, कंपनी, आपराधिक, कराधान और श्रम जैसी कानून की सभी शाखाओं का अभ्यास किया.
•    जनवरी 1994 में वे राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त हुए और 15 दिन बाद ही उन्हें बांबे हाईकोर्ट मंब स्थानांतरित कर दिया गया.
•    न्यायमूर्ति लोढ़ा 13 वर्ष तक बांबे हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहे. फरवरी 2007 में वे पुनः राजस्थान हाईकोर्ट स्थानांतरित हुए. 13 मई 2008 को वे पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और 17 दिसंबर 2008 को वे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पद पर नियुक्त हुए.
•    न्यायमूर्ति आर एम लोढ़ा का जन्म राजस्थान के जोधपुर में वर्ष 1949 में हुआ.
•    उनके पिता एस के मल लोढ़ा भी राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं.



चीन के भू-जीव वैज्ञानिकों को विश्व के पहले जीव का अवशेष प्राप्त हुआ-(30-SEP-2014) C.A

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चीन के भू-जीव वैज्ञानिकों ने ऐसे रहस्यमयी गोलाकार अवशेषों की खोज की है जो धरती पर विकसित हुए सबसे पहले जीवों के हो सकते हैं.  इस संबंध में 25 सितंबर 2014 को घोषणा की गयी.
दक्षिण चीन की चंट्टानों की तहों में मिले इन अवशेषों को मेगास्फीयर(Megasphaera) नाम दिया गया. इसका आकर 0.03 इंच का है. यह अवशेष 60 करोड़ वर्षो से भी अधिक समय से इन चंट्टानों में सुरक्षित हैं. इनकी संरचना काफी जटिल है. 

वर्जीनिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रमुख शोधकर्ता शुहाई शियो ने कहा, 'ये अवशेष एक कोशिकीय जीव और बहुकोशिकीय जीव के संक्रमण के बारे में जानकारी मुहैया करा सकते हैं.' जर्नल नेचर में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, इन कोशिकाओं का आकार अन्य कोशिकाओं के आकार से अलग है.


लिएंडर पेस और मार्सिन मात्कोवस्की ने मलेशियाई ओपन का पुरुष युगल खिताब जीता-(30-SEP-2014) C.A

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लिएंडर पेस और मार्सिन मात्कोवस्की ने एटीपी मलेशियाई ओपन के पुरुष युगल का खिताब 28 सितंबर 2014 को जीता. भारत और पोलैंड की चौथी वरीय जोड़ी ने कुआलालंपुर में ब्रिटेन के जेमी मरे और आस्ट्रेलिया के जान पीयर्स की जोड़ी को फाइनल में 3-6, 7-6, 10-5 से हराया.
यह भारत के टेनिस स्टार लिएंडर पेस के अपने कैरियर का 54वां एटीपी खिताब और सत्र का पहला खिताब था. पेस को इस जीत से 250 रैंकिंग अंक और 25065 डालर की इनामी राशि प्राप्त हुई. मात्कोवस्की के लिए, यह उनका दूसरा मलेशिया ओपन खिताब था. इससे पहले मात्कोवस्की ने मारिश फ़िर्स्टेनबर्ग के साथ वर्ष 2009 में पहली ट्राफी जीती थी.
मार्सिन मात्कोवस्की को अपने कैरियर का 54 वां एटीपी खिताब जितानें में मदद करने वाले पेस उनके 98 वें युगल जोड़ीदार है.


ब्रिटेन के पूर्वी डिवोन में चौथी सदी के सिक्के प्राप्त हुए-(30-SEP-2014) C.A

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ब्रिटेन के पूर्वी डिवोन में मेटल डिटेक्टर करने वाले व्यक्ति लारेंस इगरटोन को जमीन से चौथी सदी (रोमन साम्राज्य) के सिक्के प्राप्त हुए. इस संबंध में 26 सितंबर 2014 को घोषणा की गयी. इन सिक्कों का मू्ल्य एक लाख पौंड (एक करोड़ रुपए) है.
 
इक्यावन वर्षीय लारेंस इगरटोन को खुदाई के दौरान मिट्टी का घड़ा मिला, उसमें रोमन साम्राज्य के 22703 सिक्के मिले. इन सिक्कों में चांदी व तांबा अधिक मात्रा में मिला हुआ है. ये सिक्के 260 ई. से 348 ई. के मध्य के हैं.
चौथी शताब्दी में इन सिक्कों का मूल्य सोने की चार अशरफियों के बराबर रहा होगा. ब्रिटेन में पहली बार इतनी अधिक संख्या में रोमन साम्राज के सिक्के मिले हैं.

इस क्षेत्र की जमीन नमकीन (एसिडिक) है. जिसके कारण इतनी पुरानी धातु जमीन में गल जाती है लेकिन मिट्टी के बर्तन में होने के कारण यह सिक्के बचे रहे. यह सिक्के किसी सैनिक या किसान ने गाढ़ कर रखे होंगे.

विदित हो कि इस जमीन की खुदाई पुरातत्वेता कर चुके थे और उन्हें कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ था. पेशे से बिल्डर इगरटोन शौकिया इस जमीन पर मेटल डिटेक्टर लेकर पहुंचा था. वहां उसे लोहे के तत्व मिलने के हल्के से संकेत प्राप्त हुए थे.



छठी दिल्ली आर्थिक जनगणना 2013 जारी-(30-SEP-2014) C.A

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छठी दिल्ली आर्थिक जनगणना 19 सितंबर 2014 को जारी की गई. इसे दिल्ली सरकार के आर्थिक और सांख्यिकी महानिदेशालय ने जारी किया. आर्थिक जनगणना का काम फरवरी 2013 से जून 2013 के बीच किया गया था. इसमें कृषि क्षेत्र की सभी प्रकार की उद्यमिता गतिविधियों और और गैरकृषि गतिविधियों (फसल उत्पादन और रोपण को छोड़कर) को शामिल किया गया था.
जनगणना की मुख्य बातें
•    दिल्ली में प्रति उद्यम औसत रोजगार आकार 3.34 है जो कि राष्ट्रीय औसत 2.18 से अधिक है. 
•    दिल्ली के सिर्फ 3.32 फीसदी प्रतिष्ठानों में ही आठ या उससे अधिक कर्मचारियों को रोजगार मिला हुआ है. 
•    दिल्ली में काम कर रहीं कुल प्रतिष्ठानों की संख्या जो कि वर्ष 2005 की पांचवी आर्थिक जनगणना में 7.55 लाख थीं, वर्ष 2013 में 8.93 लाख हो गई, इसमें 18.35 फीसदी के वृद्धि का संकेत है. 
•    प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कुल 2984850 लोगों में से अधिकांश पुरुष हैं, करीब 87.8 फीसदी. 
•    महिलाएं सिर्फ 12.2 फीसदी की हिस्सेदारी रखती हैं जबकि अखिल भारतीय स्तर पर महिलाओँ का कुल रोजगार 30.90 फीसदी है. दिलचस्प है कि, सिर्फ 68.70 फीसदी महिलाओं को ही काम पर रखा गया है, इससे पता चलता है कि वे अक्सर परिवार के सदस्यों या मालिकों की मदद करती हैं.
•    देश के कुल प्रतिष्ठानों का 1.53 फीसदी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में है. इनमें से 76.89 प्रतिष्ठान निश्चित ढांचे में परिचालित होते हैं जबकि बाकि के 23.11 फीसदी बिना किसी निश्चित ढांचे के घरों से परिचालत हो रही हैं.
•    प्रतिष्ठानों की अधिकतम संख्या यानि 1.53 लाख सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में है. इसके बाद वेस्ट और नॉर्थ इस्ट डिस्ट्रिक्ट का स्थान है. 
•    रोजगार के मामले में, सबसे अधिक संख्या –5.76 लाख व्यक्ति सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में काम कर रहे हैं. इसके बाद साउथईस्ट और नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट का स्थान है जहां कुल 19.3 फीसदी लोग काम करते हैं.



सुरेश प्रभु जी-20 वार्षिक शिखर सम्मेलन 2014 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शेरपा नियुक्त-(30-SEP-2014) C.A

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सुरेश प्रभु जी-20 वार्षिक शिखर सम्मेलन 2014 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शेरपा 23 सितंबर 2014 को नियुक्त किए गए.
उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चयनित किया गया.
जी-20 वार्षिक शिखर सम्मेलन 15 नवम्बर-16 नवम्बर के बीच ब्रिस्बेन में आयोजित किया जाएगा. सुरेश प्रभु  30 सितंबर से 1 अक्टूबर 2014 के बीच कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित जी-20 शेरपा की बैठक में भाग लेंगे. शेरपा एक वरिष्ठ अधिकारी होता है जो शिखर सम्मेलन के दौरान के नेताओं के विचार और एजेंडा को तैयार करने की जिम्मेदारी लेता है.
सुरेश प्रभु के बारे में
·       सुरेश प्रभु भारत की 14वीं लोकसभा के संसद सदस्य हैं.
·       सुरेश प्रभु ने इंडस्ट्रीज, पर्यावरण और वन, उर्वरक एवं रसायन और विद्युत, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम कैबिनेट मंत्री के रूप में सेवा की.
·       वर्तमान में, वह ऊर्जा, पर्यावरण और जल पर परिषद के अध्यक्ष हैं.
·       वह विश्व आर्थिक मंच के वैश्विक सलाहकार परिषद का सदस्य है.


केंद्र सरकार ने शहरी और ग्रामीण गरीबों के लिए दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना का आरंभ किया-(29-SEP-2014) C.A

| Monday, September 29, 2014
केंद्र सरकार ने शहरी और ग्रामीण गरीबों के लिए दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना का आरंभ 25 सितंबर 2014 को किया. योजना का उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर शहरी और ग्रामीण गरीबी को कम करना है.
दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना में दो घटक हैंएक शहरी भारत के लिए और एक ग्रामीण भारत के लिए. शहरी घटक का कार्यान्वयन केंद्रीय आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय करेगा जबकि ग्रामीण घटक, जिसका नाम दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना है, का कार्यान्वय केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया जाना है.
ग्रामीण योजना की मुख्य बातें
•    योजना का उद्देश्य आगामी तीन वर्षों अर्थात वर्ष 2017 तक 10 लाख (एक मिलियन) ग्रामीण युवाओँ को प्रशिक्षित करना है.
•    योजना के तहत शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु 15 वर्ष है. आजीविका कौशल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष थी.
•    ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जानी है.
•    योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले कौशल अब अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुकाबले होंगें और प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया अभियान के पूरक बनेंगे.
•    कौशल्या योजना में विकलांगों के प्रशिक्षण की जरूरतों का भी ख्याल रखा जाएगा और ग्रामीण युवाओं में कौशल विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों समेत निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी शामिल किया जाना है.
शहरी इलाकों के लिए दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना

शहरी इलाकों के लिए दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के अंतर्गत सभी 4041 शहरों और कस्बों को कवर कर पूरे शहरी आबादी को लगभग कवर किया जाएगा. फिलहाल, सभी शहरी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सिर्फ 790 शहर और कस्बे ही आते हैं.

शहरी योजना की मुख्य बातें
·       प्रत्येक शहरी गरीब पर 15000 रुपयों से लेकर 18000 रुपये खर्च कर उन्हें कुशल बनाया जाएगा.
·       सूक्ष्म उद्यमों (माइक्रोइंटरप्राइजेज) और समूह उद्यमों (ग्रुप इंटरप्राइजेज) की स्थापना के जरिए स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा. इसमें व्यक्तिगत परियोजनाओं के लिए 2 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी औऱ समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपयों की ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाएगी. सब्सिडी वाले ब्याज की दर 7 फीसदी होगी.
·       शहर आजीविका केंद्रों (सिटि लाइवलीहुड सेंटर्स) के जरिए शहरी नागरिकों द्वारा शहरी गरीबों को बाजारोन्मुख कौशल में प्रशिक्षित करने की बड़ी मांग को पूरा किया जाएगा. प्रत्येक केंद्र को 10 लाख रुपयों का पूंजी अनुदान दिया जाएगा.
·       शहरी गरीबों को स्वयंसहायता समूहों से वित्तीय और सामाजिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाने के लिए प्रत्येक समू को दस हजार रुपए का सहयोग दिया जाएगा जो बदले में बैंक लिंकेज के साथ मदद करेगा.
·       विक्रेताओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए विक्रेता बाजार का विकास.
·       शहरी बेघरों के लिए स्थायी आवासों का निर्माण और अन्य जरूरी सेवाओं का प्रावधान.


न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू ने देश के 42वें प्रधान न्यायाधीश के पद की शपथ ली-(29-SEP-2014) C.A

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न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू (एच. लक्ष्मीनारायणस्वामी) ने 28 सितंबर 2014 को देश के 42वें प्रधान न्यायाधीश के पद की शपथ ली. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. वह भारत के 42वें प्रधान न्यायाधीश हैं. न्यायमूर्ति एचएल दत्तू ने 27 सितंबर 2014 को सेवानिवृत हुए न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा का स्थान लिया.
  
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू का कार्यकाल 2 दिसंबर 2015 तक (14 महीने) है. वे वर्ष 2014 में भारत के प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ लेने वाले सर्वोच्च न्यायालय के दूसरे न्यायाधीश हैं.  इसके अप्रैल 2014 में न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा ने शपथ ली थी.

न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू से संबंधित मुख्य तथ्य
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू 17 दिसंबर 2008 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे. इससे पहले वह केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे. 
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू 18 दिसंबर 1995 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे. इसके बाद वह 12 फरवरी 2007 को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए. उनका तबादला 18 मई 2007 को केरल उच्च न्यायालय में कर दिया गया.
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल का जन्म कर्नाटक में 3 दिसंबर 1950 को हुआ था. 
वर्ष 1983 से वह कर्नाटक उच्च न्यायालय में बिक्री कर विभाग के लिए सरकारी वकील, आयकर विभाग के वकील और बाद में सरकारी वकील बने. 
वर्ष 1995 में आयकर विभाग के लिए वरिष्ठ वकील बनाए जाने के बाद न्यायमूर्ति दत्तू को कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायधीश के रूप में प्रोन्नति दिया गया. 
फरवरी 2007 में उन्हें छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायधीश बनाया गया. बाद में वह केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश बने. 
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में जांच पर निगरानी रख रही पीठ की अगुवाई कर रहे हैं.

न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू पर तथा कथित आरोप 
न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू का नाम कर्नाटक में प्लॉट आवंटन घोटाले में जोड़ा गया था.  रॉ की एक पूर्व अधिकारी ने न्यायाधीश न्यायमूर्ति एचएल दत्तू पर यौन उत्पीड़न के मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर रखी है. याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि जब वह लॉ की पढ़ाई कर रही थीं, तब न्यायमूर्ति दत्तू ने वर्ष 2011 में उनका यौन उत्पीड़न किया था. याचिकाकर्ता 1987 बैच की रॉ की अधिकारी रही हैं.

एसबीआई ने कोरिया एक्जिम बैंक के साथ 500 मिलियन डॉलर लाइन ऑफ क्रेडिट पर हस्ताक्षर किया-(29-SEP-2014) C.A

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देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कोरिया के एक्सपोर्टइंपोर्ट बैंक (कोरिया एक्जिम बैंक) के साथ 500 मिलियन डॉलर के लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) पर हस्ताक्षर करने की 26 सितंबर 2014 को घोषणा की.
इस एलओसी का प्रयोग भागीदारी या विश्व भर में कोरियाई कंपनियों के साथ नियमित व्यापार या संयुक्त उपक्रमों या सहायक कंपनियों के साथ व्यापार के लिए भारत और पड़ोसी देशों में एसबीआई के ग्राहकों को वित्त मुहैया कराने में किया जाएगा.
एसबीआई के क्षेत्रीय प्रमुख (पूर्व एशिया)सी वेंकट नागेश्वर और कोरिया एक्जिम बैंक के निदेशक मंडल के सदस्य युंग वान सुल ने सियोल में इस समझौते पर हस्ताक्षर किया. पूरी प्रक्रिया में एसबीआई की सहायक एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने मदद की और इस समझौते को कोरियाभारत रणनीतिक भागीदारी को मजबूत बनाने की दिशा में उठाए गए कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
घोषणा के मुताबिक, यह एलओसी 16 जनवरी 2014 को दोनों संस्थानों के बीच किए गए 200 मिलियन डॉलर के एलओसी समझौते के अतिरिक्त होगा जो कि भारतीय कंपनियों को कोरिया से सामानों एवं सेवाओं के आयात को बढ़ावा देने के लिए किया गया था.


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इस्तीफा दिया-(29-SEP-2014) C.A

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पृथ्वीराज चव्हाण ने अपनी सरकार के अल्पमत में आने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से 26 सितंबर 2014 को इस्तीफा दे दिया. चव्हाण ने अपना इस्तीफा राज्यपाल सी विद्यासागर राव को सौंपा. पिछले पंद्रह वर्षों से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) द्वारा दिए जा रहे समर्थन के वापस लेने के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
एनसीपी ने 25 सितंबर 2014 को आगामी तीन सप्ताह में होने वाले विधानसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस से अपना समर्थन वापस लिया है. पृथ्वीराज चव्हाण के इस्तीफा देने के बाद महाराष्ट्र में 28 सितंबर 2014 को राष्ट्रपति शासन लागू हो गया.
पृथ्वीराज चव्हाण के बारे में
·       कांग्रेस के प्रतिनिधि पृथ्वीराज चव्हाण महाराष्ट्र के 22वें मुख्यमंत्री थे.
·       वे प्रधानमंत्री कार्यालय में संसदीय मामलों के मंत्री और कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं.
·       चव्हाण जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश समेत कई राज्यों के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के महासचिव रह चुके हैं.
·       वे बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से स्नातक हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से उन्होंने मैकनिकल इंजीनियरिंग की है.
·       चव्हाण अमेरिका में विमान उपकरण और पनडुब्बी रोधी युद्ध के लिए ऑडियो रिकार्डर के डिजाइन के क्षेत्र में काम करने के बाद भारत लौटे और वर्ष 1974 में उद्यमी बने.
·       पृथ्वीराज चव्हान का जन्म 17 मार्च 1946 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था.


17वें एशियाई खेल 2014:संदीप सेजवाल ने तैराकी में कांस्य पदक जीता-(29-SEP-2014) C.A

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क्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित 17वें एशियाई खेलों में 25 सितंबर 2014 को संदीप सेजवाल ने पुरुषों के 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक (तैराकी) में कांस्य पदक जीता. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक कजाकिस्तान के दिमित्री बालानडिन ने जीता.
संदीप सेजवाल ने अंतिम रेस में 28.26 सेकेंड के साथ तीसरा स्थान हासिल किया. कजाकिस्तान के दिमित्री बालानडिन ने 27.78 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक जीता. वहीं जापान के याशुहिरो कोसेकी ने रजत पदक हासिल किया. उन्होंने 27.89 सेकेंड का समय निकाला.
विदित हो कि ग्वांग्झू एशियाई खेलों में वीरधवल खाड़े ने 50 मीटर बटरफ्लाई में कांस्य पदक जीता था. खाड़े से पहले खजान सिंह ने वर्ष 1986 में 200 मीटर बटरफ्लाई में रजत पदक जीता था.


मस्तिष्क कोशिका की नई किस्म की खोज की गयी-(29-SEP-2014) C.A

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शोधकर्ताओं ने एक नए प्रकार की मस्तिष्क कोशिका की खोज की है जो कोशिका बनावट (सेल बॉडी) को दरकिनार कर संकेत भेजती है. यह खोज न्यूरॉननामक शोध जर्नल में 17 सितंबर 2014 में प्रकाशित हुई थी.
नई कोशिकाएं चूहे के अश्वमीन (हिप्पोकैम्पस) में पाया गया है. मनष्यों में भी चूहों के जैसी ही सामान्य मस्तिष्क संरचना और अश्वमीन पाया जाता है.
आमतौर पर, प्रतीकात्मक मस्तिष्क कोशिका में शाखाओं में बंटी हुई डेंड्राइट्स को अन्य न्यूरॉनों से भी संकेत प्राप्त होते हैं. ये संकेत एक बार परिवर्तित किए जाने के बाद एक्जॉन के साथ दूसरे न्यूरॉनों को भेज दिए जाते हैं. शोधकर्ताओं द्वारा खोजी गयी मस्तिष्क कोशिका से एक्जॉन एक डेन्ड्राइट्स से सीधे पैदा होते है.
तंत्रिका तंत्र वैज्ञानिकों (न्यूरोसाइंटिस्ट) द्वारा किया गया शोध
इन एक्जॉन वाहक डेंड्राइट्रों को प्राप्त होने वाले संकेतों के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए टीम ने ग्लूटामेट नाम का एक न्यूरोट्रांसमीटर एक चूहे के मस्तिष्क कोशिका में डाला. ये ट्रांसमीटर बेहद हल्के स्पंदन से भी सक्रिए हो सकते हैं.
हाईरेजल्युशन वाले माइक्रोस्कोप का प्रयोग कर टीम ने विशिष्ट डेंड्राइट पर सीधे प्रकाश बीम डाला और फिर इनपुट संकेत के अनुकरण के लिए न्यूरोट्रांसमीटर को सक्रिय किया.
परिणाम, पाया गया कि एक्जॉन से सीधे जुड़े डेंड्राइट्स छोटे से भी इनपुट उत्तेजना से सक्रिए हो जाता है और न्यूरॉन को सक्रिए बना देता है. यह तब हुआ जब एक्जॉन को अन्य डेंड्राइट से सूचना प्रवाह निरोधात्मक इनपुट संकेतों को कोशिका शरीर पर दबा दिया जाता है.

इस विशिष्ट डेंड्राइट से प्रेषित सूचना किसी भी अन्य डेंड्राइट से प्रेषित सूचना के मुकाबले तंत्रिका कोशिका के व्यवहार को प्रभावित करती है.
अप्रत्याशित निष्कर्ष
•    न्यूरॉन विभिन्न आकृति और आकार के होते हैं लेकिन इसका बुनियादी ब्लूप्रिंट सेल बॉडी के जैसा ही होता है जो जिससे डेंड्राइट और एक्जॉन उभरते हैं.
•    डेंड्राइट्स शाखा जैसी संरचना होती है जो अन्य तंत्रिका कोशिकाओं से संकेत प्राप्त करते हैं और उसे बॉडी सेल को भेजते हैं. उसके बाद न्यूरॉन संकेतों को परिष्कृत करता है और फिर सूचना को अगली कोशिका को एक्जॉन के जरिए भेजता है.
•    हालांकि, नई खोज की गई कोशिका में अज्ञात प्रक्रिया है. इन कोशिकाओं में, संकेत किसी डेंड्राइटस से निकलने वाले एक्जॉन की यात्रा करने की बजाए सेल बॉडी को छोड़ देता है.
•    टीम ने हिप्पोकैम्पस (मस्तिष्क का हिस्सा जिसमें स्मृति शामिल होती है) में पीरामिड के आकार वाली कोशिकाओं में एक्जॉन की उत्पत्ति स्थान को रंगा है. आधे से अधिक कोशिकाओँ में, उन्होंने पाया कि एक्जॉन सेल बॉडी से नहीं निकला लेकिन वह किसी डेंड्राइट से पैदा होता है.
अनुत्तरित सवाल
हालांकि, खोज के बाद यह सवाल उठाया गया है कि आखिर क्यों इन हिप्पोकैम्पस कोशिकाओं को इन विशेष बाइपाइस की जरूरत है जो सेल बॉडी को छोड़ देते हैं. कोशिकाओं का अनूठा आकार संभवतः उन्हें अधिक मजबूत बनाता है और उन स्थितियों से खतरे को कम करता है जहां उनकी प्रतिक्रिया न्यूरांस के परंपरागत मार्ग पर काम करने की बजाए कम होती है.
हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कौन सा संकेत इस विशेषाधिकार प्राप्त चैनल का उपयोग करता है और क्यों.


मध्य प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करने हेतु ‘ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ के आयोजन की घोषणा-(29-SEP-2014) C.A

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मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने हेतु ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ (जीआईएस) 2014 के आयोजन की घोषणा की. यह सम्मेलन अक्टूबर माह में इंदौर में आयोजित किया जाना है. इस सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख रूप से मध्य प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करना है. सम्मेलन 8 अक्टूबर 2014 से 10 अक्टूबर 2014 तक आयोजित किया जाना है. ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ 2014 का थीम इन्वेस्ट मध्य प्रदेश है.
ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ (जीआईएस) 2014 की मुख्य बातें
•    तीन दिनों तक चलने वाले इस समिट का उद्देश्य मध्य प्रदेश की ताकत और औद्योगिक क्षमता का प्रदर्शन और भारतीय उद्योगपतियों, नीति निर्माताओं और अन्य हितधारकों के साथ बातचीत के लिए वैश्विक मंच मुहैया कराना है.
•    फोकस क्षेत्र कृषिव्यापार और खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाइल एवं इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर, औद्योगिक संरचना, फार्मास्युटिकल्स, आईटी, अक्षय ऊर्जा, कपड़ा और हथकरघा, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास, पर्यटन और शहरी विकास होंगे.
•    मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम को घरेलू और विदेशी प्रतिभागियों के लिए मनोरंजक सैर के लिए विशेष व्यवस्था करने का जिम्मा सौंपा गया है.
•    ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, कनाडा, चेक रिपब्लिक, दक्षिण अफ्रीका और क्यूबेक इस समिट में भागीदार देश के तौर पर हिस्सा लेंगे.
•    पोलैंड, बेल्जियम, बांग्लादेश, बोलिविया, स्वीडन, मैक्सिको, कनाडा, चेक गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया के राजदूतों और उच्चायुक्तों ने भागीदारी  की पुष्टि की है.
पृष्ठभूमि
मध्य प्रदेश ने सबसे पहले ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ (जीआईएस) का आयोजन 2007 में किया था जिसमें 1.20 ट्रिलियन रुपये के 102 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए थे. हर एक सम्मेलन विषेश थीम पर होता है और उसका उद्देश्य उद्योग जगत के दिग्गजों, निवेशकों, निगमों, विचारकों, नीति और विचार निर्माताओं को एक मंच पर लाना होता है.
पिछला ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट’ 2012 में आयोजित किया गया था और इसमें 15 देशों, 1300 एमएसएमई प्रतिनिधि, 850 एमएसएमई, 10 सेक्टर संगोष्ठियों के साथ 2200 प्रतिनिधियों  ने हिस्सा लिया था.
मध्य प्रदेश की विशेषता
•    मध्य प्रदेश ईंधन, खनिज कृषि और जैव विविधता के संसाधन समृद्ध है.
•    यह भारत का एकमात्र हीरा उत्पादक राज्य है.
•    राज्य में एशिया के 135 मीटर के सबसे मोटे कोयला सीवन वाला कोयला क्षेत्र और तांबा का सबसे बड़ा खुला खदान है.
•    करीब 14 फीसदी सीमेंट का उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है.
•    मध्य प्रदेश को लगातार तीन वर्षों– 2012, 2013 और 2014 के लिए तीन कृषि कर्मण पुरस्कार मिले हैं.
•    मध्य प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन, एडवेंचर और इकोटूरिज्म के लिए अपार क्षमता है.
•    मध्य प्रदेश में करीब 20,000 हेक्टेयर भूमि औद्योगिक विकास के लिए उपलब्ध है.


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शहरी इलाकों के लिए स्वच्छ भारत मिशन को मंजूरी दी-(29-SEP-2014) C.A

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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 सितंबर 2014 को शहरी इलाकों के लिए स्वच्छ भारत मिशन को मंजूरी दी. मिशन की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 से होगी और यह पांच वर्ष की अवधि के लिए लागू किया जाएगा.
स्वच्छ भारत मिशन को देश के 4041 से अधिक वैधानिक कस्बों में लागू किया जाएगा और इस पर 62009 करोड़ रुपये की लागत आएगी जिसमें से 14623 करोड़ रुपये का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी.
मिशन स्वच्छ भारत अभियान का शहरी घटक है और इसे केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय लागू करेगा. मिशन का ग्रामीण घटक केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा लागू किया जाएगा.
मिशन की मुख्य बातें
•    मिशन में खुले शौच का उन्मूलन, आरोग्यविघातक शौचालयों को फ्लश शौचालयों में रूपांतरण, मैला ढोने की परंपरा का उन्मूलन, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शामिल हैं.
•    कार्यक्रम में सभी 4041 से अधिक वैधानिक कस्बों में  i) व्यक्तिगत घरेलू शौचालय, ii) समुदाय और सार्वजनिक शौचालय और iii) नागरिक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, की सुविधा के लिए घटक होंगे.
•    इसके तहत 1.04 करोड़ घरों को कवर किया जाएगा, सामुदायिक शौचालयों के लिए 2.5 लाख सीटें प्रदान करना, सार्वजनिक शौचालयों के लिए 2.6 लाख शौचायल सीटें और सभी शहरों के लिए ठोस कचरा प्रबंधन सुविधा दी जाएगी.
मिशन का उद्देश्य
•    मिशन का उद्देश्य जनता में स्वस्थ स्वच्छता प्रथाओं के बारे में उनकी मानसिकता को बदलना और स्वच्छता एवं जन स्वास्थ्य से इसके संबंधों के बारे में नागरिकों में जागरूकता पैदा करना है.
•    इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए स्थानीय शहरी निकायों को डिजाइन, निष्पादन और परिचालन प्रणाली बनाने के लिए मजबूत बनाना और पूंजीगत खर्च एवं परिचालन खर्च में नीजि क्षेत्र की भागीदारी के लिए सही माहौल बनाना भी इसके उद्देश्यों में शामिल है.
स्वच्छ भारत अभियान की योजना का उल्लेख केंद्रीय बजट 2014–15 में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 10 जुलाई 2014  को की थी. इस योजना का प्रस्ताव पेयजल एवं स्वच्छता योजना के तहत केंद्रीय बजट में किया गया था. प्रस्ताव के मुताबिक वर्ष 2019 तक प्रत्येक घर को स्वच्छता सुविधा के तहत कवर किया जाएगा.