चीनी वैज्ञानिकों ने भूरे पिट वाइपर साँप हिमालयनस की एक नई प्रजाति
की खोज की है. आनुवंशिक विश्लेषकों ने प्रोटोबोदरोप्स हिमालयनस को इस साँप की एक
नई प्रजाति के रूप में चिह्नित किया है. यह खोज 'एशियन
हर्पेटोलॉजिकल रिसर्च' में प्रकाशित हुई है.
यह साँप सबसे पहले 2012 में दक्षिणी
तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में देखा गया था. इसके निवास-स्थान हिमालय के सम्मान में
इसे हिमालयनस नाम दिया गया. स्थानीय लोग इस साँप को हिमालय का पवित्र निवासी कहते
थे.
गोल सिर और ताँबे जैसे रंग की आंखों वाला हिमालयनस लगभग 1.5
मीटर लंबा, हिंस्र और आक्रामक सरीसृप है. यह
ज्यादातर हिमालय की दक्षिणी बगल में पाया जाता है.
वर्तमान में प्रोटोबोदरोप्स वर्ग में 12 मान्य प्रजातियाँ हैं, जिनमें से 7 चीन में रहती हैं और उनमें से कई पहाड़ी क्षेत्रों के ऊँचे स्थानों पर रहना
पसंद करती हैं.
शोध-दल के बारे में
चीनी वैज्ञानिकों ने 1970 से
तिब्बत में माउंट एवरेस्ट के वन्य जीवन पर सबसे बड़ा वैज्ञानिक अध्ययन आयोजित किया.
अध्ययन के एक अंग के रूप में हू हुइजियान की अगुआई वाले शोध-दल और साउथ चाइना
इंस्टिट्यूट ऑफ इनडेंजर्ड एनिमल्स के शोधकर्ताओं ने अक्तूबर 2010 में अपना अभियान शुरू किया.
दल ने अब तक 32000 वर्ग
किलोमीटर की यात्रा की है और मछली की 8 प्रजातियों सहित 499
मेरुदंडियों का पता लगाया है.
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