देश में केंद्रीय योजनाओं की निगरानी हेतु सरकार ने 'दिशा' का गठन किया-(30-JUL-2016) C.A

| Saturday, July 30, 2016
केन्द्र सरकार ने 29 जुलाई 2016 को ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं में तेजी लाने हेतु पहले से गठित जिला निगरानी समिति के स्थान पर जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) का गठन किया है.
दिशा के बारे में -
  • दिशा का गठन प्रभावी विकास समन्वय के लिए किया गया है.
  • जिला स्तर पर क्षेत्र के सांसद की अध्यक्षता में गठित ‘दिशा’ की सदस्यता जिला निगरानी समिति की तरह ही रहेगी.
  • जिला निगरानी समिति को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना, दीनदयाल अंत्योदय आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्किल इंडिया, स्वच्छ भारत मिशन, डिजिटल इंडिया सहित कुल 28 योजनाओं का विकास समन्वय एवं निगरानी का दायित्व दिशा को सौंपा गया है.
  • केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के अनुसार इस समिति के पास समन्वय एवं निगरानी शक्तियां होंगी.
दिशा की कार्य विधि-
  • इसमें सभी स्तर के जन-प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने और देश की महत्वाकांक्षी योजनाओं को सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा.
  • समिति के पास केन्द्र सरकार के लगभग सभी विकास कार्यक्रमों के सदुपयोग हेतु क्रियान्वयन व मार्गदर्शन का अधिकार होगा.
  • समिति की बैठक फरवरी, अप्रैल, जुलाई तथा अक्टूबर माह के तीसरे शनिवार को पूर्व से निर्धारित है
  • ‘दिशा’ की पहली बैठक 13 अगस्त 2016 को आयोजित करने का निर्देश दिया गया है.
  • समिति की बैठक को हर तिमाही में एक बार करना अनिवार्य है.
 समिति के उत्तरदायित्व-
  • इस समिति का कार्य अनुमोदित परियोजनाओं को समय से पूरा करने के लिए इसमें आने वाली बाधाओं को दूर करना है.
  • इस समिति के पास विचार-विमर्श के दौरान उठाए गए मुद्दों पर प्रभावी अनुवर्ती कार्रवाई करने की शक्तियां होंगी
  • जिला कलेक्टर सदस्य सचिव होंगे, जिसका दायित्व सिफारिशों पर कार्रवाई करने का होगा.
 पृष्ठभूमि-
जिला निगरानी समिति का कार्य क्षेत्र ग्रामीण विकास कार्यों तक सीमित था एवं इसकी प्रभावी निगरानी एवं समयबद्ध बैठकों के आयोजन में समय-समय पर शिकायतें भी प्राप्त होती रहती थीं

पुलित्ज़र पुरस्कार जीतने वाले पहले अश्वेत लेखक जेम्स एलन मैकफ़रसन का निधन-(30-JUL-2016) C.A

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अमेरिकी लेखक जेम्स एलन मैकफ़रसन का 27 जुलाई 2016 को अमेरिका की इओवा सिटी में निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे.

वे पुलित्ज़र पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले अश्वेत लेखक थे. उन्हें उनके लेखन के लिए 1978 में पुलित्ज़र पुरस्कार मिला था.
जेम्स एलन मैकफ़रसन

•    16 सितंबर 1943 को जन्मे जेम्स एलन अमेरिकी लघु कथा लेखक थे.

•    वर्ष 1978 में उन्हें उनके लघु कथा संग्रह एल्बो रूम के लिए पुलित्ज़र पुरस्कार दिया गया. वे यह पुरस्कार ग्रहण करने वाले अफ्रीकन-अमेरिकन व्यक्ति थे.

•    उन्हें 1981 में मैकआर्थर फेलोशिप भी दी गयी.

•    वर्ष 1995 में उन्हें अमेरिकन एकैडमी ऑफ़ आर्ट्स एंड साइंसेज में शामिल किया गया.

•    वर्ष 2000 में जॉन अपडायिक ने उनकी लघु कथा ‘गोल्ड कोस्ट’ को सदी की सर्वश्रेष्ठ अमेरिकन लघु कथाओं के संग्रह में शामिल किया.

•    उन्हें गुग्नेइनिम फैलोशिप भी प्रदान की गयी.

बिहार उच्च न्यायालय ने छेदी पासवान की लोकसभा सदस्यता समाप्त की-(30-JUL-2016) C.A

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बिहार हाईकोर्ट ने 28 जुलाई 2016 को याचिका पर सुनवाई करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद छेदी पासवान की लोकसभा सदस्यता समाप्त की.

छेदी पासवान बिहार के सासाराम संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं. पासवान पर शपथपत्र में जानकारी छिपाने का आरोप है. 

उन्होंने लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी. पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति के के मंडल की एकल पीठ ने सासाराम निवासी गंगा मिश्रा की याचिका पर सुनवाई करते हुए सांसद छेदी पासवान की लोकसभा सदस्यता खत्म करने का आदेश दिया.

अदालत में कहा गया कि उम्मीदवार की आपराधिक पृष्ठभूमि से सम्बंधित जानकारी के खुलासे के लिए जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 2002 में 33ए का प्रावधान है. इसके तहत उम्मीदवारों को अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी देना अनिवार्य है. पासवान ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान नामांकन पत्र भरते समय दिए गये हलफनामे में 
अपने ऊपर लगे आपराधिक मामलों की जानकारी नहीं दी.
छेदी पासवान

•    पासवान वर्ष 1985 में पहली बार चेनारी से लोकदल की टिकट पर विधायक चुने गये.

•    इसके बाद वर्ष 1989 और 1991 में जनता दल के टिकट पर दो बार जीत कर संसद पहुंचे. 

•    वर्ष 1996 में वे भाजपा के मुन्नीलाल से चुनाव हार गये.

•    छेदी पासवान वर्ष 2000 से 2004 के मध्य राबड़ी देवी सरकार एवं वर्ष 2008 से 2010 तक नितीश सरकार में मंत्री पद पर रहे.

टीएटीआर की बाघिन और उसके बच्चे की तस्वीर वाला स्टांप टिकिट जारी किया-(30-JUL-2016) C.A

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अंतर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस 29 जुलाई 2016 को ताडोबा अंधेरी बाघ अभयारण्य (टीएटीआर) में उतारी गई बाघिन और उसके बच्चे की मनोहारी तस्वीर वाला डाक टिकट जारी किया गया.
महाराष्ट्र में चन्द्रपुर जिला सूचना कार्यालय के अनुसार यह दुर्लभ तस्वीर एक स्थानीय वन्यजीव प्रेमी और शौकिया फोटोग्राफर अमोल बैस ने टीएटीआर भ्रमण के दौरान ली.
बाघिन और उसके बच्चे के बीच एक दूसरे से लगाव जताते हुए इस चित्र को बैस ने फेसबुक पर डाला.
फेसबुक वाल पर इसे बहुत ‘‘पंसद’’ और ‘‘शेयर’’ किया गया.
महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुंगंतिवार इस चित्र से काफी प्रभावित हुए. उन्होंने इस प्रस्ताव के सम्बन्ध में सूचना प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद से अनुमोदन लिया.
इसके बाद विश्व बाघ दिवस के अवसर पर इस चित्र वाला डाक टिकट जारी किया गया.
डाक विभाग ने भी डाक टिकट जारी करने की औपचारिकताएं पूरी कर दी.

भारतीय मूल की श्रुति पालानीअप्पन डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन की सबसे युवा डेलीगेट बनी-(30-JUL-2016) C.A

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भारतीय मूल की 18 वर्षीय श्रुति पालानीअप्पन ने 29 जुलाई 2016 को डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन की सबसे युवा डेलीगेट बनी गयी है. इस कन्वेंशन में हिलेरी क्लिंटन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का पहली महिला उम्मीदवार चुनी गईं.
सीडर रेपिड्स की रहने वाली और हॉवर्ड विश्वविद्यालय की छात्रा श्रुति पालानीअप्पन हिलेरी की बहुत बड़ी समर्थक हैं.

श्रुति के पिता पालानीअप्पन अंदीअप्पन ने भी कड्रेंनशल्ज़ समिति के सदस्य के तौर पर कन्वेंशन में शिरकत की. अरिजोना की 102 वर्ष की जैरी एम्मेट जो कन्वेंशन में सबसे बुजुर्ग डेलीगेट हैं.
सबसे युवा डेलीगेट होने के अलावा, श्रुति ने 26 जुलाई 2016 को तब इतिहास बनाया जब उन्हें रोल कॉल वोट के दौरान आयोवा का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.

टी नंद कुमार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के निदेशक पद से इस्तीफ़ा दिया-(30-JUL-2016) C.A

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टी नंद कुमार ने 29 जून 2016 को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के निदेशक पद से इस्तीफ़ा दिया.

कुमार का इस्तीफ़ा 27 जुलाई 2016 को नियुक्ति समिति द्वारा स्वीकार कर लिया गया.

कुमार का पांच वर्ष का कार्यकाल 2019 में समाप्त हो रहा है, वे 1 अगस्त 2016 को पदमुक्त होंगे.

टी नंद कुमार

•    कुमार 1972 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.

•    उन्होंने वर्ष 2010 में आईएएस सेवा से सेवानिवृति ली.

•    वे मार्च 2014 एनडीडीबी के निदेशक पद पर नियुक्त किये गये थे.


राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड

•    राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की स्थापना वर्ष 1965 में की गयी थी.

•    इसका मुख्यालय गुजरात स्थित आनंद में है.

•    इसके अन्य विभाग हैं – आनंद, मदर डेयरी, डेल्ही, एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज, डेल्ही एंड इंडियन इम्म्युनोलॉजिकल्स लिमिटेड.

•    इसकी स्थापना वर्गीज़ कुरियन द्वारा की गयी.

•    एनडीडीबी का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता आश्वासन, उत्पादकता बढ़ाना, संस्था निर्माण और राष्ट्रीय सूचना नेटवर्क का विस्तार करना है.

अमलेंदु तिवारी, बलराम कावंत, ओम नागर और तसनीम खान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित-(30-JUL-2016) C.A

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अमलेंदु तिवारी,बलराम कावंत, ओम नागर और तसनीम खान को वर्ष 2015 के लिए भारतीय ज्ञानपीठ का 11वां नवलेखन पुरस्कार 28 जुलाई 2016 को एक समारोह में प्रदान किया गया. अमलेंदु तिवारी और बलराम कावंत उनके उपन्यास ‘परित्यक्त’ और ‘सारा मोरिला’ के लिए सम्मानित किए गए. जबकि ओम नागर और तसनीम खान को क्रमश: ‘नीब के चिरे से’ और ‘ये मेरे रहनुमा’ के लिए सम्मानित किया गया.
पुरस्कार पाने वालों का चयन वरिष्ठ लेखक एवं पत्रकार मधुसूदन आनंद के नेतृत्व वाली समिति ने किया. इस समिति में जानेमाने साहित्यिक हस्तियां जैसे विष्णु नागर, गोविंद प्रसाद और ओम निश्चल शामिल थे. समारोह में ज्ञानपीठ निदेशक लीलाधर मांडलोई मौजूद थे.
अमलेंदु तिवारी और ओम नागर को 50-50 हजार रुपए, एक प्रमाणपत्र और वाग्देवी की प्रतिमा दी जाएगी. भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले चारों लेखकों की कृतियों का प्रकाशन भी करेगा.
ज्ञानपीठ पुरस्कार के बारे में:
•    ज्ञानपीठ पुरस्कार भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है.
•    ज्ञानपीठ पुरस्कार ‘भारतीय ज्ञानपीठ न्यास’ द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाता है.
•    यह पुरस्कार भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में उल्लिखित 22 भाषाओं में से किसी भाषा के लेखक को प्रदान किया जाता है.
•    प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 1965 में मलयालम लेखक जी शंकर कुरुप को प्रदान किया गया था.
•    वर्ष 1982 तक यह पुरस्कार लेखक की एकल कृति के लिए दिया जाता था. लेकिन इसके बाद से यह लेखक के भारतीय साहित्य में संपूर्ण योगदान के लिए दिया जाने लगा.

मानसून की भविष्यवाणी हेतु आईएमडी डायनामिकल मॉडल के आधार पर सुपर कंप्यूटर का उपयोग करेगा-(30-JUL-2016) C.A

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मौसम संबंधी भविष्यवाणियों और मॉनसून के पूर्वानुमान को और अधिक सटीक बनाने हेतु केंद्र सरकार ने जुलाई 2016 के अंतिम सप्ताह में ने हाइ-टेक तकनीक अपनाने की तैयारी की है. इसके तहत भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) डायनामिकल मॉडल के आधार पर सुपर कंप्यूटर का उपयोग करेगा.
अमेरिका में यह तकनीक पहले से इस्तेमाल की जा रही है.
• भारत के भू-विज्ञान सचिव के अनुसार देश में डायनामिकल मॉडल के आधारित सुपर कंप्यूटर वर्ष 2017 से सेवाएँ देना आरम्भ कर देगा.
• इसके लिए सरकार ने 6 करोड़ डॉलर यानि करीब 400 करोड़ के निवेश से एक सुपर कंप्यूटर खरीदे हैं.
• भारत में करीब 12 करोड़ लोगों मॉनसून की बारिश पर निर्भर है, इनकी खेती बारिश के पानी पर ही निर्भर करती है.
• अब तक देश में सांख्यिकी मॉडल का उपयोग किया जा रहा है.
डायनामिकल मॉडल के बारे में-
• डायनामिकल मॉडल को युग्मित (कपल्ड) पूर्वानुमान प्रणाली के रूप में जाना जाता है.
• यह मौसम विशिष्ट अवधि के लिए स्थानीय स्तर के साथ साथ वैश्विक पर के मिजाज के डेटा पूर्वानुमान करता है.
• उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान के भारतीय संस्थान (आईआईटीएम), पुणे, वार्षिक मानसून के पूर्वानुमान के लिए आईएमडी की सहयता हेतु लगभग 10 वर्षों से प्रायोगिक आधार पर इस मॉडल का उपयोग कर रहा है.   
• वैकल्पिक मॉडल को लागू करने के लिए, आईएमडी सुपर कंप्यूटर हेतु निवेश कर रही है. यह प्रणाली 10 पेट फ्लॉप्स प्रति सेकंड की गति से कार्य कर सकती है.
• वर्तमान में डायनामिकल मॉडल 60% सटीक परिणाम डे रहा है. आईएमडी का प्रयास इसे 77% तक करने का है.
• डायनामिकल मॉडल विशिष्ट क्षेत्रों के लिए बदलते मौसम के मिजाज और एक प्रगति मानसून के बदलाव के साथ उन्नत पूर्वानुमान हेतु अधिक सटीकता प्रदान करता है.
• डायनामिकल मॉडल और तीव्र कंप्यूटिंग से आईएमडी पूर्वानुमान में सुधार के रूप में सटीक परिणाम देने के सक्षम हो जाएगा.

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय की परिसम्पत्तियों को केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीन लाने हेतु असैट्स कमेटी का गठन-(30-JUL-2016) C.A

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केंद्र सरकार ने 29 जुलाई 2016 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के गठन की प्रणाली के अन्तर्गत पूर्व राजेन्द्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय की परिसम्पत्तियो को भी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के अन्तर्गत लाने का निर्णय लिया है.
  • जिसके लिए एक असैट्स टेकिंग ओवर कमेटी गठित की गयी.
  • केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह के प्रयासों से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा का गठन हुआ.
  • जिसके तहत सम्पूर्ण भारत एवं बिहार राज्य का युवा वर्ग कृषि विज्ञान में शिक्षा ग्रहण कर रहा है.
  • इससे बिहार में कृषि उत्पादन को विशेष लाभ मिलेगा.
कमेटी के बारे में -
  • 28 जुलाई 2016 को बिहार सरकार द्वारा दो प्रतिनिधियों के नाम भेजे.
  • उसके बाद असैट्स टेकिंग ओवर कमेटी का गठन कर दिया गया.
  • 30 जुलाई 2016 को इस कमेटी के साथ भारत सरकार के दो प्रतिनिधि पटना, बिहार जाकर हालत का जायजा लेंगे और असैट्स के समायोजन के बारे में रिपोर्ट देंगे.
डॉ. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के बारे में-
  • संसद ने 18 मई 2016 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय विधेयक – 2015 को अपनी मंजूरी दी.
  • समस्तीपुर में स्थित डॉ. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मई 2016 में दिया गया.
  • इस विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा दिलवाने हेतु पिछले सात वर्ष से प्रयास किए जारी थे.
  • पहले यह विधेयक राज्य सभा ने और फिर लोक सभा ने पास किया.
  • यह राज्य का पहला और देश का दूसरा केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय है.

राज्य सभा ने प्रतिपूरक वनीकरण कोष विधेयक-2016 पारित किया-(30-JUL-2016) C.A

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राज्यसभा ने 28 जुलाई 2016 को प्रतिपूरक वनीकरण कोष विधेयक (कैम्पा) 2016 पारित कर दिया. यह विधेयक राष्ट्रीय प्रतिपूरक वनीकरण कोष विधेयक के साथ–साथ राज्य प्रतिपूरक वनीकरण कोष की स्थापना करना चाहता है.
इसे लोकसभा ने 3 मई 2016 को पास कर दिया था.
प्रतिपूरक वनीकरण कोष विधेयक का उद्देश्य उद्योग और कारखानों के लिये काटे गये जंगलों के बदले नये पेड़ लगाने और कमजोर जंगलों को घना और स्वस्थ बनाना है.
कंपनियां वन भूमि के इस्तेमाल के बदले मुआवजे के तौर पर कंपनेसेटरी अफॉरेस्टेशन फंड में पैसा जमा करती हैं.
विधेयक की मुख्य विशेषताएं:
•    इस विधेयक के द्वारा भारत के लोक लेखा (Public Account of India) के तहत राष्ट्रीय प्रतिपूरक वनीकरण कोष और प्रत्येक राज्य के लोक लेखा के तहत राज्य प्रतिपूरक वनीकरण कोष की स्थापना की जाएगी.
•    इन कोषों में निम्नलिखित के लिए भुगतान मिलेंगें– क) प्रतिपूरक वनीकरण, ख) वन का शुद्ध वर्तमान मूल्य (एनपीवी) और ग) अन्य परियोजना विशेष भुगतान. राष्ट्रीय कोष को इन कोषों का 10 फीसदी मिलेगा और राज्य कोषों में बाकी के 90 फीसदी डाले जाएंगे.
•    इन कोषों को मुख्य रूप से वन कवर के नुकसान की प्रतिपूर्ति के लिए वनीकरण करने, वन पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से बनाने, वन्यजीव संरक्षण और संरचनात्मक विकास पर खर्च किया जाएगा.
•    विधेयक के जरिये राष्ट्रीय और राज्य प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन और योजना प्राधिकरण भी बनाएगा.
पृष्ठभूमि:
पर्यावरण के कानून पर बनी एक उच्च स्तरीय समिति ने पाया कि 1951 से 2014 के बीच वन कवर की गुणवत्ता कम हुई है और इसकी वजहों में से एक है प्रतिपूरक वनीकरण वृक्षारोपण की खराब गुणवत्ता.
वर्ष 2013 में कैग की रिपोर्ट में कहा गया था कि राज्य के वन विभागों में प्रतिपूरक वनीकरण और वन संरक्षण के लिए नियोजन और कार्यान्वयन की क्षमता का अभाव है. राज्यों को दिए जाने वाले कोष को 10 फीसदी से बढ़ाकर 90 फीसदी करने के साथ इन कोषों का कुशल प्रयोग राज्य वन विभागों की क्षमता पर निर्भर करेगा.

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ग्रामीण विकास मंत्रालय में संयुक्‍त मूल्‍यांकन कार्यालय की स्‍थापना हेतु सरकार के निर्णय को रद्द करने की मंजूरी दी-(30-JUL-2016) C.A

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने 27 जुलाई 2016 को ग्रामीण विकास मंत्रालय को संयुक्‍त मूल्‍यांकन नेटवर्क (सीईएनईटी) के प्रबंधन के लिए संयुक्‍त मूल्‍यांकन कार्यालय (सीईओ) की स्‍थापना के सरकार के पूर्ववर्ती निर्णय को रद्द करने का फैसला लिया है.
सीईओ की परिकल्‍पना पूर्व योजना आयोग के स्‍वतंत्र मूल्‍यांकन कार्यालय (आईईओ) के साथ ग्रामीण विकास कार्यक्रमों का संयुक्‍त मूल्‍यांकन करने के लिए की गई थी.

यह निर्णय ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के मूल्‍यांकन अध्‍ययनों के प्रबंधन और संचालन के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय की आर्थिक और मॉनीटरींग विंग को जरूरत के आधार पर सुदृढ़ करने का मार्ग प्रशस्‍त करेगा.

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और कम्बोडिया के बीच निवेश को बढ़ावा देने हेतु द्वीपक्षीय निवेश संधि को मंजूरी दी-(30-JUL-2016) C.A

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केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 27 जुलाई 2016 को भारत और कम्बोडिया के बीच निवेश को बढ़ावा देने हेतु द्वीपक्षीय निवेश संधि को मंजूरी दी. बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की.

इस संधि का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्वीपक्षीय निवेश प्रवाहों को बढ़ाने के उद्देश्य से एक-दूसरे के क्षेत्र से किसी अन्य देश में निवेशों को बढ़ावा और संरक्षण प्रदान करना है.
यह संधि दोनों देशों को अपने क्षेत्रों में निवेश प्राप्त करने हेतु अन्य देशों के निवेशकों के लिए अनुकूल स्थितियों को बनाने और अपने कानूनों के अनुसार निवेश स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करती है.

यह संधि दिसम्बर 2015 में मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर भारतीय मॉडल द्वीपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) के अनुसार पहली द्वीपक्षीय संधि है.

संसद ने अनिवार्य वनीकरण कोष विधेयक 2016 पारित किया-(30-JUL-2016) C.A

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संसद ने अनिवार्य वनीकरण कोष विधेयक-2016 पारित कर दिया है. इसे 29 जुलाई 2016 को राज्‍यसभा ने पास कर दिया.
लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है.
  • इस विधेयक में अनिवार्य वनीकरण के लिए केन्‍द्र और राज्‍य स्‍तर पर कोष बनाने का प्रावधान है.
  • नया कानून बनने से राज्‍यों को वनीकरण और सम्‍बन्धित गतिविधियों के लिए 42 हजार करोड़ रुपये दिए जायेंगे.
  • पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे के अनुसार ओडि़शा को इस कोष से सबसे अधिक राशि दी जाएगी.
  • जो लगभग छह हजार करोड़ रुपये होगी.

टीएम कृष्णा और बेजवाडा विल्सन वर्ष 2016 के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार हेतु चयनित-(29-JUL-2016) C.A

| Friday, July 29, 2016
भारत के दो मानवाधिकार कार्यकर्ता टीएम कृष्णा और बेजवाड़ा विल्सन वर्ष 2016 के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार हेतु चयनित किये गए हैं. इनके नाम की घोषणा जुलाई 2016 के अंतिम सप्ताह में की गई. टीएम कृष्णा कर्नाटक क्लासिकल सिंगर हैं, वहीं विल्सन 'सफाई कर्मचारी आंदोलन' से जुड़े हैं.

कृष्णा को 'क्लासिकल म्यूजिक को समाज के हर स्तर तक ले जाने के लिए' ये अवॉर्ड दिया जाएगा. मैग्सेसे कमेटी ने कृष्णा को चुनने की जो वजहें बताईं, उसके अनुसार, उन्होंने क्लासिकल म्यूजिक को निचले स्तर, खासकर दलितों और नॉन-ब्राह्मण तबके तक ले जाने का काम किया. वे एक आर्टिस्ट होने के साथ राइटर, स्पीकर और एक्टिविस्ट भी हैं.

वहीं विल्सन, सफाई कर्मचारी आंदोलन के राष्ट्रीय नेता हैं. वे खुद एक दलित फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उन्हें यह अवॉर्ड छोटे तबके की जिंदगी की बेहतरी के लिए काम करने के लिए दिया गया. विल्सन बीते 32 साल से इस आंदोलन से जुड़े हुए हैं.

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से संबंधित मुख्य तथ्य:

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार फिलीपींस का एक अवॉर्ड है. यह फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे के नाम पर दिया जाता है. यह पुरस्कार 6 कैटेगरीज- गवर्ननेंट सर्विस, पब्लिक सर्विस, कम्युनिटी ली़डरशिप, जर्नलिज्म-लिटरेचर-क्रिएटिव कम्युनिकेशन आर्ट्स, पीस-इंटरनेशनल अंडरस्टैंडिंग, इमरजेंट लीडरशिप में दिया जाता है. भारत में अब तक कुल 53 लोगों को ये पुरस्कार मिल चुका है.

ईस्ट बंगाल क्लब ने मिल्खा सिंह को भारत गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया-(29-JUL-2016) C.A

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देश का अग्रणी फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल एथलीट मिल्खा सिंह को भारत गौरव पुरस्कार से सम्मानित करेगा. क्लब के सचिव कल्याण मजूमदार ने 26 जुलाई 2016 को यह घोषणा की.
  • मिल्खा सिंह क्लब के स्थापना दिवस (1 अगस्त) पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
  • इसी अवसर पर मिल्खा सिंह को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
  • पुरस्कार में उन्हें दो लाख रुपये का चेक दिया जाएगा.
  • क्लब का मानना है कि मिल्खा सिंह का भारतीय खेल में रुतबा किसी ग्रीक देवता के समान है.
  • क्लब के महान खिलाड़ियों श्याम थापा और श्यामल घोष को विशेष पुरस्कार के साथ एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा.
  • साल के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी की ट्रॉफी दक्षिण कोरिया के मिडफील्डर डो डोंग ह्यून को दी जाएगी.
  • इसके अलावा उन्हें 50 हजार रुपये की इनाम राशि भी दी जाएगी.
  • वरिष्ठ खेल पत्रकार देबाशीष दत्ता और फोटो पत्रकार रोनी रॉय को भी उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया जाएगा.
भारत गौरव पुरस्कार के बारे में-
भारत गौरव सम्मान एक भारतीय जीवनभर की उपलब्धि पुरस्कार है जो की भारतीयों और प्रवासी भारतीयों को उनके विभिन्न क्षेत्रो में किये गए उत्कृष्ट कार्य के लिए हर वर्ष दिया जाता हैं

शम्भू सिंह यादव उत्तर प्रदेश के उप-लोकायुक्त नियुक्त हुए-(29-JUL-2016) C.A

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उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शम्भू सिंह यादव को 28 जुलाई 2016 को राज्य का नया उप-लोकायुक्त नियुक्त किया.
आईएएस अधिकारी शम्भू सिंह यादव को उत्तर प्रदेश लोकायुक्त तथा उप-लोकायुक्त अधिनियम 1975 में उल्लिखित प्रावधानों के तहत राज्य का नया उप-लोकायुक्त बनाये गए है.
उप-लोकायुक्त का पद वर्ष 2015 से स्वतंत्र सिंह का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से खाली था.
वर्ष 1997 बैच के आईएएस अधिकारी शम्भू सिंह यादव तीन साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे लेकिन उन्हें तभी से सेवा विस्तार मिल रहा है.
वे इस वक्त मुख्यमंत्री सचिवालय में सचिव हैं. उनके पास आबकारी विभाग भी है.
वे मुलायम सिंह यादव के विशेष सचिव भी रह चुके हैं.

प्रसिद्ध लेखिका एवं समाजसेवी महाश्वेता देवी का निधन-(29-JUL-2016) C.A

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प्रसिद्ध समाजसेवी एवं लेखिका महाश्वेता देवी का 28 जुलाई 2016 को कोलकाता में निधन हो गया. वे 91 वर्ष की थीं. वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहीं थीं.

महाश्वेता देवी को बांग्ला भाषा में संवेदनशील एवं वैचारिक लेखन के माध्यम से कहानियों को लिखे जाने के लिए जाना जाता है. उन्होंने किशोरावस्था से ही लेखन कार्य में योगदान आरंभ कर दिया था. उन्होंने विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए लघु कथाओं का योगदान दिया.
महाश्वेता देवी

•    महाश्वेता देवी का जन्म अविभाजित भारत के ढाका में 14 जनवरी 1926 को हुआ. उनके पिता, मनीष घटक, एक प्रसिद्ध कवि और उपन्यासकार थे. 

•    महाश्वेता देवी ने अपनी स्कूली शिक्षा ढाका में ही प्राप्त की. इसके उपरांत उन्होंने 'विश्वभारती विश्वविद्यालय', शांतिनिकेतन से बी.ए. अंग्रेज़ी विषय के साथ किया तथा 'कलकत्ता विश्वविद्यालय' से एम.ए. भी अंग्रेज़ी में किया.

•    'झाँसी की रानी' महाश्वेता देवी की प्रथम रचना थी जो 1956 में प्रकाशित हुई. इनका प्रथम उपन्यास 'नाती' 1957 में प्रकाशित हुआ. 

•    उन्होंने प्रारंभिक करियर शिक्षक और पत्रकार के रूप में आरंभ किया, इसके तुरंत बाद ही कलकत्ता विश्वविद्यालय में अंग्रेज़ी व्याख्याता के रूप में नौकरी करने लगीं. वर्ष 1984में उन्होंने इस काम से भी सेवानिवृत्ति ले ली.

•    उनकी कुछ महत्वपूर्ण कृतियों में 'अग्निगर्भ', 'जंगल के दावेदार' और '1084 की माँ', 'माहेश्वर' और 'ग्राम बांग्ला' आदि शामिल हैं.

•    इनके द्वारा लिखित लघु कथाओं के बीस संग्रह तथा 100 उपन्यास प्रकाशित किये जा चुके हैं.

•    महाश्वेता देवी को वर्ष 1996 में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

केंद्र सरकार ने के जे रमेश को आईएमडी का नया महानिदेशक नियुक्त किया-(29-JUL-2016) C.A

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केंद्र सरकार ने 26 जुलाई 2016 को केजे रमेश  को भारतीय मौसम विभाग का नया महानिदेशक (आईएमडी) नियुक्त किया है. वह लक्ष्मण सिंह राठौर का स्थान लेंगे.
  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. राजीवन के अनुसार रमेश के नाम को नियुक्ति से संबद्ध मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है.
  • भारतीय मौसम सेवा (आईएमएस) के अधिकारी राठौर इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
  • उनके कार्यकाल में मौसम विभाग ने चक्रवात ‘‘हुदहुद’ और ‘फालिन’ का सटीक अनुमान लगाया.http://shop.jagranjosh.com/product/current-affairs-july-2016-ebook-hindi.html?utm_source=art_banner&utm_medium=jj_ca&utm_campaign=banners" target="_blank"
  • किसानों के लिए विशेष कृषि मौसम सेवा शुरू करने का भी श्रेय राठौर को जाता है.
के जे रमेश के बारे में-
  • वर्तमान में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सलाहकार के तौर पर सेवा दे रहे रमेश आईआईटी दिल्ली के विद्यार्थी रहे हैं.
  • उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं.

मशहूर तबला वादक पंडित लच्छू महाराज का निधन-(29-JUL-2016) C.A

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tablaमशहूर तबला वादक पंडित लच्छू महाराज का 28 जुलाई 2016 को वाराणसी में निधन हो गया. वे 72 साल के थे. लच्छू महाराज ने बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे.
पंडित लच्छू महाराज के बारे में:
•    पंडित लच्छू महाराज का जन्म 16 अक्टूबर 1944 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था.
•    लच्छू महाराज के बचपन का नाम लक्ष्मीनारायण सिंह था.
•    उन्होंने फ्रांसीसी महिला टीना से शादी की थी.
•    उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी तबला बजाया था.
•    लच्छू महाराज ने बनारस घराने की तबला बजाने की परंपरा को आगे बढ़ाया था.
•    लच्छू महाराज बॉलीवुड के मशहूर एक्टर गोविंदा के मामा थे.
•    वे “खांटी बनारसी" के नाम से भी मशहूर थे.
•    उन्होंने अपने पिता वासुदेव नारायण सिंह से तबला की शिक्षा ली थी.
•    तबला वादन में उनके अमूल्य योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने साल 1972 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा था लेकिन उन्होंने पद्मश्री लेने से इनकार कर दिया था.

मिशेल बारनियर को यूरोपियन यूनियन आयोग द्वारा प्रमुख ब्रेक्सिट वार्ताकार नियुक्त किया गया-(29-JUL-2016) C.A

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यूरोपियन यूनियन द्वारा 26 जुलाई 2016 को मिशेल बारनियर को प्रमुख ब्रेक्सिट वार्ताकार नियुक्त किया गया. 

मिशेल बारनियर पूर्व फ्रेंच वित्तीय सेवा आयुक्त हैं. उनकी नियुक्ति यूरोपियन यूनियन संधि के अनुच्छेद 50 के आधार पर की गयी.
मिशेल बारनियर

•    मिशेल फ्रेंच राजनितिज्ञ हैं तथा उनका संबंध यूनियन फॉर पोपुलर मूवमेंट (यूएमपी) से रहा है. 

•    वे यूरोपियन यूनियन पीपल्स पार्टी (ईपीपी) के उपाध्यक्ष भी रहे हैं.

•    वे जून 2007 से जून 2009 तक फ्रेंच सरकार में कृषि और मत्स्य पालन मंत्री पद पर रहे.

•    उन्होंने यूरोपियन पार्लियामेंट का सदस्य चुने जाने के उपरांत इस पद से इस्तीफा दे दिया था.

•    उन्होंने फरवरी 2010 से नवंबर 2014 तक आंतरिक बाजार और सेवाओं के यूरोपियन कमिश्नर की भूमिका भी निभाई.

•    इस पद पर रहते हुए उन्होंने बैंकिंग यूनियन, वित्तीय क्षेत्र एवं यूरोपियन यूनियन की एकल डिजिटल मार्किट में सुधार किये.

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया-(29-JUL-2016) C.A

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29 जुलाई: अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस

विश्व भर में 29 जुलाई 2016 को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया. यह दिवस प्रत्येक वर्ष बाघों को संरक्षण देने के उद्देश्य से 29 जुलाई को मनाया जाता है.

इस दिवस का उद्देश्य विश्वभर में बाघों के प्राकृतिक निवास को बचाना है ताकि उनका संरक्षण हो सके. साथ ही यह इस विषय पर सार्वजनिक जागरुकता का समर्थन जुटाने के लिए भी आवश्यक है.

इसकी स्थापना वर्ष 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय बाघ सम्मेलन में की गयी जिसमें वर्ष 2022 तक बाघों की जनसँख्या को दोगुना करने की प्रतिबद्धता जाहिर की गयी.

आंकड़े

•    बाघ विशेषज्ञों के आंकड़ों के अनुसार पिछले 100 वर्षों में विश्वभर में 97 प्रतिशत जंगली बाघ अपना अस्तित्व खो चुके हैं.

•    वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड एवं ग्लोबल टाइगर फोरम के अनुसार वर्ष 2010 में बाघों की संख्या 3200 थी जबकि अब यह 3890 है.

•    वर्ष 1915 में बाघों की संख्या एक लाख थी.

•    बाघों की कुछ प्रजातियां पहले ही विलुप्त हो चुकी हैं.

•    भारत उन देशों में शामिल है जिसमे बाघों की जनसख्या सबसे अधिक है, भारत में मौजूदा समय में इनकी संख्या 2226 है.

•    भारत, नेपाल, रूस एवं भूटान में पिछले कुछ समय से बाघों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है.
बाघों का शिकार

•    भारत में बाघों का शिकार उनके विलुप्त होने की सबसे बड़ी समस्या है. वर्ष 2014 में 81, 2015 में 25 एवं अप्रैल 2016 तक 28 बाघों का शिकार किया गया.

•    संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम एवं इंटरपोल के अनुसार, पर्यावरणीय अपराध क्षेत्र का वार्षिक मूल्यांकन 258 अमेरिकन बिलियन से अधिक है.

•    बढ़ते शहरीकरण एवं कृषि आधारित भूमि के घटने से बाघों के प्राकृतिक निवास में 93 प्रतिशत की कमी देखी गयी है.

•    बहुत कम बाघ हैं जो छोटे, बिखरे द्वीपों पर रह सकते हों, इससे इनके शिकार a खतरा और अधिक बढ़ जाता है.

•    भारत एवं बांग्लादेश की सीमा पर स्थित सुंदरवन में विश्व के सबसे अधिक बाघ पाए जाते हैं.

•    यह बंगाल टाइगर का निवास स्थल माना जाता है. इस क्षेत्र में रहने से बाघ बाहरी खतरों से भी बच जाता है.

सुंदरवन में खतरा

•    जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते समुद्री स्तर से बाघों के निवास स्थान एवं उनके जीवन को खतरा बढ़ा है.

•    डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अध्ययन के अनुसार 2070 तक समुद्र का स्तर लगभग एक फुट बढ़ जायेगा जिससे समूचा सुंदरवन समाप्त हो सकता है.

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने जीएसटी विधेयक में संशोंधनों को मंजूरी दी-(29-JUL-2016) C.A

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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वस्तु और सेवा कर संबंधी संविधान संशोधन विधेयक में संशोधनों को मंजूरी दे दी है. मंत्रिमंडल ने अंतरराज्य बिक्री पर एक प्रतिशत का अतिरिक्त कर हटा दिया.
साथ ही प्रस्तावित अप्रत्यक्ष कर प्रणाली शुरू होने के पहले पांच वर्षों तक राज्यों को होने वाले घाटे की भरपाई की व्यवस्था भी की जाएगी.
संशोधित जीएसटी विधेयक के बारे में -
  • इस सम्बन्ध में 26 जुलाई 2016 को मंत्रिमंडल की आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की.
  • केन्द्र और राज्यों के बीच किसी भी विवाद का निपटारा वस्तु और सेवाकर परिषद में ही किया जायेगा.
  • जिसमें केन्द्र और राज्य दोनों का ही प्रतिनिधित्व होगा.
  • अब सरकार को उम्मीद है कि संसद के मौजूदा सत्र में ही बहुप्रतीक्षित वस्तु और सेवाकर विधेयक पारित हो जाएगा.
  • मंत्रिमंडल ने रक्षा से जुड़े सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों द्वारा संयुक्त
  • उद्यम कंपनियों की स्थापना के लिए मौजूदा दिशा-निर्देशों को खत्म करने का भी फैसला किया है.
  • एक और फैसले में शेयर बाजार में विदेशी हिस्सेदारी की सीमा पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत तक करने.
  • जीएसटी के अस्तित्व में आने से करों के जाल से मुक्ति मिलेगी. उसकी जगह एकीकृत बाजार का रास्ता साफ होगा.
पृष्ठभूमि-
  • जीएसटी विधेयक में दी गई मौजूदा व्यवस्था में राज्यों को पहले तीन साल तक 100 प्रतिशत, चौथे साल 75 प्रतिशत और पांचवें साल 50 प्रतिशत राजस्व नुकसान की भरपाई का प्रावधान किया गया था.
  • राज्यसभा की प्रवर समिति ने हालांकि पूरे पांच साल तक 100 प्रतिशत राजस्व नुकसान की भरपाई की सिफारिश की थी.
  • विधेयक को लोकसभा पिछले साल मई में मंजूरी दे चुकी है.
  • राज्यसभा में संशोधन के साथ विधेयक के पारित होने के बाद संशोधित विधेयक को फिर से लोकसभा में पारित कराने के लिये भेजा जाएगा.

प्रमुख बंदरगाहों पर वाटरफ्रंट एवं सम्बंधित भूमि उपलब्ध कराये जाने हेतु नीति को मंजूरी-(29-JUL-2016) C.A

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केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 27 जुलाई 2016 को बंदरगाह आधारित उद्योगों को वाटरफ्रंट एवं संबंधित भूमि उपलब्ध कराये जाने हेतु नीति को मंजूरी प्रदान की.

यह नीति इस क्षेत्र में एकरूपता और प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने हेतु विशेष भूमिका निभाएगी. 
नीति की विशेषताएं

•    नीतियों के इस क्षेत्र में नई परिसंपत्तियों के निर्माण सहित अप्रयुक्त मौजूदा परिसंपत्तियों का उपयोग भी शामिल है. यह नीति सभी प्रमुख बंदरगाहों पर लागू होगी.

•    नीति के तहत,  बंदरगाह आधारित उद्योगों को छूट दी जाएगी ताकि वे अगले 30 वर्षों तक आयात-निर्यात के लिए प्रबंध कर सकें.

•    अधिकतम 30 वर्ष के कार्यकाल के उपरांत, इन प्रमुख बंदरगाहों में बर्थ निर्माण, अपतटीय एंकर, ट्रांसशिपमेंट जेटिस आदि बनाये जा सकेंगे.

•    यह समझौता बंदरगाह विभाग एवं पीडीआई के मध्य किया जायेगा.

कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने भारत सरकार के साथ सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए-(29-JUL-2016) C.A

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कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2016-17 हेतु भारत सरकार के साथ सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. नई दिल्ली में 26 जुलाई 2016 को इस समझौते पर जहाजरानी मंत्रालय के सचिव राजीव कुमार और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के चेयरमेन और प्रबंधक निदेशक मधु एस नायर ने हस्ताक्षर किए.

समझौते के बारे में-
  • समझौता ज्ञापन में विस्तरित रूप से वित्त वर्ष 2016-17 में कोचीन शिपयार्ड के लिए कामकाज मूल्यांकन मापदंड और लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं.
  • मंत्रालय समझौते की नियमित तौर पर समीक्षा करेगा और वित्तय वर्ष के अंत तक कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के कामकाज का मूल्‍यांकन कर इसे रेटिंग भी दी जाएगी.
  • परिवहन मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजनाओं और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड की प्रगति योजनाओं को ध्यान में रखते हुए इस समझौता ज्ञापन पत्र में लक्ष्यों को निर्धारित किया गया है.
  • समझौते में भारत सरकार की महत्वामकांक्षी नीति ‘मेक इन इंडिया’ को भी ध्यान में रखा गया है.
  • बाजार की खराब परिस्थितियों के बावजूद कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने पिछले वित्त वर्ष में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था.
  • 21 मार्च, 2016 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में कोच्ची् शिपयार्ड लिमिटेड ने 1995 करोड़ रुपये (अनंतिम) का कारोबार किया था.
  • पिछले साल की तुलना में इसमें 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई.
  • अस्थायी पीबीटी और पीएटी के आंकड़े क्रमश: 424 करोड़ और 275 करोड़ रुपये रहे.
  • जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में क्रमश: 15.4 प्रतिशत और 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई.
  • 2015-।6 में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड को 5 पोत के निर्माण का अनुबंध मिला था.
  • दो 1200 पेक्सेकम 1000 टी, दो मालवाहक पोत और दो 500 पेक्स्कम 150टी मालवाहक पोत ए एंड एन प्रशासन के लिए बनाए.
  • एक टेक्नोलॉजी डेमोस्ट्रेशन पोत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के लिए बनाया गया. जिनकी कीमत लगभग 1675 करोड़ रुपये है.
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के बारे में-
  • कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड इस समय लगभग 2800 करोड़ रुपये की दो बड़ी विस्तारित योजनाओं पर काम कर रहा है.
  • कोच्ची में 6000टी शिपलिफ्ट और कोच्ची पोर्ट ट्रस्ट से लीज पर ली गई लगभग 42 एकड़ भूमि पर सहायक स्थाचनांतरित सुविधाओं पर आधारित एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पोत मरम्मत केन्द्र निर्माणाधीन है.
  • इसके पूर्ण होते ही बंदरगाह की पोत मरम्मत की क्षमता बढ़ जाएगी और कोच्ची एक बड़े मरम्मत केन्द्र के रूप में उभरेगा.
  • कोच्ची में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के परिसर के भीतर 310एक्स और 75/70 एम साइज का एक बड़ा ड्राई डॉक का निर्माण भी किया जाएगा. जो कि एलएनजी पोत जैसे आधुनिक पोत के निर्माण में यार्ड मुहैया करेगा.

लोकसभा ने बाल श्रम (निषेध एवं नियमन) संशोधन विधेयक, 2016 पारित किया-(29-JUL-2016) C.A

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Child Labour Amendment Bill, 2016लोकसभा ने 26 जुलाई 2016 को बालश्रम निषेध और विनियमन संशोधन विधेयक 2016 पारित कर दिया. संशोधित विधेयक में सभी व्यवसायों या उद्योगों में चौदह साल से कम उम्र के बच्चों से काम करवाना प्रतिबंधित किया गया है.
इस विधेयक में 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए परिवार से जुड़े व्यवसाय को छोड़कर विभिन्न क्षेत्रों में काम करने पर पूर्ण रोक का प्रावधान किया गया है. यह संगठित और असंगठित क्षेत्र दोनों पर लागू होता है.
इसके अलावा 14 से 18 साल तक के किशोरों को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माने जाने वाले उद्योगों को छोड़ कर दूसरे कारोबार में कुछ शर्तों के साथ काम करने की छूट मिल जाएगी. इस आयु वर्ग के बच्चों से किसी खतरनाक उद्योग में काम नहीं कराया जाएगा. इसे शिक्षा का अधिकार, 2009 से भी जोड़ा गया है और बच्चे अपने स्कूल के समय के बाद पारिवारिक व्यवसाय में घर वालों की मदद कर सकते हैं.
लोकसभा ने बालक श्रम प्रतिषेध और विनियमन कानून 1986 में संशोधन के प्रावधान वाले बालक श्रम प्रतिषेध और विनियमन संशोधन विधेयक, 2016 को ध्वनिमत से पारित कर दिया है. और राज्यसभा में यह विधेयक पहले ही पारित हो चुका है.
संशोधन के मुख्य तथ्य-
•    इस विधेयक के अनुसार चौदह वर्ष से कम उम्र के बच्चों से काम करवाना संज्ञेय अपराध माना जायेगा.
•    इसके लिए नियोक्ताा के साथ-साथ माता-पिता को भी दंडित किया जाएगा.
•    विधेयक में चौदह से अठारह वर्ष के बीच के बच्चों को किशोर के रूप में परिभाषित किया गया है.
•    इस आयु वर्ग के बच्चों से किसी खतरनाक उद्योग में काम नहीं कराया जाएगा.
•    किसी बच्चे को काम पर रखने पर कैद की अवधि छह महीने से दो साल तक बढ़ा दी गयी है.
•    अभी तक इस अपराध के लिये तीन महीने से एक साल तक की कैद की सज़ा का प्रावधान था.
•    जुर्माना बढ़ाकर बीस हज़ार रुपये से पचास हज़ार रुपये तक कर दिया गया है.
•    दूसरी बार अपराध करने पर एक साल से तीन साल तक की कैद का प्रावधान है.

लोकसभा ने लोकपाल और लोकायुक्‍त संशोधन विधेयक 2016 पारित किया-(29-JUL-2016) C.A

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लोकसभा ने 27 जुलाई 2016 को स्वयंसेवी संघटन (एनजीओ), ट्रस्ट चलाने वाले लोगों, लोकसेवकों और कर्मचारियों के स्वयं तथा अपने करीबी संबंधियों की संपत्तियों की अनिवार्य रूप से घोषणा करने संबंधी लोकपाल और लोकायुक्त (संशोधन) विधेयक 2016 को बिना चर्चा के पारित कर दिया.
इसमें अनुच्‍छेद 44 में संशोधन किया गया है.
इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को पदभार ग्रहण करने के तीस दिन के भीतर अपनी सम्‍पत्‍ति, लेनदारी और देनदारी का विवरण देना अनिवार्य होगा.
शून्‍यकाल में यह विधेयक प्रस्‍तुत किया गया.
संशोधन के जरिये लोकपाल और लोकायुक्‍त अधिनियम को कमजोर करने का प्रयास नहीं किया गया.
सरकार इसे और अधिक सशक्‍त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
31 जुलाई संपत्ति के बारे में ब्योरा देने की आखिरी तारीख है. इसी लिए यह विधेयक आवश्यक रूप से पारित किया गया.

लोकपाल के बारे में-
  • उच्च सरकारी पदों पर आसीन व्यक्तियों द्वारा किये जाने वाले भ्रष्टाचार की शिकायतें सुनने एवं उस पर कार्यवाही करने के निमित्त पद है.
  • स्टॉकहोम में हुए सम्मलेन में वर्षों पूर्व आम आदमी की प्रशासन के प्रति विश्वसनीयता तथा प्रशासन के माध्यम से आम आदमी के प्रति सत्तासीन व्यक्तियों की जवाबदेही बनाए रखने हेतु इस संबंध में विचार-विमर्श हुआ.
  • लोक सेवकों के आचरण की जांच और प्रशासन के स्वस्थ मानदंडों को प्रासंगिक बनाए रखने के संदर्भों की पड़ताल भी की गई. इसके बाद इसकी आवश्यकता महसूस की गयी.
लोकायुक्त के बारे में-
  • लोकायुक्त (लोक + आयुक्त) भारत के राज्यों द्वारा गठित भ्रष्टाचाररोधी संस्था है.
  • यह राज्य सरकार का कोई विभाग नहीं है और न ही इसके कार्य में सरकार का कोई हस्तक्षेप है.
  • इसका गठन स्कैंडिनेवियन देशों में प्रचित 'अंबुड्समैन' (Ombudsman) की तर्ज पर किया गया.
  • लोकायुक्त संस्था का सृजन जन साधारण को स्वच्छ प्रशासन प्रदान करने के उद्देश्य से लोक सेवकों के विरूद्ध भ्रष्टाचार एवं पद के दुरूपयोग सम्बन्धी शिकायतों पर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से जॉंच एवं अन्वेषण करने हेतु लोकायुक्त तथा उप-लोकायुक्त अधिनियम, 1973 के अन्तर्गत हुआ.

रिजर्व बैंक ने फेमा उल्लंघन के लिए 13 बैंकों पर 27 करोड़ रूपये का जुर्माना लगाया-(29-JUL-2016) C.A

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रिजर्व बैंक ने 'अपने ग्राहकों को जानो' (केवाईसी) नियमों पर जारी नियामक दिशा-निर्देशों के उल्लंघन मामले में जुलाई 2016 के चौथे सप्ताह में निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के 13 बैंकों पर कुल 27 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है. साथ ही इस दिशा में भारतीय स्टेट बैंक समेत आठ बैंकों को कड़ी फटकार लगाते हुए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 के तहत केंद्रीय बैंक द्वारा केवाईसी नियमों पर समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए  जाते रहें. इनके उल्लंघन के मामले में 13 बैंकों पर जुर्माना लगाया गया है.
13 बैंक पर लगाया गया जुर्माना:
•    बैंक ऑफ बड़ौदा पर 5 करोड़ रुपये
•    पंजाब नेशनल बैंक पर 3 करोड़
•    सिंडिकेट बैंक पर 3 करोड़
•    यूको बैंक पर 2 करोड़
•    एचडीएफसी बैंक पर 2 करोड़
•    इलाहाबाद बैंक पर 2 करोड़
•    केनरा बैंक पर 2 करोड़
•    इंडसइंड बैंक पर 2 करोड़
•    एसबीबीजे पर 2 करोड़
•    बैंक आफ इंडिया पर 1 करोड़
•    कॉर्पोरेशन बैंक पर 1 करोड़
•    आरबीएल बैंक पर 1 करोड़ तथा
•    एसबीएम पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
रिजर्व बैंक ने इनके अलावा आठ अन्य बैंकों- एक्सिस बैंक, फेडरल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, ओबीसी, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, एसबीआई तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को सलाह दी गई है कि वे केवाईसी जरूरत और फेमा प्रावधानों का कड़ाई से अनुपालन करें और उचित उपाय स्थापित करते हुए समय-समय पर इनकी समीक्षा करें.

भारत ने अमरीका के साथ समुद्री निगरानी और पनडुब्‍बी रोधी चार युद्धक विमान पी- 8 आई खरीद समझौते पर हस्‍ताक्षर किए-(29-JUL-2016) C.A

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भारत ने 26 जुलाई 2016 को अमेरिकी रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र की कंपनी बोइंग के साथ लंबी दूरी तक समुद्री निगरानी करने में सक्षम और पनडुब्बी रोधी युद्धक चार अतिरिक्त विमान 'पोसाइडन-8I' की खरीद हेतु एक अरब डॉलर से अधिक के सौदे पर हस्ताक्षर किए.
अनुबंध के बारे में-
यह अनुबंध भारत द्वारा कंपनी से 2.1 अरब डॉलर की लागत से पहले ही खरीदे गए आठ पी-8I विमान के अतिरिक्त है.
अनुबंध पर हस्ताक्षर खरीद मामलों पर अमेरिका के अवर रक्षा सचिव फ्रैंक केंडल की यात्रा के दौरान किया गया.
इसे बढ़ते भारत-अमेरिकी रक्षा संबंधों के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.
भारत ने पिछले साल विदेश सैन्य बिक्री मार्ग के जरिये तीन अरब डॉलर की लागत से 22 अपाचे और 15 चिनूक हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किया था.
इस नए सौदे के साथ पिछले एक दशक में अमेरिका के साथ हस्ताक्षरित रक्षा सौदों का कुल मूल्य तकरीबन 15 अरब डॉलर बैठता है.
भारत अमेरिका से 145 एम 777 हल्के हॉवित्जर हासिल करने के सौदे पर भी काम कर रहा है.
अतिरिक्त 'पी-8I' खरीदने से भारतीय नौसेना मजबूत होगी.
विमान के बारे में-
इस विमान को खरीदने का मकसद हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों की निगरानी करना है.
विमानों का यह बेड़ा सोवियत युग के टीयू-142 विमानों की जगह लेगा.
खतरनाक हारपून मिसाइल, हल्के टॉरपीडो, रॉकेट समेत अन्य से लैस नौसेना पी-8i का इस्तेमाल हिंद महासागर की कठोर निगरानी करने में कर रहा है.
नौसेना भारतीय वायुसेना के लापता एएन 32 विमान की तलाश में इस्तेमाल हो रहे सोनोबॉय को भी गिराने और उसकी निगरानी करने में सक्षम होगी.
संयोग से भारत 'पी-8I' का पहला अंतरराष्ट्रीय ग्राहक था और बोइंग की भारत को पहली सैन्य बिक्री भी थी.