नासा ने आईएसएस में कृन्तकों को ले जाने के लिए उच्च तकनीक वाले पिंजरे विकसित किए-(29-MAY-2014) C.A

| Thursday, May 29, 2014
नासा ने पृथ्वी से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में कृन्तकों को ले जाने के लिए उच्च तकनीक वाले पिंजरे विकसित किए हैं. इन पिंजरों में ले जाए जाने वाले स्तनधारी कृन्तकों के शरीर क्रिया विज्ञान पर माइक्रोग्रैविटी के दीर्घकालिक प्रभाव का अध्ययन करने की अनुमति शोधकर्ताओं को मिलेगी.
कृंतक पर्यावास मॉड्यूल की पहली उड़ान इस वर्ष अगस्त में मानवरहित स्पेसएक्स ड्रैगन मालवाहक जहाज  से होगा.
ये उच्च तकनीक वाले पिंजरे नासा ने कैलिफोर्निया स्थित मोफ्फेट्ट फील्ड के एम्स रिसर्च सेंटर में विकसित किए गए हैं और जानवरों को अंतरिक्ष स्टेशन में भेजना उनके दीर्घकालिक आवास का हिस्सा है.
ट्रांस्पोर्ट मॉड्यूल के डिजाइन ड्रैगन अंतरिक्ष यान के कार्गो सेक्शन में बने खानों में फिट हो सकता है. ट्रांस्पोर्टर से स्टेशन के कृंतक आवास में बिना चूहों के भागे भेजने के लिए एक एक्सेस मॉड्यूल होगा और उनका आवास कंट्रोल पैनेल के पीछे होगा. हर निवास मॉड्लयूल में दस चूहिया और छह चूहे रह सकते हैं. इनमें उनके लिए पानी, खाना, स्वच्छ हवा और रौशनी का पूरा इंतजाम होगा ताकि वे स्टेशन पर आराम से रह सकें.
हैबिटेट मॉड्यूल्स में डाटा डाउनलिंक की क्षमता है जो पर्यावरण की स्थिति जैसे तापमान आदि की निगरानी कर सकता है. अंतरिक्ष में चालक दल और जमीन पर वैज्ञानिकों और पशु चिकित्सकों की टीम दृष्य प्रकाश और इंफ्रारेड वीडियो प्रणाली के जरिए रोजाना कृन्तकों के व्यवहार और समग्र स्वास्थ्य की निगरानी करने में सक्षम होंगें.
कुल मिलाकर, ये कृन्तक उनके आनुवांशिक उपभेदों को समझने और गुरुत्वाकर्षण के संवेदन और प्रतिक्रियाओं में विशिष्ट जीन द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका को समझने में मदद करेंगे.


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