ब्रिटेन और आयरलैंड ने 6 अक्टूबर 2014
को नए संयुक्त वीजा सहयोग के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर
किए. इस समझौते पर हस्ताक्षर लंदन में स्थित आयरिश दूतावास में ब्रिटेन के गृह
सचिव थेरेसा मई और आयरिश न्याय मंत्री फ्रांसिस फिजराल्ड़ द्वारा किए गए. इन देशों
की यात्रा करने वाले गैर यूरोपीय लोगों को एक आम लघु प्रवास के वीजा के साथ उपलब्ध
कराया जाएगा.
सहमति पत्र के अनुसार, गैर
यूरोपीय लोगों को इन देशों की यात्रा के लिए आम लघु प्रवास का वीजा उपलब्ध कराया
जाएगा. इस लघु प्रवास के वीजा के साथ यूरोपीय संघ के बाहर से लोगों को एक ही परमिट
पर दोनों देशों के बीच आसानी से जाने की अनुमति दी जाएगी.
यह वीजा समझौता, दोनों
देशों की आप्रवास फैसले का निर्धारण करने की सूचना और विनिमय जानकारी साझा करने
में मदद करेगा जो दोनों देशो के यात्रियों को सुविधा प्रदान करेगा.
भारत और चीन पहले दो गैर-यूरोपीय देश हैं, जिन्हें इस योजना का फायदा मिलेगा. ब्रिटिश आयरिश वीजा योजना अक्टूबर 2014
के अंत तक चीन में शुरू हो जाएगी और इसके बाद यह भारत में जल्द ही
शुरु होगी.
टिप्पणी: ऐसा लगता है कि यह सुविधा दोनों देशों की यात्रा
हेतु एक परमिट की सुविधा यात्रियों को आकर्षित करने में मदद करेगी. यह सुविधा
यात्रियों को आकर्षित करेगा क्योंकि यह योजना बिना किसी भी परेशानी के दोनों देशों
की सीमाओं में स्वतंत्र रूप से यात्रा करने में मदद करेगी.
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