अंगोला, मलेशिया, न्यूजीलैंड स्पेन वेनेजुएला को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी)
का अस्थाई सदस्य 16 अक्टूबर 2014 को
निर्वाचित किया गया.
इन सदस्यों का चुनाव तीन दौर के मतदान के बाद सदस्य देशों द्वारा इन पांच देशों के समर्थन में मतदान के पश्चात् किया गया. इन सभी पांच नए सदस्यों को एक गुप्त मतदान में डाले गए वोटों में से दो-तिहाई से अधिक मत प्राप्त हुए. सुरक्षा परिषद के नए सदस्य अपने दो वर्षों के कार्यकाल की शुरूआत 1 जनवरी 2015 को करेगें एवं 31 दिसंबर 2016 तक परिषद में सेवारत रहेगें.
ये राष्ट्र पांच अन्य अस्थाई सदस्यों नामतः चाड, चिली, जॉर्डन, लिथुआनिया और नाइजीरिया के साथ कार्य करेंगें. दूसरी ओर अर्जेंटीना, लक्जमबर्ग, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और रवांडा 31 दिसंबर 2014 को अपने पदों से हट जायेंगे एवं नए सदस्यों को स्थान प्रदान करेगें.
इन सदस्यों का चुनाव तीन दौर के मतदान के बाद सदस्य देशों द्वारा इन पांच देशों के समर्थन में मतदान के पश्चात् किया गया. इन सभी पांच नए सदस्यों को एक गुप्त मतदान में डाले गए वोटों में से दो-तिहाई से अधिक मत प्राप्त हुए. सुरक्षा परिषद के नए सदस्य अपने दो वर्षों के कार्यकाल की शुरूआत 1 जनवरी 2015 को करेगें एवं 31 दिसंबर 2016 तक परिषद में सेवारत रहेगें.
ये राष्ट्र पांच अन्य अस्थाई सदस्यों नामतः चाड, चिली, जॉर्डन, लिथुआनिया और नाइजीरिया के साथ कार्य करेंगें. दूसरी ओर अर्जेंटीना, लक्जमबर्ग, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और रवांडा 31 दिसंबर 2014 को अपने पदों से हट जायेंगे एवं नए सदस्यों को स्थान प्रदान करेगें.
अंगोला मलेशिया, वेनेजुएला और
न्यूजीलैंड को मतदान के पहले दौर में चुना गया जबकि स्पेन को सीमित मतदान के दो
दौर के बाद चुना गया. स्पेन और न्यूजीलैंड पश्चिमी यूरोपीय और अन्य राज्य समूह से
चुने गए. वेनेजुएला को लैटिन अमेरिका और कैरेबियन सीट से निर्विरोध निर्वाचित किया
गया. जबकि मलेशिया और अंगोला भी एशियाई और अफ्रीकी सीट से निर्विरोध निर्वाचित
हुए.
वर्ष 2014 में चुनाव के लिए उपलब्ध पांच समग्र सीटें क्षेत्रीय रूप से निम्न प्रकार से वितरित की गई थी:
वर्ष 2014 में चुनाव के लिए उपलब्ध पांच समग्र सीटें क्षेत्रीय रूप से निम्न प्रकार से वितरित की गई थी:
·
अफ्रीकी समूह के लिए एक सीट
(वर्तमान में रवांडा द्वारा ग्रहित).
·
एशिया प्रशांत समूह के लिए एक सीट
(वर्तमान में कोरिया गणराज्य द्वारा ग्रहित).
·
लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन राज्यों
के समूह के लिए एक सीट (वर्तमान में अर्जेंटीना द्वारा ग्रहित).
·
पश्चिमी यूरोपीय और अन्य समूह के
लिए दो सीटें (वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया और लक्जमबर्ग द्वारा ग्रहित).
·
लिथुआनिया एक और वर्ष के लिए पूर्वी
यूरोपीय समूह के लिए सीट बनाए रखेगा.
·
सुरक्षा परिषद के पाँच स्थायी सदस्य
जो वीटो की शक्ति रखते हैं उनमें चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं.
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