केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण को मंजूरी दी-(22-OCT-2014) C.A

| Wednesday, October 22, 2014
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 18 अक्टूबर 2014 को अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण को मंजूरी दी. अहमदाबाद मेट्रो के पहले चरण के लिए 10,773 करोड़ रुपये मंजूर किए गए. इसके तहत 35.96 किलोमीटर की मेट्रो रेल परियोजना  को मंजूरी दी गई.
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
• अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना का प्रथम चरण दो गलियारों जिनमें एक उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर जो मोटेरा स्टेडियम को एपीएमसी से जोड़ेगा तथा 15.42 किमी का होगा तथा दूसरा पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर जो की थालतेज गम से वेस्त्रल गम तक विस्तृत होगा एवं 20.54 किलोमीटर की दूरी तय करेगा. 
• भारत सरकार इक्विटी और अधीनस्थ ऋण के रूप में इस परियोजना के लिए 1,990 करोड़ रुपए का योगदान करेगीं.
• इस परियोजना को मेट्रो लिंक एक्सप्रेस फॉर गांधीनगर एंड अहमदाबाद (मेगा) कंपनी लिमिटेड द्वारा पूरा किया जायेगा जिसको गुजरात सरकार एवं भारत सरकार की 50:50 अनुपात वाली एक संयुक्त स्वामित्व वाली कंपनी में तब्दील किया जाएगा.
• परियोजना को मेट्रो रेल अधिनियम (कंस्ट्रक्शन ऑफ़ वर्क्स), 1978, मेट्रो रेल (संचालन और रखरखाव) अधिनियम, 2002 और रेल अधिनियम, 1989 के अंतर्गत कानूनी ढांचे के तहत क्रियान्वित किया जाएगा.
• प्रस्तावित दोनों संरेखण अहमदाबाद के कुछ सघन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में यात्रियों को बहु प्रतीक्षित कनेक्टिविटी उपलब्ध करायेंगे. 

यह परियोजना काफी हद तक यातायात भीड़ को कम करेगी और अहमदाबाद के लोगों को त्वरित, आरामदायक, सुरक्षित, प्रदूषण मुक्त और किफायती जन परिवहन प्रणाली प्रदान करेगीं. 63 लाख जनसंख्या वाला अहमदाबाद महानगरीय क्षेत्र इस परियोजना से लाभान्वित होगा.
 
पृष्ठभूमि
अहमदाबाद भारत का सातवां सबसे बड़ा महानगर है और गुजरात की आबादी का लगभग 12 प्रतिशत यहाँ निवास करता हैं. इस क्षेत्र में पिछले एक दशक में 2.25 प्रतिशत की वृद्धि दर देखी गई है. जनसंख्या के पूर्वानुमान के अनुसार, जनसंख्या का लगभग 70 प्रतिशत भाग भविष्य में अहमदाबाद महानगर निगम (एएमसी) क्षेत्र में निवास करेगा. बसों की वृद्धि सार्वजनिक परिवहन पर तेजी से बढ़ रहे इस दबाव को पूरा करने में सक्षम नहीं होगी और यात्री परिवहन के निजी साधनों की तरफ प्रवृत्त होंगें जो क्षेत्र में उच्च वाहन स्वामित्व प्रवृत्ति से पहले से ही स्पष्ट हो रहा है. यह सड़कों में जहां एक और भीड़ को और बढ़ाएगा वहीं इससे प्रदूषण में भी वृद्धि होगी. इसलिए, अहमदाबाद में ऐसी स्थितियों को टालने के लिए एक मेट्रो रेल प्रणाली का विकास आवश्यक था.


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