तेलुगू लेखक और पूर्व रेडियो कलाकार तुरागा जानकी रानी का लंबी
बीमारी के बाद हैदराबाद में 15 अक्टूबर 2014
को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
तुरागा जानकी रानी के परिवार में उनकी दो बेटियों उषा रमानी और वसंत शोभा हैं.
तुरागा जानकी रानी के परिवार में उनकी दो बेटियों उषा रमानी और वसंत शोभा हैं.
तुरागा जानकी रानी के बारे में
• जानकी रानी को लोकप्रिय रेडियो अक्कैया के लिए जाना जाता था.
• तुरागा जानकी रानी ने आकाशवाणी के सहायक केंद्र निदेशक (ऑल इंडिया रेडियो) के रूप में काम किया.
• वह लोकप्रिय कार्यक्रमों में से एक बलानंदम का संचालन करती थीं.
• जानकी रानी ने वर्ष 1991 और वर्ष 1992 में राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ प्रसारक पुरस्कार जीता.
• जानकी रानी को जून 2011 में हैदराबाद में बाला साहित्य परिषद द्वारा बालासाहित्य रत्न से सम्मानित किया गया.
• जानकी रानी को लोकप्रिय रेडियो अक्कैया के लिए जाना जाता था.
• तुरागा जानकी रानी ने आकाशवाणी के सहायक केंद्र निदेशक (ऑल इंडिया रेडियो) के रूप में काम किया.
• वह लोकप्रिय कार्यक्रमों में से एक बलानंदम का संचालन करती थीं.
• जानकी रानी ने वर्ष 1991 और वर्ष 1992 में राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ प्रसारक पुरस्कार जीता.
• जानकी रानी को जून 2011 में हैदराबाद में बाला साहित्य परिषद द्वारा बालासाहित्य रत्न से सम्मानित किया गया.
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