केंद्रीय विज्ञान एंव
प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 15 अक्टूबर 2014 को संयुक्त भारत-कनाडा विज्ञान कार्यक्रम का आरंभ किया जिसके तहत स्वयच्छ
जल की तकनीकों पर ध्याटन केंद्रित किया जायेगा.
भारत और कनाडा ने दोनों
देशों के बीच विज्ञान के क्षेत्रों और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संयुक्त सहयोग
के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.
समझौता ज्ञापन पर कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री फास्ट एड और कनाडा के राष्ट्रीय राजस्व मंत्री केरी फिंडले की भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए.
समझौता ज्ञापन पर कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री फास्ट एड और कनाडा के राष्ट्रीय राजस्व मंत्री केरी फिंडले की भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए.
भारत-कनाडा संयुक्त विज्ञान
कार्यक्रम के बारे में
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नए कार्यक्रम के तहत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
विभाग और कनाडा की राष्ट्री य विज्ञान एवं इंजीनियरिंग परिषद के बीच सहयोग के जरिए
स्वच्छ जल प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए संयुक्त कार्यवाही की
जाएगी.
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इस संयुक्तक उद्यम से ‘सुरक्षित
एवं टिकाऊ बुनियादी ढांचे’ के निर्माण और ‘एकीकृत जल प्रबंधन’ का मार्ग प्रशस्त होगा, जिससे कारगर जल प्रबंधन और स्वएच्छु जल की
आपूर्ति से जुड़े अहम मुद्दों को सुलझाना संभव हो सकेगा.
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यह कार्यक्रम जहां एक ओर प्रधानमंत्री श्री
नरेन्द्रि मोदी के ‘स्व च्छ नदी मिशन’ और ‘स्वगच्छत गंगा मिशन’ से का
हिस्सा है, वहीं दूसरी ओर यह मूल्य आधारित रिश्तेज को विकसित करने और औद्योगिक शोध एवं विकास (आरएंडडी)
परियोजनाओं को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी क्यों कि इसमें वैज्ञानिक
संस्थातनों तथा औद्योगिक इकाइयों की भी सहभागिता रहेगी.
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