वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा वर्ष 2014 हेतु
जारी 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2014' (The Global
Gender Gap Report 2014) में भारत का स्थान 142 देशों में 114वां है. इस सूचकांक के अनुसार, भारत वर्ष 2013 के मुकाबले 13 पायदान
फिसला है. वर्ष 2013 में भारत 101वें
स्थान पर था. इस सूचकांक को आर्थिक भागीदारी, शैक्षणिक उपलब्धियों, स्वास्थ्य एवं उत्तरजीविता के
आधार पर विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा 28 अक्टूबर 2014 को जारी किया गया.
इस सूची में भारत का स्थान संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सउदी अरब, पाकिस्तान और
जार्डन से बेहतर रहा. इस सूचकांक में आईसलैंड प्रथम स्थान पर रहा जहां पिछले 50
वर्ष में से 20 वर्ष महिला राष्ट्राध्यक्ष
रहीं. आईसलैंड वर्ष 2009 से इस सूचकांक में शीर्ष स्थान पर
है. आईसलैंड के बाद क्रमश: फिनलैंड, नार्वे, स्वीडन, डेनमार्क का स्थान है. अमेरिका इस सूची में 20वें स्थान पर है. पाकिस्तान सभी चार मानकों पर खराब प्रदर्शन के साथ 141वें स्थान पर है.
वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा जारी 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2014' से संबंधित मुख्य तथ्य
• आर्थिक भागीदारी, शैक्षणिक उपलब्धियों, स्वास्थ्य एवं उत्तरजीविता के पैमानों पर भारत को औसत से कम आंका गया है.
• भारत श्रमबल भागीदारी, अनुमानित अर्जित आय, साक्षरता दर और जन्म के समय लैंगिक अनुपात के संकेतकों के लिहाज से 20 सबसे अधिक खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल.
• भारत राजनीति सशक्तिकरण उप सूचकांक में 20 सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल.
• आर्थिक भागीदारी और अवसर के लिहाज से भारत 134वें स्थान पर.
• श्रमबल में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का अनुपात 0.36.
• आय के लिहाज से यहां महिलाओं ने जहां 1980 डालर अर्जित किए वहीं पुरुषों की अर्जित आय 8,087 डालर रही.
• शैक्षणिक उपलब्धियों के लिहाज से भारत का स्थान 126वां रहा और पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का साक्षरता अनुपात 0.68 रहा.
• भारत स्वास्थ्य और उत्तरजीविता के लिहाज से ठीक आर्मीनिया से पहले 141वें स्थान पर रहा.
• राजनीतिक सशक्तिकरण उपसूचकांक में भारत उल्लेखनीय रूप से काफी ऊपर रहा, इस मामलें में भारत 15वें पायदान पर रहा.
• भारत में स्त्री-पुरुष के बीच सबसे अधिक असमानता अवैतनिक कार्य पर प्रतिदिन खर्च किए गए औसत मिनट का है.
• भारत में स्त्री-पुरुष के बीच अवैतनिक कार्य के बीच का फर्क 300 मिनट है.
• सूची में पाकिस्तान सभी चार मानकों पर खराब प्रदर्शन के साथ 141वें स्थान पर है.
विदित हो कि वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा यह 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट' सबसे पहले वर्ष 2006 में पेश किया था, ताकि लैंगिक असमानता की स्थिति और इसमें प्रगति का आकलन किया जा सके. इस सूचकांक के संकेतकों में राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में स्त्री-पुरुष असमानता शामिल की जाती है.
वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा जारी 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2014' से संबंधित मुख्य तथ्य
• आर्थिक भागीदारी, शैक्षणिक उपलब्धियों, स्वास्थ्य एवं उत्तरजीविता के पैमानों पर भारत को औसत से कम आंका गया है.
• भारत श्रमबल भागीदारी, अनुमानित अर्जित आय, साक्षरता दर और जन्म के समय लैंगिक अनुपात के संकेतकों के लिहाज से 20 सबसे अधिक खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल.
• भारत राजनीति सशक्तिकरण उप सूचकांक में 20 सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल.
• आर्थिक भागीदारी और अवसर के लिहाज से भारत 134वें स्थान पर.
• श्रमबल में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का अनुपात 0.36.
• आय के लिहाज से यहां महिलाओं ने जहां 1980 डालर अर्जित किए वहीं पुरुषों की अर्जित आय 8,087 डालर रही.
• शैक्षणिक उपलब्धियों के लिहाज से भारत का स्थान 126वां रहा और पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का साक्षरता अनुपात 0.68 रहा.
• भारत स्वास्थ्य और उत्तरजीविता के लिहाज से ठीक आर्मीनिया से पहले 141वें स्थान पर रहा.
• राजनीतिक सशक्तिकरण उपसूचकांक में भारत उल्लेखनीय रूप से काफी ऊपर रहा, इस मामलें में भारत 15वें पायदान पर रहा.
• भारत में स्त्री-पुरुष के बीच सबसे अधिक असमानता अवैतनिक कार्य पर प्रतिदिन खर्च किए गए औसत मिनट का है.
• भारत में स्त्री-पुरुष के बीच अवैतनिक कार्य के बीच का फर्क 300 मिनट है.
• सूची में पाकिस्तान सभी चार मानकों पर खराब प्रदर्शन के साथ 141वें स्थान पर है.
विदित हो कि वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा यह 'ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट' सबसे पहले वर्ष 2006 में पेश किया था, ताकि लैंगिक असमानता की स्थिति और इसमें प्रगति का आकलन किया जा सके. इस सूचकांक के संकेतकों में राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में स्त्री-पुरुष असमानता शामिल की जाती है.
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