जाम्बिया के राष्ट्रपति माइकल साटा का 77 वर्ष की आयु में 28 अक्टूबर 2014 को लंदन में निधन हो गया. माइकल साटा अपनी तीखे बयानों के कारण 'किंग कोबरा' के नाम से मशहूर थे. वे फ्रेडरिक चिलूबा,
लेवी मवानावास और रुपिया बांदा के बाद जाम्बिया के चौथे राष्ट्रपति
थे. माइकल साटा वर्ष 2011 में जाम्बिया के राष्ट्रपति चुने
गए थे. उपराष्ट्रपति गुई स्कॉट को उनकी जगह अस्थाई रूप से राष्ट्रपति बनाया गया.
वे श्वेत समुदाय से हैं. जाम्बिया में चुनाव 90 दिनों के
अंदर आयोजित किया जाएगा.
माइकल साटा के बारे में
• माइकल साटा का जन्म वर्ष 1936 में जाम्बिया के मपिका में हुआ था और माइकल साटा ने औपनिवेशिक प्रशासन के दौरान पुलिस अधिकारी, रेलवे कर्मचारी और व्यापार संघ के रूप में कार्य किया.
• जाम्बिया के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान वह राजनीति में चले गए और बाद में पैट्रिओटिक फ्रंट की स्थापना की.
• माइकल साटा ने लुसाका के राज्यपाल के रूप में सेवा की और दो पूर्व राष्ट्रपति केनेथ कुंडा और फ्रेडरिक चिलूबा के अंतर्गत काम किया.
• जाम्बिया पहले ब्रिटेन का उपनिवेश था, जिसे 24 अक्टूबर 1964 में स्वतंत्रता मिली थी.
माइकल साटा के बारे में
• माइकल साटा का जन्म वर्ष 1936 में जाम्बिया के मपिका में हुआ था और माइकल साटा ने औपनिवेशिक प्रशासन के दौरान पुलिस अधिकारी, रेलवे कर्मचारी और व्यापार संघ के रूप में कार्य किया.
• जाम्बिया के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान वह राजनीति में चले गए और बाद में पैट्रिओटिक फ्रंट की स्थापना की.
• माइकल साटा ने लुसाका के राज्यपाल के रूप में सेवा की और दो पूर्व राष्ट्रपति केनेथ कुंडा और फ्रेडरिक चिलूबा के अंतर्गत काम किया.
• जाम्बिया पहले ब्रिटेन का उपनिवेश था, जिसे 24 अक्टूबर 1964 में स्वतंत्रता मिली थी.
0 comments:
Post a Comment