श्रेणी 2 के हरीकेन गोंजालो ने 18 अक्टूबर 2014 को 185 किलोमीटर
प्रति घंटे की हवाओं के साथ बरमूडा को प्रभावित किया. हरिकेन ने लघु अटलांटिक
द्वीप श्रृंखला को मूसलाधार बारिश और तेज हवा से प्रभावित किया.
द्वीप के अस्सी प्रतिशत भाग पर बिजली आपूर्ति हरीकेन गोंजालो के कारण
प्रभावित हुई. द्वीप कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का प्रकोप रहा साथ ही तेज हवाओं ने कई
केले के पेड़ों को उखाड़ दिया. इससे पहले, अमेरिका
के राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने हरिकेन के ब्रिटिश अटलांटिक क्षेत्र से निकलने के
पश्चात् तेज हवाओं और खतरनाक तूफ़ान के उमड़ने की चेतावनी दी थी.
बरमूडा अटलांटिक महासागर में एक द्वीप श्रृंखला है, जहां पर बहुधा उष्णकटिबंधीय तूफान आते रहते हैं. हरीकेन गोंजालो कई वर्षों
में छोटे ब्रिटिश द्वीप बरमूडा में आने वाले सबसे भीषण तूफानों में से एक है.
गोंजालो ने बरमूडा जो की 65000 जनसंख्या और 21 वर्ग मील (54 वर्ग किमी) में फैला एक निचला
द्वीपसमूह हैं को एक उष्णकटिबंधीय तूफान आने के सिर्फ पांच दिन बाद प्रभावित किया.
अंतिम प्रमुख हरिकेन जिसने बरमूडा को प्रभावित किया था, एक
श्रेणी 3 का तूफान फैबियन था जिसके कारण चार लोग मारे गए थे.
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