ब्रिटेन सरकार ने भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने वालों को
सम्मानित करने के लिए दादाभाई नौरोजी पुरस्कारों की घोषणा 18 अक्टूबर 2014 को की.
पुरस्कार के पहले तीन विजेताओं में ब्रिटेन-भारत व्यापार परिषद के
सदस्य पैट्रेशिया हेविट (वाणिज्य), आशा
खेमका और एक्टर माधव शर्मा (संस्कृति) शामिल हैं. आशा खेमका सूची में शामिल होने
वाली भारतीय मूल की पहली शिक्षिका हैं. पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों का नामांकन
सार्वजनिक रूप से किया था और विजेताओं का चयन मंत्रियों ने किया. पुरस्कार के लिए 80
से ज्यादा नामांकन आए थे.
पुरस्कार वितरण राष्ट्रमंडल कार्यालय में आयोजित क्षेत्रीय प्रवासी
भारतीय दिवस कार्यक्रम में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और ब्रिटेन के उप
प्रधानमंत्री निक क्लेग ने किया. इस मौके पर सुषमा स्वराज ने विजेताओं से कहा,' आपके दिलों में भारत बसता है और हम भारतीयों को आप पर गर्व है.' पुरस्कार को दादाभाई नौरोजी के नाम पर इसलिए रखा गया है क्योंकि वह
ब्रिटिश संसद के पहले एशियाई सदस्य थे और वही पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने ब्रिटेन में भारत का व्यापार शुरू किया.
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