आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन को वर्ष 2014 के सर्वश्रेष्ठ केंद्रीय बैंक गवर्नर का पुरस्कार दिया गया-(16-OCT-2014) C.A

| Thursday, October 16, 2014
यूरोमनी पत्रिका ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ केंद्रीय बैंक का गवर्नर पुरस्कार-2014 (Euromoney's 'Central Bank Governor' of the year award) से सम्मानित किया. उन्हें यह पुरस्कार वॉशिंगटन में 10 अक्टूबर 2014 को दिया गया.
  
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार यूरोमनी ने कहा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की सख्त मौद्रिक नीति ने हाल में उभरते बाजारों के संकट के बीच घाटे में चल रही अर्थव्यवस्था को परेशानी में डालने वाली आंधी का मुकाबला किया है. अब वह एक अरब से अधिक लोगों के लिए एक सुस्त वित्तीय प्रणाली में तेजी लाने के लिए निहित स्वार्थो से लड़ रहे हैं.
रघुराम राजन उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने वर्ष 2005 में ही वर्ष 2008 के वित्तीय संकट की भविष्यवाणी कर दी थी.

 केंद्र सरकार ने रघुराम राजन को सितंबर 2013 में 3 वर्ष के लिए भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया था. रघुराम राजन ने जब पद संभाला था तब मई 2013 के मुकाबले देश की मुद्रा में 20 प्रतिशत गिरावट चल रही थी और देश 1991 के बाद दूसरे सबसे बड़े संकट से गुजर रहा था.
रघुराम राजन से संबंधित तथ्य 
रघुराम राजन  का जन्म भारत के भोपाल में एक तमिल परिवार में 3 फरवरी 1963 को हुआ था. 
रघुराम राजन एक अर्थशास्त्री हैं.
रघुराम राजन ने वर्ष 1985 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री हासिल की. 
रघुराम राजन ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमैंट अहमदाबाद से 1987 में एमबीए किया. 
वर्ष 1991 में उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अर्थशास्त्र में पीएचडी प्राप्त किया, उनके लेख का शीर्षक "बैंकिंग पर निबंध" (एसेज़ ऑन बैंकिंग) था. 
रघुराम राजन प्रधानमंत्री के मानद आर्थिक सलाहकार भी रहे हैं. 
रघुराम राजन को अगस्त 2012 में कौशिक बसु के स्थान पर वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया.
सितम्बर 2003 से जनवरी 2007 तक वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में सबसे युवा आर्थिक सलाहकार और अनुसंधान निदेशक (मुख्य अर्थशास्त्री) थे. 
रघुराम राजन को वर्ष 2003 के अमेरिकेन फाइनेंस एसोसिएशन द्वारा दिए जाने वाले फिशर ब्लैक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. यह सम्मान 40 से कम उम्र के अर्थशास्त्री के वित्तीय सिद्धांत और अभ्यास में योगदान के लिए दिया जाता है. 
रघुराम राजन ने वर्ष 2005 में ही ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस की भविष्यवाणी की थी, जिसने वर्ष 2008 में दस्तक दी थी. 
डॉक्टर रघुराम जी राजन भारतीय रिजर्व बैंक के दुसरे ऐसे गवर्नर बने जो कि सिविल सेवा से नहीं हैं. इससे पहले बिमल जालान ऐसे गवर्नर बने थे जो कि सिविल सेवासे नहीं थे.
रघुराम राजन की पुस्तक, "सेविंग कैपिटलिस्म फ्रॉम कैपिटलिस्ट" वर्ष 2004 में प्रकाशित हुई. इसके सह लेखक प्रोफेसर लुईगी जिन्गैल्स थे. 
रघुराम राजन की पुस्तक- फ़ॉल्ट लाइंस: हाउ हिडेन फ्रैक्चर स्टिल थ्रेटेन द वर्ल्ड (Fault Lines: How Hidden Fractures Still Threaten the World Economy) वर्ष 2010 में प्रकाशित हुई थी.


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