वर्ष 2013 का मूर्तिदेवी
पुरस्कार मलयालम लेखक सी राधाकृष्णन को एक समारोह में 3 अक्टूबर
2014 को प्रदान किया गया. क्रम में यह 27वां मूर्तिदेवी पुरस्कार है. सी राधाकृष्णन यह पुरस्कार लेखक और ज्ञानपीठ
पुरस्कार विजेता एमटी वासुदेवन नायर ने केरल के
मलप्पुरम जिले के तुंचापराम्बू में प्रदान किया. सी राधाकृष्णन को यह पुरस्कार
उनके उपन्यास ‘तिक्कडल कतान्हू तिरूमधुरम’ के लिए दिया गया. यह उन्यास मलयालम भाषा के
जनक तुन्चत एजुताच्चन के जीवन पर आधारित है.
सी राधाकृष्णन का चयन डॉ. एम वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता में हुई मूर्तिदेवी पुरस्कार चयन समिति की बैठक में किया गया.
मूर्तिदेवी पुरस्कार
मूर्तिदेवी पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रतिवर्ष ऐसी रचना के लिए दिया जाता है, जिसमें भारतीय दर्शन और संस्कृति पर ज़ोर दिया गया हो.
पुरस्कार-स्वरूप विजेता को 4 लाख रुपये नकद, प्रशस्ति-पत्र, देवी सरस्वती की प्रतिमा और शॉल प्रदान किया जता है.
पहला मूर्ति देवी पुरस्कार वर्ष 1983 में कन्नड़ के लेखक सी के नागराज राव को प्रदान किया गया था.
सी राधाकृष्णन
• सी राधाकृष्णन का जन्म केरल में 15 फ़रवरी 1939 हुआ था.
• सी राधाकृष्णन भारत के केरल राज्य से मलयालम भाषा के एक लेखक और फिल्म निर्देशक हैं.
• उन्हे केरल साहित्य अकादमी के द्वारा 1962 में उनकी साहित्यिक कृति 'निजहलपदुकल' के लिए पुरस्कृत किया गया.
• भारतीय साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 1989 में 'स्पंदमापीनिकले नंदी' के लिए सम्मानित किया गया.
• वैज्ञानिक से साहित्यकार बने राधाकृष्णन ने विज्ञान को लोकप्रिय बनाने में अहम योगदान दिया. उनके द्वारा लिखा गया रचनात्मक साहित्य बेहद लोकप्रिय रहा है.
सी राधाकृष्णन का चयन डॉ. एम वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता में हुई मूर्तिदेवी पुरस्कार चयन समिति की बैठक में किया गया.
मूर्तिदेवी पुरस्कार
मूर्तिदेवी पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रतिवर्ष ऐसी रचना के लिए दिया जाता है, जिसमें भारतीय दर्शन और संस्कृति पर ज़ोर दिया गया हो.
पुरस्कार-स्वरूप विजेता को 4 लाख रुपये नकद, प्रशस्ति-पत्र, देवी सरस्वती की प्रतिमा और शॉल प्रदान किया जता है.
पहला मूर्ति देवी पुरस्कार वर्ष 1983 में कन्नड़ के लेखक सी के नागराज राव को प्रदान किया गया था.
सी राधाकृष्णन
• सी राधाकृष्णन का जन्म केरल में 15 फ़रवरी 1939 हुआ था.
• सी राधाकृष्णन भारत के केरल राज्य से मलयालम भाषा के एक लेखक और फिल्म निर्देशक हैं.
• उन्हे केरल साहित्य अकादमी के द्वारा 1962 में उनकी साहित्यिक कृति 'निजहलपदुकल' के लिए पुरस्कृत किया गया.
• भारतीय साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 1989 में 'स्पंदमापीनिकले नंदी' के लिए सम्मानित किया गया.
• वैज्ञानिक से साहित्यकार बने राधाकृष्णन ने विज्ञान को लोकप्रिय बनाने में अहम योगदान दिया. उनके द्वारा लिखा गया रचनात्मक साहित्य बेहद लोकप्रिय रहा है.
मूर्तिदेवी पुरस्कार विजेताओं की
सूची
|
वर्ष
|
पुरस्कृत साहित्यकार
|
पुरस्कृत रचना
|
भाषा
|
|
1983
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सी.के नागराज राव
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कन्नड़
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1984
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वीरेंद्र कुमार सखलेचा
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हिन्दी
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1985
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मनुभाई पाँचोली ‘दर्शक'
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गुजराती भाषा
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1986
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कन्हैया लाल सेथिआ
|
राजस्थानी
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1988
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विष्णु प्रभाकर
|
हिन्दी
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1989
|
विद्या निवास मिश्र
|
हिन्दी
|
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1990
|
मुनि श्री नागराज
|
हिन्दी
|
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1991
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डॉ प्रतिभा राय
|
यज्ञसेनी
|
मलयालम
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1992
|
कुबेरनाथ राय
|
कामधेनु
|
हिन्दी
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1993
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श्यामाचरण दुबे
|
हिन्दी
|
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1994
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शिवाजी सावन्त
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मराठी
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1995
|
निर्मल वर्मा
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भारत और यूरोप प्रतिश्रुति के क्षेत्र
|
हिन्दी
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2000
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गोविन्दचन्द्र पांडेय
|
हिन्दी
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2001
|
राममूर्ति त्रिपाठी
|
हिन्दी
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2002
|
यशदेव शल्य
|
हिन्दी
|
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2003
|
कल्याण मल लोढा
|
हिन्दी
|
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2004
|
नारायन देसाई
|
मारू जीवन आज मारी वाणी
|
गुजराती
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2005
|
डॉ राममूर्ति शर्मा
|
भारतीय दर्शन की चिन्तनधारा
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हिन्दी
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2006
|
कृष्णबिहारी मिश्र
|
कल्पतरु की उत्सव लीला
|
हिन्दी
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2007
|
वीरप्पा मोइली
|
श्री रामायण महानिवेशणम
|
कन्नड़
|
|
2011
|
गुलाब कोठारी
|
मैं ही राधा मैं ही कृष्ण
|
हिंदी
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|
2012
|
हरप्रसाद दास
|
वमसा
|
उड़िया
|
|
2013
|
सी राधाकृष्णन
|
मलयालम
|
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