दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित 17वें एशियाई खेलों में 2 अक्टूबर 2014 को सरदार सिंह के नेतृत्व में भारत की पुरुष हॉकी टीम ने चिर
प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पेनाल्टी शूटआउट में 4-2 से
हराकर स्वर्ण पदक जीता. भारत ने इसके साथ ही रियो ओलम्पिक के लिए भी क्वालीफाई कर
लिया. भारत ने तीसरी बार एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता. भारत ने आखिरी बार
वर्ष 1998 में बैंकाक में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक
जीता था.
निर्धारित 60 मिनट तक
स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट तक
खिंचा जिसमें भारत ने चार गोल किए जबकि गत चैम्पियन पाकिस्तान दो गोल ही कर सका.
भारत के लिए आकाशदीप सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, बीरेंद्र लाकड़ा और धरमवीर सिंह ने पेनाल्टी शूटआउट में गोल किए जबकि
मनप्रीत सिंह नाकाम रहे. वहीं पाकिस्तान के लिए मोहम्मद वकास और शफकत रसूल ने गोल
किए जबकि मोहम्मद हसीम खान और मोहम्मद उमर भुट्टा गोल नहीं कर सके.
इससे पहले निर्धारित समय में पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिजवान सीनियर ने तीसरे ही मिनट में गोल कर दिया था. भारत के लिए बराबरी का गोल 27वें मिनट में कोथाजीत सिंह ने किया.
इससे पहले निर्धारित समय में पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिजवान सीनियर ने तीसरे ही मिनट में गोल कर दिया था. भारत के लिए बराबरी का गोल 27वें मिनट में कोथाजीत सिंह ने किया.
इससे पहले, मेजबान
कोरिया ने मलेशिया को 3-2 से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा
किया. भारत ने 48 वर्ष बाद एशियाड के फाइनल में पाकिस्तान को
हराया. भारत को 16 वर्ष बाद एशियाड में हॉकी का स्वर्ण पदक
मिला. भारत ने कॉमनवेल्थ खेलों में इस वर्ष रजत पदक जीता था.
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