जापान और भारत के मध्य निर्यातकों
से गैस के दाम कम कराए जाने हेतु तरल गैस आयात संघ बनाने पर सहमति 9 सितम्बर 2013 को बनी. दोनों देशों द्वारा अब
दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसे गैस का आयात करने वाले अन्य देशों से भी इस संघ
में शामिल होने की अपील की जानी है.
इसके साथ ही कुछ एशियाई देश
उत्तरी अमेरिका से तरल प्राकृतिक गैस का आयात करने पर सहमत हुए. उन्हें गैस का
निर्यात दो वर्ष के भीतर शुरू हो सकता है.
इसके अलावा 10 सितम्बर 2013 को जापान और भारत द्वारा टोक्यो
में तरल गैस को समर्पित सम्मेलन में अपने बहुउद्देशीय संयुक्त अध्ययन दल का आगे
विकास करने पर विचार किया जाना है.
विदित हो कि वर्तमान विश्व में
तरल प्राकृतिक गैस का सर्वाधिक उपयोग जापान करता है. फ़ुकुशीमा-1 एटमी बिजलीघर में दुर्घटना होने
और उसके बाद जापान द्वारा कुछ परमाणु रिएक्टर बन्द कर दिए जाने के बाद जापान बहुत
बड़ी मात्रा में तरल गैस का आयात करने लगा है.
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