इतिहासकार एवं लेखक रामचंद्र गुहा की पुस्तक गांधी बिफोर इंडिया 1 अक्टूबर 2013 से जारी-(27-SEP-2013) C.A

| Friday, September 27, 2013
गांधी  बिफोर इंडिया (Gandhi Before India): रामचंद्र गुहा 

गांधी बिफोर इंडिया (Gandhi Before India) नामक पुस्तक इतिहासकार एवं लेखक रामचंद्र गुहा द्वारा मूल रूप से अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है. इस पुस्तक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन के शुरआती वर्षों और उनके बारे में कम ज्ञात तथ्यों के बारे में जानकारी दी गई है. यह पुस्तक 1 अक्टूबर 2013 को बाजार में आएगी. प्रकाशकों की ओर जारी बयान के अनुसार गांधी बिफोर इंडियाशीर्षक वाली पुस्तक का प्रकाशन भारत में 1 अक्टूबर 2013 को होगा.  इसका प्रकाशन पेंग्विन की एलेन लेन करेगी.  इस पुस्तक में महात्मा गांधी के गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 के जन्म से लेकर उनके  1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने तक का वर्णन है. 

रामचंद्र गुहा के अनुसार वर्ष 1893 में जब मोहनदास गांधी दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुए तो वह 23 वर्षीय एक ऐसे वकील थे जिन्हें कोई काम नहीं मिला था जिसके चलते वह भारत में स्वयं को स्थापित नहीं कर पाये थे. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में जो दो दशक बिताये उसने उन्हें महात्मा बनाया.

रामचंद्र गुहा ने इस पुस्तक में लिखा है कि गांधी के विचार मूलत: उनके वर्ष 1915 में भारत लौटने से पहले ही रुप ले चुके थे. उन्होंने लिखा है, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में रहने के दौरान उन्होंने साम्राज्यवाद और नस्लवाद की प्रकृति समझी तथा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में वह दर्शन और तरीका समझा जिसने ब्रिटिश साम्राज्यवाद को कमजोर किया और अंतत: उसे धराशायी कर दिया.
 
रामचंद्र गुहा से सम्बंधित मुख्य तथ्य 
रामचंद्र गुहा एक इतिहासकार एवं लेखक हैं. उन्हें वर्ष 2009 में पदम भूषण से जबकि वर्ष 2011 में इंडिया आफ्टर गांधी (India After Gandhi) के लिए साहित्य अकादमी से सम्मानित किया गया.  उन्हें वर्ष 2011-12 के लिए लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स में अंतरराष्ट्रीय मामलों और इतिहास के फिलिप रोमन अध्यक्ष नियुक्त किया गया.