अमेरिका की पत्रिका फॉरेन पॉलिसी
ने सितंबर 2013 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की. इस रिपोर्ट में पाकिस्तान की आर्थिक
राजधानी कराची को विश्व का सबसे खतरनाक शहर बताया गया है. यहां प्रत्येक 1,00,000 निवासियों पर हत्या की दर 12.3 है और यह दर विश्व के किसी भी
बड़े शहर से 25 फीसदी तक
उंची है. रिपोर्ट के अनुसार कराची में तालिबान की मौजूदगी बढ़ रही है जो कि अपराध
और तस्करी का रैकेट चलाता है. यहां अन्य बड़े शहरों की तुलना में हत्या की दर करीब 25 प्रतिशत अधिक है. 2000 से 2010 के बीच कराची की आबादी 80 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है. जितनी
रफ्तार से कराची की आबादी बढ़ी है उतनी आबादी न्यूयॉर्क की भी नहीं है. पत्रिका की
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2011 में मुंबई (भारत) में जहां 202 हत्याएं हुई. वहीं कराची में वर्ष
2011 में 1723 हत्याएं हुई, जबकि वर्ष 2012 में 2000 से अधिक हत्याएं हुई.
2003-13 के दशक में आतंकवाद से जूझ रहे लाखों लोगों ने पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम को छोड़कर आर्थिक राजधानी माने जाने वाले कराची में शरण ली है. हालांकि, नौकरियों और अवसरों की तलाश में पलायन करने वाले लोगों ने कराची के लिए थोड़ी मुश्किलें पैदा की हैं. काम की तलाश में यहां आने वाले प्रवासियों की बड़ी संख्या ने शहर की स्थिति को खराब बना दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कारण कराची सबसे खतरनाक शहर बन गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2000 से 2010 तक शहर की आबादी में 80 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है. आबादी में इस कदर इजाफा हुआ है जो न्यूयॉर्क सिटी की पूरी जनसंख्या के महज एक दशक में कराची से जुड़ जाने की तरह है.
वर्ष 2008-9 से कराची में अल्पसंख्यक शिया समुदायों के जुलूसों और मस्जिदों पर सुन्नियों द्वारा हमले किए जाते रहे हैं. इससे यहां जातीय संघर्ष की स्थिति बन जाती है. इसके अलावा राजनीतिक दलों से जुड़ें गैंग जबरन वसूली और जमीन पर कब्जा करने के धंधे में लगे हुए हैं. हाल में पाकिस्तानी तालिबान आतंकियों ने शहर में पकड़ मजबूत कर ली है. वे आपराधिक और तस्करी संबंधी रैकेट चलाते हैं और बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं.
कराची से सम्बंधित तथ्य
कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा नगर और सिन्ध प्रान्त की राजधानी है. यह अरब सागर के तट पर स्थित है. कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा बन्दरगाह भी है. इसके उपनगरों को मिलाकर यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. इसका क्षेत्रफल 3527 वर्ग किलोमीटर है. यहां के निवासी इस शहर की ज़िन्दादिली की वजह से इसे रौशनियों का शहर और क़ैद-ए-आज़म जिन्ना का निवास स्थान होने की वजह से इसे शहर-ए-क़ैद कह कर बुलाते हैं.
2003-13 के दशक में आतंकवाद से जूझ रहे लाखों लोगों ने पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम को छोड़कर आर्थिक राजधानी माने जाने वाले कराची में शरण ली है. हालांकि, नौकरियों और अवसरों की तलाश में पलायन करने वाले लोगों ने कराची के लिए थोड़ी मुश्किलें पैदा की हैं. काम की तलाश में यहां आने वाले प्रवासियों की बड़ी संख्या ने शहर की स्थिति को खराब बना दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कारण कराची सबसे खतरनाक शहर बन गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2000 से 2010 तक शहर की आबादी में 80 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है. आबादी में इस कदर इजाफा हुआ है जो न्यूयॉर्क सिटी की पूरी जनसंख्या के महज एक दशक में कराची से जुड़ जाने की तरह है.
वर्ष 2008-9 से कराची में अल्पसंख्यक शिया समुदायों के जुलूसों और मस्जिदों पर सुन्नियों द्वारा हमले किए जाते रहे हैं. इससे यहां जातीय संघर्ष की स्थिति बन जाती है. इसके अलावा राजनीतिक दलों से जुड़ें गैंग जबरन वसूली और जमीन पर कब्जा करने के धंधे में लगे हुए हैं. हाल में पाकिस्तानी तालिबान आतंकियों ने शहर में पकड़ मजबूत कर ली है. वे आपराधिक और तस्करी संबंधी रैकेट चलाते हैं और बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं.
कराची से सम्बंधित तथ्य
कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा नगर और सिन्ध प्रान्त की राजधानी है. यह अरब सागर के तट पर स्थित है. कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा बन्दरगाह भी है. इसके उपनगरों को मिलाकर यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. इसका क्षेत्रफल 3527 वर्ग किलोमीटर है. यहां के निवासी इस शहर की ज़िन्दादिली की वजह से इसे रौशनियों का शहर और क़ैद-ए-आज़म जिन्ना का निवास स्थान होने की वजह से इसे शहर-ए-क़ैद कह कर बुलाते हैं.
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