केंद्र ने अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और नगालैंड में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु सहायता की घोषणा की-(08-sep-2013) CURRENT affair

| Sunday, September 8, 2013
केंद्रीय पर्यटन मंत्री के चिरंजीवी ने अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और नगालैंड में विभिन्न पर्यटन विकास परियोजनाओं के लिए केंद्रीय वित्तीय सहायता को 7 सितम्बर 2013 को मंजूरी दी. यह मंजूरी पूर्वोत्तर में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दी गई.
इस मंजूरी से संबंधित मुख्य तथ्य
सिक्किम
पश्चिमी सिक्किम में बुड़ा-नीलकण्ठ में पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 89.10 लाख रुपये दिए जाने हैं. बुड़ा-नीलकण्ठ खूबसूरत नदी तट पर गेजिंग और रेनचेंगपोंग के रास्ते पर है. इस जगह पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने से यह इस क्षेत्र में अनिवार्य दर्शनीय स्थल बन जाना है क्योंकि तब पर्यटक दूर से ही इसे निहार कर नहीं जा सकेंगे.
सिक्किम सर्किट में राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ पर्यटक सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने हेतु 160 लाख रुपये प्रदान किए जाने हैं. इस परियोजना में रैंगपो कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 ए के साथ सड़क के निकट सुविधाऐं और कार पार्किंग क्षेत्र का निर्माण शामिल हैं.
सिक्किम में सुपरलेटिव साइनेज और होर्डिंग्स के प्रावधान और प्रदर्शित करने हेतु 160 लाख रुपये प्रदान किए जाने हैं. यह साइनेज रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और होटलों जैसे विभिन्न स्थानों पर लगाए जाने हैं.
पूर्वी सिक्किम में बारचांगे वाटर साइट के विकास सहित मार्चेक के साथ पर्यटन सर्किट के विकास के लिए 160 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं.
अरुणाचल प्रदेश
त्वांग में मेगा पर्यटन स्थल के लिए 463.34 लाख रुपये मंजूर किए गए. इस परियोजना में त्वांग में अतिथि गृह परिसर, त्वांग मानेस्ट्री रेस्त्रां, डॉर्मिटरी परिसर का निर्माण और जल प्रपात गैलरी एवं चिल्ड्रन पार्क का विकास शामिल है.
हुनली लोअर दीबांग घाटी जिले में पर्यटन परिसर के निर्माण के लिए 98.05 लाख रुपये मंजूर किए गए. हुनली निचले दीबांग घाटी जिले का अंग है और यह अपनी खूबसूरती और ठंडे तापमान के लिए प्रसिद्ध है. यहां अनेक घरेलू और विदेशी पर्यटक आते हैं.
नगालैंड
कुहुबोतो में इको-एडवेंचर और संस्कृति केंद्र हेतु 100 लाख रुपये मंजूर किए गए. कुहुबोतो वर्जिन पर्यटन केंद्र है जो प्राकृतिक खूबसूरती में बहुत समृद्ध है. इस परियोजना में बजट होटल, पर्यटक स्वागत केंद्र, ओपन एयर थियेटर, सार्वजनिक शौचालय, फूड कोर्ट, पार्किंग क्षेत्र और कैफिटेरिया का निर्माण शामिल है.




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