नेटवर्किंग-(08-SEP-2013) G.K

| Sunday, September 8, 2013
                                               नेटवर्किंग
नेटवर्किंग एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें कम्प्यूटर सूचनाओं और उससे स्रोतों का आदान-प्रदान करते हैं। नेटवर्किंग के लाभ निम्रलिखित हैं-
1.
डाटा की शेयरिंग
2.
बिना सी डी के फाइलों का ट्रांसफर संभव
3.
मेडीसिन, इंजीनियरिंग इत्यादि में विशेष लाभ
4.
डाटा की सुरक्षा
5.
कम मेमोरी का प्रयोग
6.
उभयनिष्टï हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर संसाधन, उदाहरण, प्रिंटर, मेमोरी
7.
किफायती

नेटवर्क तीन प्रकार के होते हैं-
LAN- 
लोकल एरिया नेटवर्क
MAN- 
मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क
WAN- 
वाइड एरिया नेटवर्क

लैन (LAN)
लैन में आसपास के कम्प्यूटर केबलिंग व्यवस्था से आपस में जुड़े रहते हैं। इससे सूचनाओं का आदान-प्रदान तथा कम्प्यूटर स्रोतों का आदान-प्रदान काफी आसान हो गया है। इसके तीन अवयव होते हैं-

(1)
मीडियम
मीडियम उसे कहते हैं जिस पर डाटा ट्रांसफर होता है। यह एक टेलीफोन लाइन, एक कोएक्सियल केबिल अथवा फाइबर ऑप्टिकल केबिल हो सकता है।

(2) नेटवर्क इंटरफेस यूनिट (NIO)
यह लैन मीडियम और कम्प्यूटर हार्डवेयर के मध्य इंटरफेस प्रदान करता है। सामान्यता एक नेटवर्क इंटरफेस यूनिट मुख्य सिस्टम के साथ इंटरफेस करती है।

(3) नेटवर्क सॉफ्टवेयर
लैन से जुड़े हुए प्रत्येक कम्प्यूटर सिस्टमों में कार्य करता है और यूज़र सॉफ्टवेयर को नेटवर्क वाइड कम्युनिकेशन कैपीबिल्टीज़ प्रदान करता है। इस सॉफ्टवेयर का एक भाग नेटवर्क इंटरफेस यूनिट में रहता है।

वान (WAN) 
एक दूसरे से जुड़े जब एक ही शहर में कई जगहों या फिर कई शहरों तक एक दूसरे से जुड़े हुए कम्प्यूटर स्थित हों तो यह वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) कहलाता है।


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