गीतकार गुलज़ार को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए
वर्ष 2013 का दादा साहब फाल्के पुरस्कार देने की
घोषणा 12 अप्रैल 2014 को की गई.
गीतकार गुलज़ार दादा साहब फाल्के पुरस्कार पाने वाले 45वें व्यक्ति हैं. इससे पूर्व कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए गुलज़ार को वर्ष 2004 में पद्मभूषण एवं वर्ष 2002 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया किया जा चुका है. हिंदी फिल्म 'मौसम', 'माचिस' और 'अंगूर' के निर्देशन के लिए भी उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है.
वर्ष 2009 में फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनएअर' के गाने 'जय हो' के लिए गुलज़ार को सर्वश्रेष्ठ मौलिक गीत लेखन का ऑस्कर पुरस्कार मिला. इसी गीत के लिये उन्हे ग्रैमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
गुलज़ार के पास आरडी बर्मन, एआर रहमान और विशाल भारद्वाज के अलावा सचिन देव बर्मन, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, सलिल चौधरी जैसे अलग-अलग दौर के संगीत निर्देशकों के साथ काम करने का लंबा अनुभव है.
गुलज़ार से संबंधित मुख्य तथ्य
ग़ुलज़ार का जन्म अविभाजित भारत के पंजाब में 18 अगस्त सन 1936 में हुआ था. जो अब पाकिस्तान में है. उनका वास्तविक नाम सम्पूर्ण सिंह कालरा है.
भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद उनका परिवार अमृतसर (पंजाब ) आकर बस गया. बाद में गुलज़ार मुंबई चले गये. फ़िल्म इंडस्ट्री में उन्होंने बिमल राय, हृषिकेश मुख़र्जी, और हेमंत कुमार के सहायक के तौर पर काम शुरू किया. बिमल राय की फ़िल्म बंदनी के लिए गुलज़ार ने अपना पहला गीत लिखा.
नोट- दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, भारत सरकार की ओर से भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है. इस पुरस्कार का प्रारंम्भ दादा साहेब फाल्के के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 से हुआ. दादा साहेब फाल्के पुरस्कार रास्ट्रीय पुरस्कार के साथ प्रदान किया जाता है. अब तक कुल 44 लोगों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है.
गीतकार गुलज़ार दादा साहब फाल्के पुरस्कार पाने वाले 45वें व्यक्ति हैं. इससे पूर्व कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए गुलज़ार को वर्ष 2004 में पद्मभूषण एवं वर्ष 2002 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया किया जा चुका है. हिंदी फिल्म 'मौसम', 'माचिस' और 'अंगूर' के निर्देशन के लिए भी उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है.
वर्ष 2009 में फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनएअर' के गाने 'जय हो' के लिए गुलज़ार को सर्वश्रेष्ठ मौलिक गीत लेखन का ऑस्कर पुरस्कार मिला. इसी गीत के लिये उन्हे ग्रैमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
गुलज़ार के पास आरडी बर्मन, एआर रहमान और विशाल भारद्वाज के अलावा सचिन देव बर्मन, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, सलिल चौधरी जैसे अलग-अलग दौर के संगीत निर्देशकों के साथ काम करने का लंबा अनुभव है.
गुलज़ार से संबंधित मुख्य तथ्य
ग़ुलज़ार का जन्म अविभाजित भारत के पंजाब में 18 अगस्त सन 1936 में हुआ था. जो अब पाकिस्तान में है. उनका वास्तविक नाम सम्पूर्ण सिंह कालरा है.
भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद उनका परिवार अमृतसर (पंजाब ) आकर बस गया. बाद में गुलज़ार मुंबई चले गये. फ़िल्म इंडस्ट्री में उन्होंने बिमल राय, हृषिकेश मुख़र्जी, और हेमंत कुमार के सहायक के तौर पर काम शुरू किया. बिमल राय की फ़िल्म बंदनी के लिए गुलज़ार ने अपना पहला गीत लिखा.
नोट- दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, भारत सरकार की ओर से भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है. इस पुरस्कार का प्रारंम्भ दादा साहेब फाल्के के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 से हुआ. दादा साहेब फाल्के पुरस्कार रास्ट्रीय पुरस्कार के साथ प्रदान किया जाता है. अब तक कुल 44 लोगों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है.
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