एसआईपीआरआई ने 2013 में विश्व में सैन्य खर्चे के रूझान पर रिपोर्ट जारी की-(18-APR-2013) C.A

| Friday, April 18, 2014
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) ने 14 अप्रैल 2014 को ट्रेंड्स इन वर्ल्ड मिलट्री एक्सपेंडिचर, 2013’ नामक रिपोर्ट जारी की. एसआईपीआरआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि साल 2012 से दुनिया भर देशों के कुल सैन्य खर्च में वास्तव में 1.9 फीसदी की गिरावट आयी. रिपोर्ट के अनुसार 2013 में विश्व के सभी देशों का कुल खर्च 1.75 ट्रिलियन डॉलर था.
रिपोर्ट में भारत को शीर्ष खर्च करने वाले देशों की सूची में साल 2013 में नौंवा स्थान पर रखा गया, जबकि वर्ष 2012 में भारत आठवें स्थान पर था. भारत ने सेना पर वर्ष 2013 में 47.4 बिलियन डॉलर खर्च किए.
एसआईपीआरआई ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि वैश्विक खर्चे में आई गिरावट की वजह संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों द्वारा सैन्य खर्चे में की गई कमी है. हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में खर्च 1.8 फीसदी बढ़ा.
पर्याप्त बढ़ोतरी के साथ तीन सबसे अधिक खर्चीले देश हैं
•    चीन
•    रूस
•    सउदी अरब (14 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 67 बिलिन डॉलर)
ये तीन देश विश्व के उन 23 देशों में से हैं जिन्होंने 2004 से अपने सैन्य खर्चे को दुगने से भी ज्यादा किया है. सउदी अरब ने सैन्य खर्चे में युनाइटेड किंग्डम, जापान और फ्रांस को पीछे छोड़ दिया और सूची में इसे चौथा स्थान मिला है.
एसआईपीआरआई ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिकी सैन्य खर्च में साल 2013 में हुई 7.8 फीसदी की गिरावट की निम्निखित वजहें बताई हैं
•    इराक में युद्ध की समाप्ति
•    अफगानिस्तान से सैन्य वापसी की शुरुआत
•    अमेरिकी कांग्रेस द्वारा 2011 में पारित स्वतः बजट कटौती प्रस्ताव का प्रभाव
रिपोर्ट के अनुसार मध्य पूर्व देशों ने 2013 में सैन्य खर्च में  4 फीसदी का इजाफा किया और यह 150 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया.
एसआईपीआरआई रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में सबसे अधिक सैन्य खर्च करने वाले देश
•    अमेरिका– 640 बिलियन डॉलर
•    चीन– 188 बिलियन डॉलर
•    रूस– 87.8 बिलियन डॉलर
•    सउदी अरब– 67 बिलियन डॉलर
•    फ्रांस– 61.2 बिलियन डॉलर
•    यूके– 57.9 बिलियन डॉलर
•    जर्मनी– 48.8 बिलियन डॉलर
•    भारत– 47.4 बिलियन डॉलर
•    दक्षिण कोरिया– 33.9 बिलियन डॉलर
•    इटली– 32.7 बिलियन डॉलर
•    ब्राजील– 31.5 बिलियन डॉलर
•    ऑस्ट्रेलिया– 24 बिलियन डॉलर
•    तुर्की– 19.1 बिलियन डॉलर
•    यूएई– 19 बिलियन डॉलर
एसआईपीआरआई सैन्य खर्च प्रोग्राम के निदेशकडॉ. सैम पर्लोफ्रीमैन
एसआईपीआरआई के बारे में
एसआईपीआरआई स्टॉकहोम, स्वीडन का एक संगठन है जो विश्वभर में सैन्य खर्चों के विकास पर नजर रखता है. इसके अलावा य़ह सैन्य खर्चों की सबसे व्यापक, अनुकूल और विस्तृत डेटा स्रोत भी रखता है.
एसआईपीआरआई के विश्व परमाणु ताकतों के आंकड़ों और एसआईपीआरआई इयरबुर 2014 के प्रमुख निष्कर्षों के जारी होने से पहले आई यह रिपोर्ट तीसरी और अंतिम प्रमुख डाटा है.


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