विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) पैनल ने 4 अप्रैल 2014 को भारत के चेरापूंजी को 2493 मिलीमीटर वर्षा के साथ 48 घंटों में सबसे अधिक वर्षा
का विश्व रिकॉर्ड फिर से बनाने की घोषणा की. पिछली बार चेरापूंजी में सबसे अधिक
वर्षा 15–16 जून 1995 दर्ज की गई थी.
48 घंटों में सबसे अधिक वर्षा का पिछला विश्व रिकॉर्ड
हिंद महासागर के ला रियूनियन द्वीप के नाम है 2467 मिलिमीटर
वर्षा के साथ यह द्वीप अप्रैल 1958 से यह रिकॉर्ड अपने नाम
किए हुए है. ला रियूनियन एख फ्रांसिसि द्वीप है जिसकी आबादी 840974 है.
ला रियूनियन में अक्सर चक्रवात आता है और इसकी पहाड़ियों
पर बारी बारिश होती है. साल 1966 से 12 घंटों और 24 घंटों की अवधि में सबसे अधिक वर्षा होने
का रिकॉर्ड अब भी इसी द्वीप के नाम है. 72 घंटे और 96
घंटे में सबसे अधिक वर्षा का रिकॉर्ड 2007 में
बनाया था.
48 घंटों में सबसे अधिक वर्षा के रिकॉर्ड
ने चेरापूंजी (सोहरा) को पृथ्वी पर सबसे नम स्थानों के रूप में भी पहचान दिलाई है.
चेरापूंजी के नाम अगस्त 1860 से जुलाई 1861 (12 माह– एक वर्ष) की अवधि में 26470 मिलीमीटर वर्षा (86 फीट 10 इंच)
होने का रिकॉर्ड भी दर्ज है.
चेरापूंजी में होने वाली व्यापक वर्षा इसकी पहाड़ी
स्थलाकृति के बीच गर्म मानसून दबाव का परिणाम है.
चेरापूंजी मेघालय के पठार में 1484
मीटर (4869 फिट) की ऊंचाई पर बांग्लादेश के
मैदानी इलाकोंकी तरफ स्थित है.
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