गुलाबी गैंग नाम से बनी डॉक्यूमेंटरी फिल्म को 14वें न्यूयॉर्क इंडिया फिल्म फेस्टिवल में दिखाये जाने हेतु अप्रैल 2014
के द्वितीय सप्ताह में नामित किया गया. यह डॉक्यूमेंट्री सामाजिक
कार्यकर्ता सम्पत देवी के जीवन पर बनाई गई है. फिल्म फेस्टिवल 5 मई से 10 मई 2014 तक चलेगी.
फिल्म फेस्टिवल गुलाबी गैंग में दक्षिण एशिया की 34 भी ज्यादा (23 कथात्मक, 11 वृत्तचित्र)
पुरस्कार विजेता और समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्में दिखाई जाएंगी. इसमें
पाकिस्तान और श्रीलंका की फिल्में भी होंगी.
फेस्टिवल में दक्षिण
एशिया की दिखाई जाने वाली फिल्मों में शामिल हैं:-
• पाकिस्तान की चार फिल्में
• श्रीलंका की दो फिल्में
• नेपाल की एक फिल्म
गुलाबी गैंग के बारे में
गुलाबी गैंग का निर्देशन निष्ठा जैन ने किया है और यह एक
दोस्त, बालिका वधु और भूतपूर्व सरकारी स्वास्थ
कर्मचारी के जीवन पर आधारित है. यह कहानी 2006 में गुलाबी कपड़े पहने महिलाओं के एक गैंग की है जो उत्तर प्रदेश के
बुंदेलखंड और मध्यप्रदेश में महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करती थीं.
शुरुआत में गुलाबी गैंग दमनकारी पतियों, पिताओं और भाइओं को सजा देकर घरेलू हिंसा और परित्याग का सामना करने के
इरादे से बनाई गई थी. गिरोह की सदस्य पुरुष अपराधियों को बातचीत से समझाती थीं और
उन्हें कारण बताती थी. अधिक गंभीर अपराधी को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा किया जाता
था. कभी–कभी महिलाएं पुरुषों द्वारा बल प्रयोग करने पर उनपर
लाठियां भी बरसा देती थीं.
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