इंडियन कंप्यूटर इंमरडजेंसी रिस्पांस टीम ने स्मार्टफोन वायरस डेंड्रायड का पता लगाया-(31-MAR-2013) C.A

| Monday, March 31, 2014
इंडियन कंप्यूटर इंमरडजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटीइन) ने 26 मार्च 2014 को स्मार्टफोन वायरस डेंड्रायट का पता लगाया. टीम ने एंड्रायट स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को इस डेंड्रायड वायरस से सावधान रहने को कहा है क्योंकि यह वायरस आपके फोन के डेटा के साथ छेड़छाड़ कर सकता है.

एक वार एक्टिवेट हो जाने पर यह वायरस उपयोगकरत्ओं के व्यक्तिगत एंड्रायड फोन के कमांड और सरवर को बदल सकता है और फोन पर आने वाले या फोन से भेजे जाने वाले निजी एसएमएस को बीच में ही रोक सकता है.
डेंड्रायड खतरनाक ट्रोजन परिवार का वायरस है. यह एंड्रायड स्मार्टफोन को संक्रमित करने के लिए इस्तेमाल में लाया जा रहा है. डेंड्रायड एक एचटीटीपी आरएटी है जिसमें परिष्कृत पीएचपी एडमिनिस्ट्रेशन पैनल और एपीके बाइंडर पैकेज एप्लीकेशन होता है.
इस वायरस से निपटने के लिए सीईआरटीइन ने कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं, वे हैं
•    अविश्वस्त स्रोतें से एप्लीकेशंस न तो डाउनलोड करें और न हीं उसे इंस्टॉल ही करें.
•    इंस्टॉल करने से पहले एप्लीकेशन द्वारा मांगे गए अनुमतियों की जांच कर लें. मोबाइल सिक्योरिटी सॉल्यूशन या मोबाइल एंटीवायरस सॉल्यूशन के जरिए पूरे सिस्टम को स्कैन करें.
•    उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ज्यादातर एंड्रॉयड ओएस के साथ मौजूद इंक्रिप्शन या इन्क्रिप्टिंग एक्टर्नल एसडी कार्ड सुविधा का ही प्रयोग करें.
•    उपयोगकर्ताओं को इस्तेमाल किए जा रहे डेटा (एप्लिकेशन के आधार पर उपयोग भी) और मोबाइल के बिल में होने वाले असामान वृद्धि पर नजर रखने की सलाह दी जाती है. उन्हें उपकरण की बैट्री के इस्तेमाल पर भी नजर रखना चाहिए.
•    असुरक्षित और अज्ञात वाईफाई नेटवर्कों के प्रयोग से बचें. सार्वजनिक स्थानों पर उपलब्ध वाईफाई सेवा दुर्भावनापूर्ण एप्लिकेशंस के वितरण के लिए इस्तेमाल के लिए लगाए गए हो सकते हैं और अपने एंड्रॉयड उपकरण का नियमित बैकअप लेने का अभ्यास कर लीजिए.
सीईआरटीइन के बारे में
सीईआरटीइन हैकिंग, फिशिंग से मुकाबला करने और भारतीय इंटरनेट डोमेन की सुरक्षा सुदृढ़ करने वाली केंद्रीय एजेंसी है.


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