विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायु प्रदूषण से संबंधित वैश्विक आकड़े जारी किये-(28-MAR-2014) C.A

| Friday, March 28, 2014
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 25 मार्च 2014 को वायु प्रदूषण से संबंधित आकड़े जारी किये. वायु प्रदूषण पर डब्ल्यूएचओ द्वारा हाल ही में प्रकाशित इन आकड़ों के अनुसार समूचे विश्व में वर्ष 2012 के दौरान वायु प्रदूषण के कारण 70 लाख मौते हुईं, जो कि हृद्याघात से होने वाली कुल मौतों की संख्या 80 प्रतिशत है.
डब्ल्यूएचओ ने वायु प्रदूषण अपनी इस रिपोर्ट के अनुसार वायु प्रदूषण सबसे बड़ा पर्यावरणीय जोखिम है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में होने वाली हर आठ मौतों में से एक का संबंध वायु प्रदूषण से होता है.
डब्ल्यूएचओ द्वारा वर्ष 2012 में वायु प्रदूषण से संबंधित आकड़े मृत्यु संबंधी आकड़ों तथा वायु प्रदूषण से हो रही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर आधारित है. विश्व के तमाम हिस्सों में घर के बाहर के होने वाले वायु प्रदूषण के आकड़े डेटा मैपिंग की एक नयी तकनीक से किये गये. इस तकनीक में दूरस्थ आकड़े, वास्तविक स्तर पर प्रेक्षण मापन तथा मुख्य स्रोतों से प्रदूषण उत्सर्जन और वायु में प्रदूषण कैसे फैलता है, आदि शामिल हैं.

वायु प्रदूषण पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुख्य तथ्य
•    वायु प्रदूषण का संबंध हृदय रोग, श्वास संबंधी बिमारियों तथा कैंसर से होता है.
•    वर्ष 2012 के दौरान वायु प्रदूषण के कारण 70 लाख मौते हुईं.
•    एशिया के विभिन्न इलाकों में खाना पकाने हेतु लकड़ी एवं कोयले के इस्तेमाल वर्ष 2012 में 43 लाख लोगों की मृत्यु हुई.
•    शेष 43 लाख मौतें वायु प्रदूषण के अन्य कारकों के कारण हुईं जिनमें विकसित देशों के लोगों का प्रतिशत 90 प्रतिशत है.
•    वर्ष 2012 में वायु प्रदूषण से हुई मौतों की संख्या डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी किये गये पिछले आकड़ों से दोगुनी है.
•    वायु प्रदूषण से होने वाली बिमारियों के बारे में जागरूकता फैलाकर इससे होने वाली मौतों को रोका जा सकता है.
•    नये आकड़े घर के भीतर व बाहर होने वाले वायु प्रदूषण और हृदवाहिनी बिमारियां (Cardiovascular Diseases) जैसे हृदयाघात, आइसेमिक हार्ट डिजीज, आदि में संबंध को दर्शाते हैं.
•    इसके अतिरिक्त जारी आकड़े वायु प्रदूषण तथा कर्क रोग के संबंध को भी प्रदर्शित करते हैं.
•    ये सभी वायु प्रदूषण से होने वाली श्वास संबंधी बिमारियों, जैसे श्वसन संक्रमण तथा फेफड़े संबंधी बिमारियों के अतिरिक्त हैं.

घर के बाहर होने वाले वायु प्रदूषण होने वाली कुल मौतों का बिमारीवार निरूपण
•    40% – आइसेमिक हार्ट डिजीज
•    40% – हृदयाघात
•    11% – फेफड़ों में दीर्घकालिक रूकावट से होने वाली बिमारियां
•    6% - फेफड़ों में कैंसर
•    3% –  बच्चों में तीव्र निम्न श्वास संबंधी संक्रमण 

घर के भीतर होने वाले वायु प्रदूषण होने वाली कुल मौतों का बिमारीवार निरूपण
•    34% - हृदयाघात
•    26% - आइसेमिक हार्ट डिजीज
•    22% - फेफड़ों में दीर्घकालिक रूकावट से होने वाली बिमारियां
•    12% - बच्चों में तीव्र निम्न श्वास संबंधी संक्रमण
•    6% - फेफड़ों में कैंसर


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