भारतीय मूल की अमेरिकी लेखिका सुष्मिता रॉय को उनकी
पुस्तक 'मदरिंग इंडिया' के
लिए 'नेशनल एनडॉवमेंट फॉर द ह्यूमनिटीज फॉर फैकल्टी (National Endowment for the Humanities
Award, एनईएच) पुरस्कार’ के लिए चुना गया.
इनके चयन की घोषणा 19 मार्च 2014 को की
गई.
सुष्मिता रॉय की यह पुस्तक ब्रिटिश शासन के दौरान की भारतीय महिला लेखिकाओं पर आधारित है.
सुष्मिता रॉय
सुष्मिता रॉय अमेरिका की देलावारे स्टेट यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की सहायक प्रोफेसर हैं.
सुष्मिता रॉय ने अपनी एमफिल अंग्रेजी में कलकत्ता विश्वविद्यालय से 2006 में की थी और पीएचडी ब्रिटेन के ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से 2011 में पूरी की. वह 2011 से अमेरिका की देलावारे स्टेट यूनिवर्सिटी की संकाय सदस्य हैं.
नेशनल एनडॉवमेंट फॉर ह्यूमनिटीज
लिए 'नेशनल एनडॉवमेंट फॉर ह्यूमनिटीज' की स्थापना वर्ष 1965 में की गई थी. 'एनईएच' अमेरिका में मानवीय कार्यक्रमों के लिए सर्वाधिक राशि देने वाली एक स्वतंत्र एजेंसी है.
सुष्मिता रॉय की यह पुस्तक ब्रिटिश शासन के दौरान की भारतीय महिला लेखिकाओं पर आधारित है.
सुष्मिता रॉय
सुष्मिता रॉय अमेरिका की देलावारे स्टेट यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की सहायक प्रोफेसर हैं.
सुष्मिता रॉय ने अपनी एमफिल अंग्रेजी में कलकत्ता विश्वविद्यालय से 2006 में की थी और पीएचडी ब्रिटेन के ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से 2011 में पूरी की. वह 2011 से अमेरिका की देलावारे स्टेट यूनिवर्सिटी की संकाय सदस्य हैं.
नेशनल एनडॉवमेंट फॉर ह्यूमनिटीज
लिए 'नेशनल एनडॉवमेंट फॉर ह्यूमनिटीज' की स्थापना वर्ष 1965 में की गई थी. 'एनईएच' अमेरिका में मानवीय कार्यक्रमों के लिए सर्वाधिक राशि देने वाली एक स्वतंत्र एजेंसी है.
0 comments:
Post a Comment