सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में स्पैम ई-मेल भेजने
वाले देशों की सूची में भारत को चौथा स्थान दिया गया है. माइक्रोसॉफ्ट ने 28 फरवरी 2014 को अपनी सुरक्षा आसूचना रिपोर्ट जारी
करते हुए कहा कि स्पैम ई-मेल्स की विषयवस्तु दुर्भावनापूर्ण होती है और उनमें
फार्मा-उत्पादों के विज्ञापन तथा प्रकटत: सेक्सुअल सामग्री शामिल रहती है. रिपोर्ट
जनवरी से जून 2013 तक की अवधि में किए गए सर्वेक्षण पर
आधारित है.
माइक्रोसॉफ्ट की सूची में भारत से पहले निम्नलिखित तीन देशों को रखा
गया है :
• अमेरिका, जो अधिकतम
संख्या में बॉटनेट स्पैम भेजने के कारण सूची में सबसे ऊपर रहा
• चीन
• यूके
• चीन
• यूके
साइबर-अपराधी ऐसे दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर या मैलवेयर
भेजते हैं, जो कंप्यूटर को बॉट में बदल देते हैं,
जिसे जॉम्बी या रोबो भी कहा जाता है. जॉम्बी या रोबो कंप्यूटर के
कार्यों को पीसी (पर्सनल कंप्यूटर) के मालिक की जानकारी के बिना इंटरनेट पर
स्वचालित कर देता है.
सरकारों और उद्योग की रिस्पांस-टीमें बॉटनेट स्पैम के
उद्गम-स्थलों का निश्चय कर सुरक्षा-समस्याओं की गहनता जान-समझ सकती हैं.
भारत भी अनेक साइबर-अपराधों का शिकार रहा है और
मैलवेयर-मुठभेड़ों की दृष्टि से उसे पाँचवें स्थान पर रखा गया है. इन मुठभेड़ों की
दर 2013 की पहली तिमाही के 29.31 प्रतिशत की तुलना में दूसरी तिमाही में थोड़ी बढ़कर 29.44 हो गई. वर्म्स, ट्रोजन्स और वायरस भारत पर हमले के
सबसे प्रचलित रूप रहे.
मुठभेड़ों की दर में अमेरिका शीर्ष पर रहा, जिसके बाद ब्राजील, रूस और टर्की का स्थान रहा. अन्य
देशों में मैक्सिको, जर्मनी, फ्रांस,
चीन और यूके शामिल हैं. मुठभेड़-दर एक विशेष अवधि में मैलवेयर का
सामना कर रहे माइक्रोसॉफ्ट रियल-टाइम सुरक्षा-उत्पाद चलाने वाले कंप्यूटरों का
प्रतिशत बताती है.
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