बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) ने 12 मार्च 2014 को सरकार प्रायोजित चार योजनाओं में निजी
क्षेत्र की बीमा कंपनी आईसीआईसीआई लोंबार्ड के द्वारा कथित धोखाधड़ी के मामले की
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच किये जाने के आदेश दिये.
ये चारों योजनाएं गरीबों से संबंधी हैं – राजीव गांधी शिल्पी स्वास्थ्य बीमा योजना, मौसम बीमा
योजना, शेतकारी अपघाटी दुर्घटना बीमा योजना, पांजीक्रुत बीमा योजना तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना.
राजीव गांधी शिल्पी स्वास्थ्य बीमा योजना शिल्पकारों के
लिए वर्ष 2009 से 2011 के मध्य
चलायी गयी थी. आरोप लगाये गये थे कि 11445 खादी शिल्पियों को
फर्जी तरीके से नामांकित किया गया था जबकि ये शिल्पकार लाभ के पात्र नहीं थे. इस
प्रकार कंपनी ने 88 लाख की धोखाधड़ी की.
इसी प्रकार, मौसम
बीमा योजना आईसीआईसीआई लोंबार्ड ने राजस्थान सरकार को गंगासागर जिले में जनवरी से
मार्च 2010 के मध्य लागू करने के लिए दी थी. आरोप है कि इस
योजना के तहत 3155 लाभार्थियों का अस्तित्व ही नहीं है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के वर्ष 2009
में उत्तर प्रदेश में कार्यान्वयन में फर्जी नामांकनों के भी आरोप
लगाये गये हैं.
जबकि, शेतकारी अपघाटी
दुर्घटना बीमा योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलायी गयी थी. इस संबंध में आरोप है
कि कंपनी ने 3900 दावों के एवज में मात्र 638 दावों का ही निपटारा किया.
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