केंद्रीय दूरसंचार विभाग ने साइबर हमलों से निपटने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए-(20-MAR-2014) C.A

| Thursday, March 20, 2014
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन दूरसंचार विभाग (डॉट) ने 17 मार्च 2014 को साइबर हमलों के खतरों और वेबसाइटों की हैकिंग से से निपटने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए. ये दिशा-निर्देश सभी इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपी) के लिए हैं.
नए दिशा-निर्देश सुरक्षा मानदंड़ों को अपनाने और अपने ग्राहकों को उनके मोडेम को साइबर हमलों और हैकिंग प्रयासों से बचाने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय करने की सलाह देने के लिए है. मोडेम एक उपकरण होता है जो कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने का काम करता है.
डॉट ने सभी आईएसपी को लिखित में दिया है कि वे अपने ग्राहकों को उनके एडीएसएल (एसिमेट्रिक डिजिटल सबस्क्राइबर लाइन) मोडम का पासवर्ड बदलने में मदद करें ताकि उसका अनधिकृत अपयोग रोका जा सके. यह पासवर्ड आमतौर पर ब्रॉड बैंक सेवा प्रदाताओं द्वारा सेट किया जाता है. फिलहाल वेंडर डिफॉल्ट यूजर आईडी और पासवर्ड के साथ एडीएसएल मोडेम की आपूर्ति करते हैं.
एडीएसएल मोडेम डीएसएल मोडेम का ही एक संस्करण है जो उच्च डाउनलोड लेकिन कम अपलोड स्पीड देता है. डॉट ने कहा है कि आईएसपी को मोडेम के प्रोटोकॉल पोर्ट्स को निष्क्रिय करना चाहिए जो हैकिंग के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
डॉट ने आईएसपी को कहा है कि वे अपने ग्राहकों से कहें कि वह अपना रोजाना ऑनलाइन इस्तेमाल पर नजर रखें और अगर डाटा को अप्रत्याशित इस्तेमाल नजर आथा है तो उसे तुरंत ही संबंधित आईएसपी को बताएँ.
ग्राहकों को नवीनतम सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करना चाहिए और आईएसपी को इंस्टॉलेशन के समय और नियमित अंतराल पर ग्राहकों को संदेश भेजना चाहिए. इसके अलावा ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि इस्तेमाल नहीं होने के समय वे अपना मोडेम बंद कर दें. डॉट ने सभी आईएसपी से कहा कि वे इन नए दिशानिर्देशों को मई 2014 तक लागू करें ताकि 1.5 करोड़ ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.


0 comments:

Post a Comment