केंद्रीय गृह मंत्री ने गुजरात के भुज में बीएसएफ के साथ बीआईएसएजी के एकीकरण का उद्घाटन किया-(13-SEP-2014) C.A

| Saturday, September 13, 2014

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह 11 सितंबर 2014 को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशंस एंड जीओ इन्फॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी) की गुजरात सरकार की परियोजना के एकीकरण का उद्घाटन गुजरात के भुज स्थित बीएसएफ कैंप में किया.
इस अवसर पर, केंद्रीय गृह मंत्री को बीआईएसएजी का विवरण एवं उपयोगिता और अर्ध सैनिक बलों के समर्पण, इनक्रिप्टेड चैनल की जरूरत के बारे में जानकारी दी गई. उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों, क्रीक और तटीय सुरक्षा से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा भी की.
इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री ने बीएसएफ मूरिंग प्लेस ( नौबंध स्थलसतीश) कोटेश्वर का भी दौरा किया जहां उन्हें  नौबंध स्थल के बारे में संक्षिप्त जानकारी मुहैया कराई गई.
भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशंस एंड जीओ इन्फॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी)
गुजरात की एक राज्य स्तरीय प्रमुख एजेंसी बीआईएसएजी कृषि, भूमि और जल संसाधन प्रबंधन, बंजर भूमि/ वाटरशीड विकास, वानिकी, आपदा प्रबंधन, बुनियादी ढांचा और शिक्षा के क्षेत्र में योजना एवं विकासात्मक गतिविधियों के लिए स्थानिक और  भूस्थानिक प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल की सुविधा देता है. बीआईएसएजी पहले रिमोट सेंसिंग एंड कम्युनिकेशन सेंटर (आरईएसईसीओ) के नाम से जाना जाता था लेकिन फिर इसका नाम इसे 12वीं सदी के महान भारतीय गणितज्ञ भास्कराचार्य के नाम पर रख दिया गया.
इस संस्थान ने अप्रैल 1997 से काम करना शुरु किया था और 2003 में इसका नाम बदलकर भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशंस एंड जीओ इन्फॉर्मेटिक्स किया गया था.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भारत की सीमा की रखवाली करने वाला बल है जिसकी स्थापना 1 दिसंबर 1965 को की गई थी. यह एक अर्ध सैनिक बल है और शांति के समय में यह भारत की सीमा की रखवाली और अंतरराष्ट्रीय अपराध को रोकने का काम करता है.
यह गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण वाली केंद्र सरकार की एजेंसी है. यह भारत के कई कानून प्रवर्तन एजेंसियों में से एक है और फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी सीमा सुरक्षा बल है.

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