संयुक्त राष्ट्र संघ
द्वारा कराए गए एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2100 तक
वैश्विक जनसंख्या 11 बिलियन हो जाने का अनुमान व्यक्त किया
गया. इस रिपोर्ट का प्रकाशन जनरल साइंस के 18 सितंबर 2014
के ऑनलाइन संस्करण में किया गया.
उपरोक्त रिपोर्ट वर्ष 2012 तक के
आंकड़ों और संभाव्य कार्यप्रणाली पर आधारित है. आंकड़ों के अनुसार इस बात की प्रबल
संभावना है कि मौजूदा वैश्विक जनसंख्या वर्ष 2100 तक बढ़कर 9.6
बिलियन से 12.3 बिलियन के बीच हो जाएगी.
मुख्य बिन्दु
• अफ्रीका में बढ़ती जन्म दर के कारण मौजूदा वैश्विक जनसंख्या इसकी अनुमानित जनसंख्या से 2 बिलियन अधिक है.
• आंकड़ों के अनुसार अफ्रीका का सहारा क्षेत्र में जन्मदर सर्वाधिक होने के कारण इस क्षेत्र की जनसंख्या में वर्ष 2100 तक 4 बिलियन की वृद्धि का अनुमान है.
• वर्ष 2100 तक अफ्रीका की जनसंख्या 3.5 बिलियन से 5.1 बिलियन के बीच हो जाने की 80 प्रतिशत संभावना है.
• एशिया में वर्ष 2050 तक जनसंख्या 5 बिलियन हो जाएगी और उसके बाद उसमें गिरावट प्रारंभ होगी.
• उत्तरी अमेरिका, यूरोप और लैटिन अमेरिकी क्षेत्रों की जनसंख्या 1 बिलियन से नीचे रहने की संभावना है.
मुख्य बिन्दु
• अफ्रीका में बढ़ती जन्म दर के कारण मौजूदा वैश्विक जनसंख्या इसकी अनुमानित जनसंख्या से 2 बिलियन अधिक है.
• आंकड़ों के अनुसार अफ्रीका का सहारा क्षेत्र में जन्मदर सर्वाधिक होने के कारण इस क्षेत्र की जनसंख्या में वर्ष 2100 तक 4 बिलियन की वृद्धि का अनुमान है.
• वर्ष 2100 तक अफ्रीका की जनसंख्या 3.5 बिलियन से 5.1 बिलियन के बीच हो जाने की 80 प्रतिशत संभावना है.
• एशिया में वर्ष 2050 तक जनसंख्या 5 बिलियन हो जाएगी और उसके बाद उसमें गिरावट प्रारंभ होगी.
• उत्तरी अमेरिका, यूरोप और लैटिन अमेरिकी क्षेत्रों की जनसंख्या 1 बिलियन से नीचे रहने की संभावना है.
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