संयुक्त
राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन 2014 ग्लोबल वार्मिंग
के कारणों पर चर्चा के लिए 23 सितंबर 2014 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित किया गया.
जलवायु शिखर
सम्मेलन 2014 को कार्बन के उत्सर्जन को कम करने और
जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए सभी देशों में
परिवर्तनकारी कार्रवाई प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया, इसके अतिरिक्त वर्ष 2015 में पेरिस में एक सार्थक
वैश्विक जलवायु समझौते के लिए भी सहमति व्यक्त की गई.
हालांकि जलवायु
परिवर्तन पर कोपेनहेगन सम्मेलन 2009 के बाद जलवायु
परिवर्तन पर दुनिया के शीर्ष नेताओं - चीन और भारत के नेताओं की अनुपस्थिति से
विवाद पैदा हो गया था.
हॉलीवुड स्टार
लियोनार्डो डिकैप्रियो भी जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में
उपस्थित थे. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने सभी 120 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी की.
शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं द्वारा योगदान की घोषणा -
शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं द्वारा योगदान की घोषणा -
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सरकारों, व्यापार, वित्त, बहुपक्षीय
विकास बैंकों और नागरिक समाज के नेताओं की एक नया गठबंधन कम कार्बन और जलवायु
विकास के वित्तपोषण के लिए 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक
जुटाने की घोषणा की.
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इसके साथ दृढ़ता से वर्ष 2020 तक प्रति वर्ष 100 बिलियन लक्ष्य को पूरा करने के
लिए सार्वजनिक और निजी वित्त जुटाने के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की.
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यूरोपीय संघ 2014 और 2020 के बीच विकासशील देशों में पर्यावरण संबंधी
प्रयासों के लिए 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लिए प्रतिबद्ध है.
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इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस क्लब
(आईडीएफसी) ने वर्ष 2015 के अंत तक नई जलवायु वित्त गतिविधियों
के लिए एक वर्ष तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर के प्रत्यक्ष वित्त
पोषण बढ़ाने की घोषणा की.
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अग्रणी वाणिज्यिक बैंकों ने वर्ष 2015 तक ग्रीन बांड की 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर जारी करने
के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा की है, और वर्ष 2020 से वर्तमान राशि का 10 गुना तक जलवायु स्मार्ट विकास
में खर्च किया जाएगा.
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बीमा उद्योग भी वर्ष 2015 के अंत तक 84 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लिए अपने निवेश
को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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उत्तरी अमेरिका और यूरोप से तीन
प्रमुख पेंशन फंड वर्ष 2020 तक 31 बिलियन से अधिक अमेरिकी डॉलर के ऊपर परिसंपत्ति वर्गों में कम कार्बन
निवेश में अपने निवेश में तेजी लाने के लिए योजनाओं की घोषणा की.
जलवायु
परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी)
शिखर वार्ता, जलवायु परिवर्तन पर 1997 के क्योटो प्रोटोकॉल पर हुए
सम्मेलन जो कि यूएन फ्रेमवर्क के अंतर्गत हुए से, अलग है.
यूएनएफसीसीसी का समापन दिसंबर 2015 में पेरिस सम्मेलन के साथ
होगा.
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