शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2014 की घोषणा-(30-SEP-2014) C.A

| Tuesday, September 30, 2014
सीएसआईआर ने दस वैज्ञानिकों को उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2014 की घोषणा 26 सितंबर 2014 को की. इस पुरस्कार की घोषणा नई दिल्ली में सीएसआईआर की 72वीं स्थापना दिवस समारोह के दौरान वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक डॉ परमवीर सिंह आहूजा द्वारा की गई.
शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के अतंर्गत वैज्ञानिकों को 5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ ही प्रशस्ति-पत्र और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया जाता है.
विभिन्न क्षेत्रों में चयनित पुरस्कार विजेता: 
बायोलॉजिकल साइंस: डॉ. रूप मलिक, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई
केमिकल साइंसेज: डॉ. के. आर. प्रसाद, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु और सौविक मैती, इंस्टिट्यूट ऑफ जीनोमिक्स ऐंड इंटिग्रेटिव बायॉलाजी, नई दिल्ली 
अर्थ, एटमॉस्फियर, ओसन ऐंड प्लैनेटरी साइंसेज: डॉ. एस.एन त्रिपाठी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी, कानपुर 
इंजीनियरिंग साइंसेज: डॉ. एस. वेंकटमोहन, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नॉलाजी, हैदराबाद और डॉ. सौमेन चक्रवर्ती, आईआईटी, मुंबई
मैथमेटिकल साइंसेज: डॉ. कौशल कुमार वर्मा, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु
मेडिकल साइंसेज: डॉ. अनुराग अग्रवाल, इंस्टिट्यूट ऑफ जीनोमिक्स ऐंड इंटिग्रेटिव बायॉलाजी, नई दिल्ली
फिजिकल साइंसेज: डॉ. प्रताप रायचौधरी, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई और डॉ. एस.ए. रंगावाला, रमन रिसर्च इंस्टिट्यूट, बेंगलुरु
इसके अलावा, सीएसआईआर ग्रामीण विकास के एस एंड टी पुरस्कार 2013 और सीएसआईआर डायमंड जुबली प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2014 की भी घोषणा की गई.
सीएसआईआर ग्रामीण विकास एस एंड टी पुरस्कार 2013: सांबा चावल किस्म के विकास के लिए सीएसआईआर सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मालिक्यूलर बॉयोलाजी (सीएसआईआर-सीसीएमबी) हैदराबाद और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, डायरेक्टोरेट ऑफ राइस रिसर्च, हैदराबाद को सम्मानित किया गया.
सीएसआईआर डायमंड जुबली प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2014: कोलोरेक्टल कैंसर की एक अनोखी दवा इरीनोटीकेन (Irinotecan) के विकास और व्यावसायीकरण के लिए एव्रा लेबोरेटरीज प्रा. लिमिटेड, हैदराबाद को सम्मानित किया गया.


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