केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय नें व्यापक स्थायी पर्यटन मानदंड की शुरूआत की-(31-AUG-2014) C.A

| Sunday, August 31, 2014
केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्रीपद नाईक ने 26 अगस्त 2014 को व्यापक स्थायी पर्यटन मानदंड (एसटीसीआई) की शुरूआत की. इसकी शुरुआत अकोमोडेशन, टूर ऑपरेटर्स एंड बीचेस, बैकवाटर्स, लेक्स एवं रिवर सेक्टर्स के उद्देश्य से की गई.
कार्बन को कम करने व पर्यटन उद्योग का संवहनीय सिद्धांतों के आधार पर निर्माण करने के उद्देश्य से इस योजना की शुरूआत की गई. इसकी शुरूआत करते समय नाईक ने पर्यटन उद्योग के सभी हितधारियों को एसटीसीआई अपनाने को कहा. इसके साथ ही उन्होंने रोजगार सृजन, राष्ट्रीय आय को बढ़ाने, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने एवं महिलाओं तथा पिछड़ों की स्थति में सुधार के द्वारा सामाजिक न्याय को बढावा देकर लंबी अवधि का व्यवसाय करने का सुझाव दिया.
पृष्ठभूमि
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी के सभी 14 क्षेत्रों को शामिल कर एक स्टीयरिंग समिति बनाई थी जिसका उद्देश्य संवहनीय पर्यटन मानदंड को बनाना था. समिति ने समग्र एसटीसीआई बना कर अपना काम पूरा किया.

भारत के प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए किसी भी राज्य सरकार के पर्यटन व्यवसाय के लिए यह न्यूनतम आवश्यकता एवं मार्गदर्शक सिद्धांत हैं. इसका उद्देश्य यह भी सुनिश्चित करना है कि पर्यटन व्यवसाय से पर्यावरण को खतरा ना हो और नुकसान कम से कम हो.



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