पाकिस्तान में एतिहासिक महर्षि वाल्मीकि स्वामीजी मंदिर को तोड़ने के आदेश दिए गए-(28-AUG-2014) C.A

| Thursday, August 28, 2014
सेना की प्रशासनिक शाखा "फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गेनाइजेशन" ने वर्ष 1935 में बने महर्षि वाल्मीकि स्वामीजी मंदिर के तोड़ने के आदेश 12 अगस्त 2014 को दिए. सेना का कहना है कि वह मंदिर के स्थान पर सैनिकों के लिए बैरक बनाना चाहती है. सेना की योजना की जानकारी मिलते ही पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय में जबरदस्त गुस्सा है.
आजादी से पहले वर्ष 1935 में बना महर्षि वाल्मीकि स्वामी जी मंदिर चकलाला के ग्रेसी लाइंस में स्थित है. यह इलाका सेना द्वारा संचालित रावलपिंडी कैंटोनमेंट बोर्ड के नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आता है. यह मंदिर एक हिंदू कब्रिस्तान के पास स्थित है जिसे भी ध्वस्त किया जा सकता है. हिंदू समुदाय ने 21 अगस्त 2014 को अदालत में मंदिर और कब्रिस्तान के विध्वंस के खिलाफ याचिका दायर की.
पिछली घटनाऐं 
दिसंबर 2012 में कराची में सौ साल पुराना हिंदू मंदिर, श्री राम पीर मंदिर एक बिल्डर द्वारा कई हिंदू घरों के साथ ध्वस्त कर दिया गया था. 
देश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शन की मांग पर याचिका की सुनवाई के बाद पाकिस्तानी अदालत के रोक लगाने के बावजूद बिल्डर ने ऐतिहासिक मंदिर को ध्वस्त कर दिया जिसमें लगभग 40 हिन्दू लोग बेघर हो गये थे.



0 comments:

Post a Comment