ईरान की कवियत्री सिमिन बहबहनी का निधन-(21-AUG-2014) C.A

| Thursday, August 21, 2014
ईरान की शेरनी नाम से विख्यात कवियत्री सिमिन बहबहनी का तेहरान, ईरान में 19 अगस्त 2014 को 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह दिल और सांस की बीमारी से ग्रस्त थी और दो सप्ताह से कोमा में थी.
सिमिन महिलाओं के अधिकारों की संरक्षक थी और सिमिन ने कविता के माध्यम से वर्ष 1979 में ईरान की क्रांति के समय ईरान के लोगो को प्रोत्साहित किया.

कवियत्री सिमिन बहबहनी
•    सिमिन बहबहनी का जन्म 19 जुलाई 1927 को तेहरान में हुआ था. सिमिन ने बारह वर्ष की आयु में कविता लिखना शुरू किया.
•    सिमिन ने 20 वीं सदी में फारसी साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
•    वह ईरानी राइटर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष थी और सिमिन को वर्ष 1999 और 2002 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था.
•    सिमिन को तानाशाही के विरोध के रूप में उनकी कविताओं की सरकारी सेंसरशिप का सामना करने के साहस के लिए ईरान के लोगों ने "ईरान की शेरनी 'का खिताब से सम्मानित किया.
सिमिन को निम्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया:
·       वर्ष 1998 में ह्यूमन राइट्स वॉच हेलमैन-हेम्मेट अनुदान
·       वर्ष 1999 में कार्ल वॉन औसकी  पदक
·       वर्ष 2006 में नार्वे लेखक संघ के अभिव्यक्ति स्वतंत्रता पुरस्कार
·       वर्ष 2013 में जानूस पेनोनियस  काव्य पुरस्कार
·       सिमिन बहबहनी की उन्नीस कविताओं की पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है.
सिमिन बहबहनी के प्रसिद्ध कार्य: 
•    द ब्रोकन ल्यूट, वर्ष 1951
•    फुटप्रिंट, वर्ष 1954
•    सेंडिलियर, वर्ष 1955
•    रेसुरेक्शन, वर्ष 1971
•    ए विंडो ऑफ फ्रीडम, वर्ष 1995
•    मेय बी इट्स द मसीहा, वर्ष 2003


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