उत्तरी इराक में पेशमार्गा कुर्दिश बलों को हथियार से लैस करने की
अमेरिकी कवायद को 26 अगस्त 2014 को उस
समय बल मिला जब सात अन्य देशों नें इसमें अमेरिका को समर्थन देना शुरू कर दिया. ये
सात देश अल्बानिया, कनाडा, क्रोएशिया,
डैनमार्क, इटली, फ्रांस,
यूनाइटेड किंगडम हैं. इसकी घोषणा अमेरिका के सुरक्षा सचिव चक हेगल
ने की.
यह घोषणा हेगल द्वारा अमेरिका के नेतृत्व में बनाई गई कमीशन के गठन के दो हफ्ते बाद हुई है. इस कमीशन का उद्देश्य कुर्दिश बलों को हथियार पूर्ति के प्रयासों में तेजी लाना था.
यह मामला तब आगे बढा जब आईएसआईएस समूह द्वारा अगस्त 2014 में कुर्दिश बलों को हरा कर सैनिक अड्डों एवं जून 2014 में औजारों एवं हथियारों पर कब्जा जमा लिया गया.
यह घोषणा हेगल द्वारा अमेरिका के नेतृत्व में बनाई गई कमीशन के गठन के दो हफ्ते बाद हुई है. इस कमीशन का उद्देश्य कुर्दिश बलों को हथियार पूर्ति के प्रयासों में तेजी लाना था.
यह मामला तब आगे बढा जब आईएसआईएस समूह द्वारा अगस्त 2014 में कुर्दिश बलों को हरा कर सैनिक अड्डों एवं जून 2014 में औजारों एवं हथियारों पर कब्जा जमा लिया गया.
इसके अलावा अमेरिका को इस अभियान में ऑस्ट्रेलिया, बर्लिन, कतर, सऊदी अरब,
तुर्की एवं यूएई से भी सहयोग मिलने की संभावना है. अमेरिका के हवाई
अभियान को ब्रिटेन एवं ऑस्ट्रेलिया का सहयोग मिला है. तुर्की अपने सैन्य अड्डों के
इस्तेमाल की इजाजत दे सकता हैं वहीं इस अभियान को सऊदी अरब, कतर,
यूएई से वित्तीय मदद मिलने की संभावना है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक
ओबामा द्वारा सीरिया के हवाई क्षेत्रों से गुजर रही फ्लाइट के सर्विलांस की 26
अगस्त 2014 को दी गई अनुमति के बाद से इस दिशा
में गति आई है.
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