केंद्र सरकार ने 27 अगस्त 2014 को हिन्दी भाषा में ‘डॉट भारत’ (.भारत) डोमेन प्रारंभ किया. केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री
रविशंकर प्रसाद ने डॉट भारत डोमेन की शुरुआत की. इससे इंटरनेट पर हिन्दी में काम
करने वालों को फायदा होगा. हिन्दी में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले अब उन
वेबसाइट का यूआरएल (इंटरनेट पता) हिन्दी में लिख सकेंगे, जो
डॉट भारत के साथ रजिस्टर की जाएंगी.
‘डॉट भारत’ (.भारत) डोमेन के तहत लोग अब देवनागरी
लिपि में यूआरएल डोमेन डाल सकेंगे. इसके साथ ही साथ महत्वपूर्ण बात यह है कि
देवनागरी में लिखे इस डोमेन का हिन्दी के अलावा बोडो, डोगरी,
कोंकणी, मैथिली, मराठी,
नेपाली और सिंधी भाषाओं में भी उपयोग किया जा सकेगा. भारत डॉट डोमेन
के यूआरल के लिए शुरुआत में डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू लिखने की जरूरत नहीं होगी.
डोमेन नेम लेने के लिए ट्रेड मार्क वेरीफिकेशन होगा और इसका शुल्क 250 रुपये और सर्विस टैक्स अतिरिक्त होगा. आठ भाषाएं, जिनकी
लिपि देवनागरी है, वे इसका इस्तेमाल कर सकती हैं.
विदित हो कि ‘डॉट भारत’ (.भारत) डोमेन की शुरुआत नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया की ओर से की गई है. इसकी शुरुआत करके भारत अब चीन और यूरोप के उन देशों की कतार में शामिल हो गया है, जहां स्थानीय भाषा में वेबसाइट खोलने की सुविधा प्रदान की गई है.
विदित हो कि ‘डॉट भारत’ (.भारत) डोमेन की शुरुआत नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया की ओर से की गई है. इसकी शुरुआत करके भारत अब चीन और यूरोप के उन देशों की कतार में शामिल हो गया है, जहां स्थानीय भाषा में वेबसाइट खोलने की सुविधा प्रदान की गई है.
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