15 अगस्त 2014 को भारत ने अपना 68वां स्वतंत्रता दिवस मनाया-(24-AUG-2014) C.A

| Sunday, August 24, 2014
ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र होने के उपलक्ष्य में भारत ने 15 अगस्त 2014 को अपना 68वां स्वतंत्रता दिवस मनाया. इस दिन भारत के नागरिकों ने अपने नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी.
68वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 14 अगस्त 2014 की शाम को देश को संबोधित किया और प्रशासन को तेज गति से विकास और सामाजिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए रचनात्मक सोच अपनाने को कहा.
इसके बाद 15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री ने दिल्ली के लालकिले पर तिरंगा फहराया औऱ राष्ट्रगान जन गण मन गाया एवं देश के विकास के लिए उनकी सरकार की सोच को सबके सामने रखा. इस दिन उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान और वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना को फिर से शुरु करने जैसी कुछ योजनाओं की घोषणा की. इसके अलावां, उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते आपराधिक मामलों पर अपनी चिंता व्यक्त की. सभी राज्यों की राजधानियों, कई स्कूलों और संगठनों में भी ध्वजारोहण समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए.
भारत ने स्वतंत्रता कैसे हासिल की?
•    ब्रिटेन की संसद का भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 जो कि माउंटबेटन के प्रभाव कार्यान्वयन में था, ने ब्रिटिश भारत को 15 अगस्त 1947 से दो स्वतंत्र देशों भारत और पाकिस्तान (बांग्लादेश समेत)  में बांट दिया. इस अधिनियम को 18 जुलाई 1947 को शाही स्वीकृति मिली थी.
•    3 जून 1947 को माउंटबेटन योजना तत्कालीन वायसराय लार्ड लुईस माउंटबेटन ने बताई थी जिसमें सत्ता हस्तांतरण की तिथि द्वीतीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण की  दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर 15 अगस्त 1947 तय की गई थी.
•    20 फरवरी 1947 को, प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली के तहत लेबर सरकार ने घोषणा कि थी कि ब्रिटश सरकार जून 1948 से ब्रिटिश भारत को पूर्ण स्वराज दे देगी.
•    1929 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर सत्र में पूर्ण स्वराज की मांग ने जोर पकड़ा और 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था.
•    भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन किया और 1930 से 1947 तक  26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता रहा. स्वतंत्रता हासिल होने के बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.
•    1857 की क्रांति के बाद, भारत सरकार अधिनियम, 1858, ब्रिटिश ताज ने भारतीय संपत्तियों, इसके प्रशासनिक शक्तियों और तंत्र एवं इसकी सेना पर ईस्ट इंडिया स्टॉक डिविडेंड रीडेम्पशन एक्ट 1874 के तहत पदभार संभाल और ईस्ट इंडिया कंपनी को भंग कर दिया गया था.
•    भारत सरकार अधिनियम, 1853, में कहा गया कि ताज के विश्वास के लिए ब्रिटिश भारत कंपनी के प्रशासन के तहत तब तक बना रहेगा  जब तक कि संसद कोई और फैसला नहीं कर लेती, 1857 की क्रांति की यह भी एक बड़ी वजह थी.
•    चार्टर अधिनियम, 1733 और 1813 ने ईस्ट इंडिया कंपनी के भारतीय प्रदेशों पर ब्रिटिश ताज की संप्रभुता का हक ब्रिटेन को दिया.
•    1784 का पिट्स इंडिया एक्ट या ईस्ट इंडिया कंपनी अधिनियम 1784, बोर्ड ऑफ कंट्रोल बनाकर 1773 के अधिनियम के विनियमन की कमियों को संबोधित करने के लिए लागू किया गया था, और ब्रिटिश भारत में कंपनी और महारानी की संयुक्त सरकार प्रदान की थी.
•    फोर्ट विलियम की प्रेसीडेंसी के गवर्नर जनरल का कार्यालय बनाकर 1773 के अधिनियम के विनियमन को ईस्ट इंडिया कंपनी के मामलों को विनियमित करने के लिए ब्रिटिश सरकार का पहला कदम माना जाता है.


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