वैज्ञानिकों ने विश्व का पहला रोबोट मानव (बायोनिक मैन)
विकसित किया. इसे पूर्ण रूप से कृत्रिम अंगों से तैयार किया गया. इसका नाम ‘रोबोटिक एक्सोस्केलटन‘ (रेक्स) रखा गया. बायोनिक मैन
टहल सकता है, बात कर सकता है और इसका दिल भी धड़कता है. इसे
विश्व के कई देशों की प्रयोगशाला से प्रदान किए गए कृत्रिम अंगों से तैयार किया
गया. इस रोबोट को तैयार करने में लगभग 10 लाख डॉलर (लगभग छह
करोड़ 10 लाख रुपए) की लागत आई.
रोबोट मानव (बायोनिक मैन)
से संबंधित मुख्य तथ्य
• इंग्लैंड के वैज्ञानिक रिचर्ड वाकर और
मैथ्यू गोडेन ने मिलकर इस रोबोट को तैयार किया.
• ‘रेक्स’ नामक इस कृत्रिम मानव का निर्माण कृत्रिम हाथ-पैरों, कृत्रिम रक्त-संचार प्रणाली और कृत्रिम अंगों से किया गया.
• इसका कद 6.5 फुट है और इसके मनुष्य जैसे चेहरे पर भूरी आंखें हैं.
• रेक्स’ के लिए कृत्रिम पैर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (एमआइटी) ने प्रदान किए. कृत्रिम रक्त शेफील्ड यूनिवर्सिटी से मिला है.
• रेक्स के लिए कृत्रिम किडनी और पैंक्रियास की व्यवस्था यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और कृत्रिम रेटिना का ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने प्रदान किए.
• ‘रेक्स’ नामक इस कृत्रिम मानव का निर्माण कृत्रिम हाथ-पैरों, कृत्रिम रक्त-संचार प्रणाली और कृत्रिम अंगों से किया गया.
• इसका कद 6.5 फुट है और इसके मनुष्य जैसे चेहरे पर भूरी आंखें हैं.
• रेक्स’ के लिए कृत्रिम पैर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (एमआइटी) ने प्रदान किए. कृत्रिम रक्त शेफील्ड यूनिवर्सिटी से मिला है.
• रेक्स के लिए कृत्रिम किडनी और पैंक्रियास की व्यवस्था यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और कृत्रिम रेटिना का ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने प्रदान किए.
0 comments:
Post a Comment