मध्य
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के दतिया जिले के रतनगढ़ मंदिर में हुई भगदड़ की घटना की
जांच हेतु एक सदस्यीय आयोग का गठन 16 अक्टूबर
2013 को किया. उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश के सेवानिवृत्त
न्यायाधीश न्यायमूर्ति राकेश सक्सेना को इस आयोग का अध्यक्ष बनाया गया.
इस आयोग को घटना के कारणों तथा घटना के समय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के भूमिका की जांच करनी है. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में जारी अधिसूचना के मध्यप्रदेश राजपत्र में प्रकाशन की तारीख से दो माह के भीतर आयोग अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट राज्य सरकार को देगा. आयोग का मुख्यालय ग्वालियर में होगा.
विदित हो कि दतिया जिले के रतनगढ़ मंदिर में हुई भगदड़ में 115 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई जबकि लगभग 100 लोग घायल हो गए थे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना वाले दिन अर्थात 13 अक्टूबर 2013 को ही घटना की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की थी. जांच आयोग द्वारा दो माह में अपनी जांच पूरी कर लेने और जांच आयोग की रिपोर्ट मिलने के 15 दिन के भीतर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी.
इस आयोग को घटना के कारणों तथा घटना के समय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के भूमिका की जांच करनी है. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में जारी अधिसूचना के मध्यप्रदेश राजपत्र में प्रकाशन की तारीख से दो माह के भीतर आयोग अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट राज्य सरकार को देगा. आयोग का मुख्यालय ग्वालियर में होगा.
विदित हो कि दतिया जिले के रतनगढ़ मंदिर में हुई भगदड़ में 115 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई जबकि लगभग 100 लोग घायल हो गए थे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना वाले दिन अर्थात 13 अक्टूबर 2013 को ही घटना की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की थी. जांच आयोग द्वारा दो माह में अपनी जांच पूरी कर लेने और जांच आयोग की रिपोर्ट मिलने के 15 दिन के भीतर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी.
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