जापान ने कागोशिमा प्रान्त के तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से 1 फ़रवरी 2015 को एक जासूसी उपग्रह का शुभारंभ किया.
जापान के इस उपग्रह को एच-2ए (एच-आईआईए) रॉकेट द्वारा कक्षा में
भेजा गया. इस उपग्रह में पेलोड के रूप में एक आधुनिक राडार लगाया गया है जो 300 मील की दूरी पर स्थित कक्षा से सभी मौसम
में रात-दिन दुनिया का सर्वेक्षण करता रहेगा.
प्रारंभ में उपग्रह प्रक्षेपण की तिथि 29 जनवरी 2015 तय की गई थी परन्तु जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज ने बिजली गिरने की संभावना के कारण 29 जनवरी 2015 को प्रक्षेपण स्थगित करने का निर्णय लिया.
पृष्ठभूमि
जापान ने वर्ष 2000 के प्रारंभ में जासूसी उपग्रहों को प्रक्षेपित करना तब प्रारंभ किया जब इसके पड़ोसी देश उत्तर कोरिया ने वर्ष 1998 में पश्चिमी प्रशांत के पास जापानी मुख्य भूमि पर एक मध्य दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी.
इसके बाद ही जापान ने जानकारी जुटाने वाले उपग्रहों (आईजीएस) पर कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य शुरू में उत्तर कोरिया पर निगरानी रखना था लेकिन उपग्रह पृथ्वी के अन्य भागों की भी तस्वीरें लेने में सक्षम होगा.
जापान ने पहले भी कई जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित किये हैं. यह अब भी पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं. यह उपग्रह (1 फ़रवरी 2015 को प्रक्षेपित) जापान का पाँचवा जासूसी उपग्रह है. अन्य चार जापानी उपग्रहों मंस दो ऑप्टिकल इमेजिंग और दो रडार उपग्रह शामिल हैं.
प्रारंभ में उपग्रह प्रक्षेपण की तिथि 29 जनवरी 2015 तय की गई थी परन्तु जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज ने बिजली गिरने की संभावना के कारण 29 जनवरी 2015 को प्रक्षेपण स्थगित करने का निर्णय लिया.
पृष्ठभूमि
जापान ने वर्ष 2000 के प्रारंभ में जासूसी उपग्रहों को प्रक्षेपित करना तब प्रारंभ किया जब इसके पड़ोसी देश उत्तर कोरिया ने वर्ष 1998 में पश्चिमी प्रशांत के पास जापानी मुख्य भूमि पर एक मध्य दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी.
इसके बाद ही जापान ने जानकारी जुटाने वाले उपग्रहों (आईजीएस) पर कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य शुरू में उत्तर कोरिया पर निगरानी रखना था लेकिन उपग्रह पृथ्वी के अन्य भागों की भी तस्वीरें लेने में सक्षम होगा.
जापान ने पहले भी कई जासूसी उपग्रह प्रक्षेपित किये हैं. यह अब भी पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं. यह उपग्रह (1 फ़रवरी 2015 को प्रक्षेपित) जापान का पाँचवा जासूसी उपग्रह है. अन्य चार जापानी उपग्रहों मंस दो ऑप्टिकल इमेजिंग और दो रडार उपग्रह शामिल हैं.
0 comments:
Post a Comment