9 फरवरी 2015 को भारतीय
नौसेना ने बड़े पैमाने वाला एक मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HARD) अभ्यास का आयोजन लक्ष्यद्वीप (कावारती, अगाती,
कालपेनी और एंड्रोथ) में किया.
HARD अभ्यास का डिजाइन लक्ष्यद्वीप
द्वीपसमूहों में आने वाले प्रमुख चक्रवाती तूफानों और आवश्यक सेवाओं में बाधा
पहुंचाने, बड़े पैमाने पर संपत्ति के नुकसान, जीवन और कर्मियों के लापता होने की स्थित में भारतीय नौसेना की तैयारी और
क्षमताओं के आकलन हेतु डिजाइन किया गया था.
इस अभ्यास में पश्चिमी और पूर्वी बेड़े के 20 से अधिक भारतीय नौसेना के जहाजों ने भारतीय नौसेना के विभिन्न विमानों के साथ हिस्सा लिया. यह अभ्यास हिंद महासागर के 8000 वर्ग मील के दायरे में आयोजित किया गया था.
अभ्यास में शामिल गतिविधियां थीं,
• चिकित्सा राहत शिवरों की स्थापना
• प्रभावित आबादी के लिए खाना, पानी और कपड़ों की व्यवस्था
• हवाई अड्डों का संचालन शुरु करना और हेलिकॉप्टर लैंड करने के लिए स्थान बनाना
• अस्पतालों, हवाईअड्डों और संचार केंद्रों के लिए आपातकालीन बिजली आपूर्ती की स्थापना
• अस्थायी संरचना और आश्रय स्थलों की स्थापना
• गंभीर रूप से बीमार/ घायल कर्मियों को बाहर निकालना
• पुनर्वास की दिशा में सहायता
इस अभ्यास में पश्चिमी और पूर्वी बेड़े के 20 से अधिक भारतीय नौसेना के जहाजों ने भारतीय नौसेना के विभिन्न विमानों के साथ हिस्सा लिया. यह अभ्यास हिंद महासागर के 8000 वर्ग मील के दायरे में आयोजित किया गया था.
अभ्यास में शामिल गतिविधियां थीं,
• चिकित्सा राहत शिवरों की स्थापना
• प्रभावित आबादी के लिए खाना, पानी और कपड़ों की व्यवस्था
• हवाई अड्डों का संचालन शुरु करना और हेलिकॉप्टर लैंड करने के लिए स्थान बनाना
• अस्पतालों, हवाईअड्डों और संचार केंद्रों के लिए आपातकालीन बिजली आपूर्ती की स्थापना
• अस्थायी संरचना और आश्रय स्थलों की स्थापना
• गंभीर रूप से बीमार/ घायल कर्मियों को बाहर निकालना
• पुनर्वास की दिशा में सहायता
चार द्वीपों के लिए जहाजों को चार दलों में बांटा गया था और
हर एक में निम्न प्रकार से मानवीय सहायता और सुरक्षा घटक थे
समूह
|
द्वीप
|
मानवीय सहायता वाले जहाज
|
सुरक्षा जहाज
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I
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अगाती
|
शक्ति सहयाद्री सुमेधा
|
तरकश करमुक
|
II
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कावारती
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जलश्वा त्रिशूल गोमती रनवीर सुभद्रा
|
त्रिकंड कोरा
|
III
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एंड्रोथ
|
विराट दिल्ली राजपूत
|
मुंबई तलवार कुलिश
|
IV
|
कालपेनी
|
दीपक बेतवा कामोर्ता
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गोदावरी किरपन
|
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