ईपीएफओ ने निष्क्रिय खातों का पता लगाने के लिए ऑनलाइन सहायता डेस्क प्रारम्भ किया-(20-FEB-2015) C.A

| Friday, February 20, 2015
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने अंशधारकों को निष्क्रिय भविष्य निधि खातों को पता लगाने में मदद के लिए एक ऑनलाइन सहायता डेस्क की स्थापना 18 फ़रवरी 2015 को की. ऑनलाइन सहायता डेस्क की शुरुआत केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के तहत श्रमेव जयते कार्यक्रम के अंतर्गत किया.

इसका उद्देश्य ऐसे खातों में पड़े धन का अंतिम निपटान करना या अंशधारकों के नये खातों में धन का अंतरण करना है.

इन खातों में कुल 27000 करोड़ रुपए पड़े हुए हैं. ऐसे निष्क्रिय खातों की संख्या करीब 8.15 करोड़ है.

अन्य तथ्य 
इससे अंशधारक अपने खातों के निपटान के लिये प्रोत्साहित होंगे.
निष्क्रिय पड़े सभी खातों का निपटान एक साल के भीतर किये जाने का प्रयास किया जाएगा. 
ईपीएफओ भविष्य निधि के आनलाइन निपटान और निकासी सुनिश्चित करने के लिये जल्दी ही योजना लाएगा.
इस ऑनलाइन हेल्पडेस्क का उपयोग कर ऐसे खातों के खाताधारक अपने खाते का पता लगा सकते हैं और इसका निपटान या भविष्य निधि अपने मौजूदा खातों में हस्तांतरण करा सकते हैं.  इसके लिए उन्हें अपना विस्तृत विवरण, अपना नाम, जन्म तिथि, मोबाइल न. आदि देना होगा.

निष्क्रिय खाता क्या है? 
निष्क्रिय खाते वे खाते हैं जहां 36 महीने में कोई योगदान नहीं आया है. ईपीएफओ एक अप्रैल 2011 से ऐसे खातों पर ब्याज देना रोक दिया है. इस कदम से ईपीएफओ को बिना परिचालन वालों खातों के निपटान में मदद मिलेगी.

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